वो बचपन के दिन | Hindi Sex Stories

वो बचपन के दिन

हैलो दोस्तों मेरा नाम विवेक है और मैं कहाँ का रहने वाला हूँ, कैसा दिखता हूँ और मेरी हाइट और उम्र क्या है उससे आपको कोई मतलब नहीं है और हो भी क्यों आप तो चुदाई की कहानी पढ़ने के लिए यहाँ है और मैं भी यहाँ अपनी चुदाई की कहानी बताने आया हूँ कोई मिलिट्री की भर्ती में थोड़ी ना आया हूँ | तो आते है मेरी चुदाई की कहानी पर लेकिन चुदाई से पहले थोड़ी सी कहानी बता देता हूँ ताकि आपका थोडा सा इंटरेस्ट बढ़े | तो आईये चलते है कुछ साल पहले जब मैं स्कूल में हुआ करता था |
ये बात है तब की जब मैं 11वीं में हुआ करता था और शायद अच्छा ही दिखता था वरना 11वीं तक मैं 4 लड़कियाँ नहीं पटा पाता | तो बात आती है जब मैंने 4 लड़कियाँ पटाई थी तो ये चुदाई की कहानी उनमें से किसकी है ? ये कहानी उनमें से किसी की नहीं है | ये कहानी 5वीं वाली की है जो मैंने खुन्नस में पटाई थी | मैं एक कट्टर हिन्दू हूँ और आप तो जानते ही है हिन्दू किससे चिढ़ते है | मेरी क्लास में एक लड़की थी कृति नाम की और एक लड़का जिसका नाम ओसामा था | वो कृति को पटाने में लगा हुआ था और ये देखकर मेरी गांड जलती थी क्योंकि कृति मुझे भी पसंद थी लेकिन मैं उसे पटा नहीं पाया था | कृति दिखने में बहुत क्यूट थी और जब बात करती थी तो ऐसा लगता था जैसे फूल झड़ रहे है |
एक दिन मैंने देखा कि ओसामा कृति से बात कर रहा है तो मैंने सोचा कि कहीं ये इसको फसाने में तो नहीं लगा लेकिन ये ऐसा क्यों करेगा और फिर मैं वहाँ से चला गया | थोड़ी देर बाद जब मैं वहाँ से गुज़रा तो वो मादरचोद अभी भी उससे लगा हुआ था | अब मेरी जल भुंज के राख हो गई और मैंने फैसला किया कि अब तो मैं इसका पत्ता काट के रहूँगा | ओसामा दिखने में तो चूतिया दिखता ही था और मैं अपनी क्या तारीफ करूँ | बस जैसे ही थोड़ी देर बाद छुट्टी हुई और मैं कृति से बात करने चला गया और कॉपी लेने के बहाने से उससे बात करने लगा | मैं उसकी कॉपी देखने लगा और देखकर उससे कहा मुझे कुछ कुछ समझ में नहीं आ रहा है क्या तुम अपना नंबर दे सकती हो ? और भोला सा चेहरा बनाने लगा | तो उसने एक पल सोचा और कहा ठीक है लिखो | तो मैंने जेब से अपना फ़ोन निकाला तो वो मुझे हैरानी से देखने लगी | वो क्या है न स्कूल में फ़ोन लाना मना था | तो उसने अपना नंबर बताया और फिर हम चले गए अपने अपने रास्ते |
फिर उस दिन रात को मैंने उसे फ़ोन लगाया और उससे कुछ कुछ पूछने लगा और बुत देर तक उससे बात करता रहा | वो भी आराम से बात करने में लगी हुई थी और मेरा तो आप जानते ही हो | अब मेरे अन्दर भी थोडा कॉन्फिडेंस आ रहा था क्योंकि यही एक ऐसी लड़की थी जिससे मैं ठीक से बात नहीं कर पाता था | पर अब हमारे बीच में अच्छी बातें होने लगी तो मैंने एक दिन उससे पूछा तुम्हारा और ओसामा का कुछ चल रहा है क्या ? तो उसने कहा कौन वो बन्दर जैसी शकल वाला बहुत परेशान करता है | तो मैंने कहा तो बात कु करती हो उससे ? तो उसने कहा अरे कैसे किसी को भी बोल दूँ अच्छा नहीं लगता बोलेगा ज्यादा भाव खा रही है | तो मैंने कहा हाँ सही बात है और मेरे बारे में भी तुम ऐसा ही बोलती हो क्या और किसी से ? तो उसने कहा चल मैं ऐसा क्यों बोलूँ तुम तो अच्छे हो | तो मैंने पूछा अच्छा कितना अच्छा ? तो उसने कहा बहुत | तो मैंने कहा फिर भी कितना तो उसने कहा सबसे अच्छा |
बस यही सुनने की देरी थी और मैंने उसे आई लव यू बोल दिया | उसने कहा अभी मुझे थोडा समय चाहिए मैं कुछ समय के बाद बताती हूँ और फ़ोन काट दिया | उसने 10 मिनिट के बाद फ़ोन लगाया और आई लव यू टू बोलकर चुम्मियाँ देने लगी | मुझे अन्दर से ऐसा लग रहा था जैसे मैंने कोई जंग जीत ली है लेकिन अभी भी बहुत कुछ बाकी था | अब मैंने कुछ दिन तक उससे बहुत प्यार भरी बातें की और फिर धीरे धीरे चूत चुदाई की बातों की ओर बढ़ने लगा | पहले जब भी मैं उस तरह की बातें करता था तो वो कुछ और बात करने लगती थी लेकिन कुछ दिन बाद वो भी लाइन पर आ गई और चूत चुदाई करने लगी | तो एक दिन मैंने उससे पूछा क्या तुम मुझे अपने साथ करने दो गी | तो उसने कहा नहीं ये सब शादी के बाद करने की सोची है | मेरी गांड फट गई कि ये तो बहुत दूर जा रही है और मुझे तो अभी चाहिए |
तो मैंने उससे कहा तुम्हें लगता है हमारे घर वाले मानेंगे ? तो उसने कहा मुझे नहीं लगता तुम्हारा क्या कहना है ? तो मैंने कहा इसलिए तो मैं कह रहा हूँ तुम मुझे एक बार करने दे दो और फिर देखो | तो उसने कहा ऐसा है क्या फिर हमारे घर वाले मान जायेंगे ? तो मैंने कहा हाँ बिलकुल | तो उसने कहा ठीक है कल स्कूल के बाद मेरे घर आ जाना | फिर मैंने पूछा कि तुमने पहले कभी किया है तो उसने कहा नहीं लेकिन एक दो बार ऊँगली की है | बस मुझे यही सुनना था और अगले दिन छुट्टी में मैं उसे लेकर उसके घर पहुँचा | उसके मम्मी पापा दोनों ही काम करते थे इसलिए दिन में घर पर वो अकेली ही रहती थी और मैं इसका फ़ायदा उठा रहा था | फिर मैं उसके घर के अन्दर गया और उसने कहा खाना खा लूँ फिर करते है और क्या तुम कुछ खाओगे कुछ ? तो मैंने कहा हाँ दे दो कुछ | तो हम दोनों ने खाना खाया और फिर वो अन्दर चली गई और मैं सोफे पर बैठा रहा |
वो अन्दर तो गई थी पजामे और टॉप में लेकिन जब बाहर आई तो सिर्फ ब्रा पैंटी में थी | उसका फिगर और गोरा बदन देखकर तो मेरा लंड फट दे खड़ा हो गया | उसके दूध ठीक ठाक साइज़ के थे मतलब पकड़ो तो हाँथ में समां जाये | उस देखकर मैं सोफे पर लेट गया और वो आके मेरे ऊपर बैठ गई | फिर उसने कहा कहाँ से शुरू करना है ? तो मैंने कहा कहीं से भी करो लेकिन जल्दी करो | तो उसने अपना ब्रा उतार दिया और मेरे हाँथ पकड़ के अपने दूध पर रखवा लिए और मचलने लगी | हाय क्या सॉफ्ट सॉफ्ट दूध थे और निप्पल के तो क्या कहने | फिर मैं थोडा सा उठा और उसके दूध चूसने लग गया और वो अहहह्ह्ह्हह अह्ह्हह्ह्ह्ह अह्ह्ह्हह्ह उम्म्म्मम्म उम्म्मम्म्म्म उम्म्मम्म्म्म म्मम्मम्मम्म म्मम्मम्मम्म करने लगी | फिर उसने मुझे पीछे धक्का दिया और मैं फिर से सोफे पर लेट गया | फिर वो उठी और मेरी पैन्ट उतार दी और मेरा लंड पकड़ के हिलाने लगी |
उसने मेरा लंड ज्यादा नहीं हिलाया और फिर वो खड़ी हुई और अपनी पैंटी उतार कर फिर से मेरे ऊपर बैठ गई और किस करना शुरू कर दिया | मैं भी मज़े लेकर किस कर रहा था अपने लंड को उसकी गांड पे टच करा रहा था | फिर मैंने उसको थोडा सा पीछे किया और कहा हो जाये | तो वो थोडा सा उठी और मेरा लंड पकड़ के अपनी चूत में थोडा सा घुसाया और धीरे धीरे ऊपर नीचे होने लगी | उसकी चूत बहुत टाइट और ये मुझे अपने पर बड़े अच्छे से महसूस हो रहा था | वो थोड़ी देर तक मेरे लंड के ऊपर उचकती रही और फिर मैंने उसको पकड़ा और फिर उसे लिटा दिया और अब मैं उसके ऊपर था | मैंने अपना लंड उसकी चूत पर रखा और धीरे धीरे अन्दर अकर्ण लगा और फिर मैंने अपना पूरा लंड अन्दर घुसा दिया | वो तड़पने लगी और कहने नहीं नहीं लेकिन मैं उसको धीरे धीरे चोदता रहा और वो अह्ह्ह्हह्ह हह्ह्ह्हह अह्ह्ह्हह्ह अह्ह्ह्हह्ह अह्ह्ह्हह्ह आआआअ आआआ आआआ आआआ अह्ह्हह्ह्ह्ह अह्ह्हह्ह्ह्ह अह्ह्ह्हह्ह अह्ह्ह्हह्ह ह्ह्हह्ह्ह्ह उह्ह्ह्हह्ह उह्ह्हह्ह उह्ह्हह्ह करती रही |
फिर मैंने अपनी रफ़्तार को थोडा और तेज़ किया और तेज़ी से उसे चोदने लगा और वो जोर जोर से अह्ह्ह्हह्ह हह्ह्ह्हह अह्ह्ह्हह्ह अह्ह्ह्हह्ह अह्ह्ह्हह्ह आआआअ आआआ आआआ आआआ अह्ह्हह्ह्ह्ह अह्ह्हह्ह्ह्ह अह्ह्ह्हह्ह अह्ह्ह्हह्ह ह्ह्हह्ह्ह्ह उह्ह्ह्हह्ह उह्ह्हह्ह उह्ह्हह्ह करती रही | फिर मेरा झड़ने को हुआ तो मैंने लंड बाहर करके उसके ऊपर सारा माल गिरा दिया और फिर उसके साथ बैठ गया | मैंने उसके कुछ नंगे फोटोस लिए और अगले दिन ओसामा को दिखाए और उसकी गांड जलाई | लेकिन उसकी गांड जलाने के बाद मैंने उन फोटोस को हटा दिया | हम दोनों अभी साथ है और मैंने सोच लिया है कि शादी तो उसी से करूँगा | तो दोस्तों कैसी लगी मेरी कहानी |