हेलो दोस्तों, कैसे हैं आप लोग? मैं आपकी सविता भाभी हाजिर हूँ अपनी चुदाई की एक नयी देसी कहानी लेकर। आशा है की ये कहानी आप लोगों को जरूर पसंद आएगी। ये बात अभी कल की ही है। असल में मेरे पति काफी दिनों से विदेश गए हैं एक बिज़नेस मीटिंग में और मेरी चूत की खुजली शांत नहीं हो रही। एक तरफ मैं बोर हो रही थी तो दूसरी तरफ सेक्स की तड़प मुझे पागल कर रही थी। उसके बाद मैंने सोचा की कुछ ऑनलाइन देखती हूँ। कल मैंने जब टिंडर नाम के एक एप पर अपनी आई डी बनाई तो मुझे वहां कई लड़के और मर्द मिले।
मैंने सोचा की कोई ऐसा हो जिसका लंड मुझे खुश कर सके और कल को कोई दिक्कत न हो। फिर मुझे एक अफ्रीकन आदमी मिला जो की अभी घूमने के लिए यहाँ आया हुआ था। अब अफ्रीकन आदमियों का कितना बड़ा होता है ये तो आपने सुना ही होगा। मैंने उसको लाइक कर दिया और मैच हो गया। उसके बाद हमारी बात शुरू हो गयी। वो एक होटल में ठहरा था जोकि मेरे घर से आठ किलोमीटर दूर था। मैंने सोचा की ये अच्छा मौका है। एक तरफ मेरी चूत की भूख भी शांत हो जाएगी और दूसरी तरफ अफ्रीकन लौड़े का मजा भी मिल जाएगा।
दोस्तों, उस दिन से पहले मैंने कभी अफ्रीकन लौड़ा अपनी चूत में नहीं लिया था। मैंने उससे मिलने का प्लान बनाया। वो भी तुरंत मान गया। हमने तय किया की उसके होटल में रात में मिलेंगे और रात भर दारू पिएंगे और चुदाई करेंगे। फिर मैंने अपनी झाँटें साफ़ कीं और तैयार हो गयी। रात में मैं उससे मिलने पहुंची। उसके कमरे में पहुँचते ही उसने मेरी तारीफ की और मुझे अपनी बाहों में कस के जकड़ लिया।
मैं उसका लंड अपनी जाँघों से महसूस कर पा रही थी। उसने फिर दरवाजा बंद किया और मुझे चूमना शुरू कर दिया। मैं भी गरम हो गयी और मैं भी उसे चूमने लगी। काफी देर ऐसे चूमने के बाद उसने मेरे दूध दबाने शुरू कर दिए। मेरे मुँह से आह निकल गयी। वो फिर मेरे बड़े बड़े दूधों की तारीफ करने लगा और उन्हें ब्लाउज के ऊपर से ही चूसने लगा। अब वो अपने मुँह से तो मेरे दूध चूस रहा था लेकिन साथ ही अपने हाथों से मेरे चूतड़ दबा रहा था। मैं गरम हो रही थी। फिर उसने मेरे ब्लाउज खोल दिया और ब्रा भी उतार दी। मैं बहुत ज्यादा गरम हो गयी। मैंने झट से अपने निप्पल उसके मुँह में दे दिए। वो मेरे दोनों निप्पल बारी बारी से चूसने लगा। मुझे मजा आ रहा था।
वो अब मेरे दूध बार बार चूस रहा था और बीच बीच में मुझे किस भी कर रहा था। फिर उसने मेरे पेट पर किस करना शुरू कर दिया। मेरी नाभि पर जब उसने चूमा तो मैं उछल पड़ी। उसके बाद उसने मेरे साड़ी खोलनी शुरू कर दी। मेरी चूत अभी से गीली हो गयी थी। उसने मेरी साड़ी उतार दी फिर पेटीकोट भी उतार दिया। अब मैं बीएस पैंटी में पड़ी थी उसके सामने। अब उसने पैंटी के ऊपर से ही मेरी छूट को चूमना शुरू कर दिया। मुझे गुदगुदी सी हो रही थी और मजा भी आ रहा था। उसके बाद उसने मेरी पैंटी को निचे सरका दिया।
अब मैं उसने सामने एकदम नंगी खड़ी थी। फिर उसने मुझे उठाया और बेड पर लिटा दिया। मैं समझ गयी की वो क्या करने वाला है। मैंने भी टांगें फैला लीं। अब वो मेरी छूट चाटने लगा। मैं मजे से आह उह्ह्ह उम्म्म आह्हः आह्हः कर रही थी। फिर उसने मेरी चूत में जीभ घुसा दी और मेरी चूत को अपनी जीभ से चोदने लगा। मैं मजे ले रही थी। उसे चूत चाटना बहुत अच्छे से आता था शायद। मुझे बहुत ज्यादा मजा आ रहा था। उसने मेरी चूत को बड़ी देर तक मजे से चाटा और फिर जब मैं झड़ी तो वो मेरा सारा माल पी गया। मुझे बहुत मजा आया। काफी दिन बाद मैं झड़ी थी।
अब बारी मेरी थी। उसने अपनी शर्ट और पेंट तो पहले ही उतार रखी थी। मैंने उसके चड्ढी उतारी तो उसका लौड़ा देखकर उछल पड़ी। कम से कम आठ इंच का लौड़ा था उसका। मुझे तभी समझ में आ गया की आज मेरी चूत को भोसड़ा बनने से कोई नहीं रोक सकता। आज तक मैंने इतना बड़ा लंड नहीं लिया था। मैंने फिर उसके लंड को सहलाना शुरू कर दिया। उसका लौड़ा अब और खड़ा हो गया था और लगभग दस इंच हो गया था। मैंने फिर उसके लंड को चूमना शुरू कर दिया। मैंने उसके लौड़े को फिर देर तब चूसा। उसे भी मजा आ रहा था। थोड़ी देर के बाद वो बोला “लेट मी फक यू ” यानि की चलो अब चुदाई करते हैं। मैं तो पहले से ही तैयार थी। मैंने तुरंत लेट कर अपनी टांगें फैला लीं। वो मेरे ऊपर आ गया और मेरी प्यारी सी चूत पर अपना लंड टिका दिया। फिर उसके थूक लगा कर हल्का सा धक्का दिया। मैं उछल पड़ी और मेरे मुँह से आह निकल गयी। उसका लंड बड़ा होने के साथ साथ मोटा भी बहुत था। मेरी चूत में दर्द होने लगा था। मैंने किसी तरह खुद को कण्ट्रोल किया क्यूंकि मुझे पता था की यही दर्द अभी थोड़ी देर में मजे देगा।
फिर उसने एक और धक्का दिया और ये धक्का जोर का था इसीलिए मेरी चूत में उसका लंड आधा घुस गया। मेरी आँखों से आंसू निल गए क्यूंकि उसका लंड सच में बहुत बड़ा था। वो तो मेरी चूत थी की झेल गयी वर्ण अगर कोई कुंवारी लड़की होती तो उसकी हालत ही खराब हो जाती। मैंने उससे थोड़ी देर रुकने के लिए बोला तो वो रुक गया। कुछ पल के बाद मैंने उसको बोलै की अब चोदो। उसने फिर और झटका दिया और मेरी चूत फाड़ दी। इस बार उसका इतना बड़ा लंड पूरा मेरी चूत के अंदर था। मैं दर्द के मारे बिलख पड़ी। मेरी चूत भोसड़ा बन चुकी थी। मैं उईईईईई आअह्ह्ह्ह उईईईईई कर रही थी। फिर कुछ पल के बाद उसने धीरे धीरे अपना लंड मेरी छूट के अंदर बाहर करना शुरू कर दिया।
दर्द तो मुझे बहुत हो रहा था लेकिन थोड़ी देर के बाद दर्द और मजा दोनों साथ होने लगे। अब मैं चुदाई को एन्जॉय कर रही थी। मुझे मजा आ रहा था।
अब मैंने उससे चुदाई तेज करने को कहा। उसने अब मेरी चूत को फाड़ना शुरू कर दिया। मेरी चूत को बहुत मजा आ रहा था। मैंने चुदाई का सबसे ज्यादा मजा उसी दिन लिया। फिर हम दोनों ने पोजीशन बदल ली। अब वो लेटा हुआ था और मैं उसके लौड़े पर उछल रही थी। उसे भी मजा आ रहा था और मुझे भी। हम दोनों एन्जॉय कर रहे थे। इस जोरदार चुदाई की वजह से मैं तो थक गयी थी लेकिन वो अभी नहीं थका था। थोड़ी देर और ऐसी जोरदार चुदाई के बाद वो भी थक गया। अब उसका माल निकलने वाला था।
मैंने उससे कहा की मेरी चूत में न निकाले। वो मान गया। उसने मेरी चूत से लौड़ा निकाला और चादर पर अपना माल निकाल दिया। उसका माल भी कम से कम आधा ग्लास निकला होगा।
इस मजेदार चुदाई के बाद हम दोनों ने शराब पी और रात में २ बार और चुदाई के मजे लिए। दोस्तों, ये थी मेरी कहानी। आशा है की आप लोगों के लंड या चूत में इसे पढ़कर कुछ हरकत तो जरूर हुई होगी।