वो आगे चली और मैं उसकी मटकती हुई गांड को देखने लगा. अक्सर मुस्लिम लेडीज़ पेंटी नहीं पहनती हे वैसे इसने भी नहीं पहनी थी. उसकी गांड की फांक में सलवार फंसी हुई थी जिसे देख के मैं उत्तेजित हो गया. मैं उसके पीछे अन्दर गया और वो मुझे एक कमरे में ले आई. कमरा छोटा था जिसमे एक चेयर और बेड था. मैं चेयर में बैठा. उसने पूछा क्या लोगे?
मैंने उसे देख के आँखों में आँखे डाल के कहा, आप को लूँगा!
वो तो मुझे बस में से ही पता हे.
उसके ये कहते ही मैंने खड़े हो के उसके बूब्स को पकड लिया. वो कुछ नहीं बोली. वो तो जैसे सामने से ही चुदने के लिए बेताब सी थी. मैंने दोनों बूब्स को पकड के मसले. साली के बूब्स एकदम सॉफ्ट कोटन के जैसे थे. मेरा लंड खड़ा हो गया. मैंने फिर उसके नाक के ऊपर हल्का चुम्मा दिया. वो बोली, पेंट में तो बहुत बड़ा लग रहा था.
मैंने कहा, सच में भी बड़ा ही हे देखना हे तो सीधे सीधे से बोल दो ना.
इतना कह के मैंने अपनी जिप खोली, और अपने लंड को बहार निकाल के इस भाभी के हाथ में दे दिया.
उसके कंधे के ऊपर से कमीज के कपडे को हटा के किस करते हुए मैंने पूछा, मैंने तो आप का नाम भी नहीं पूछा!
वो शेक्सपियर वाले अंदाज में बोली, नाम में क्या रखा हे!
मैंने कहा, वो तो हे, वैसे मेरा नाम साहिल हे.
वो बोली, मेरा नाम फरहीन हे. chuche
मैंने उसके कंध के ऊपर किस की और फिर उसको कमर से पकड के उठा के बेड पर लिटा दिया. उसने मेरे लंड को पकड़ लिया और उसे हिलाने लगी. मैंने उसके कपडे खोले. वो नंगी हुई तो और भी सेक्सी लगने लगी. मैंने पागल की तरह इस मुस्लीम औरत के यौवन को देखता ही रह गया. वो एकदम गोरी थी.. उसके बूब्स मोटे थे और निपल्स एकदम गुलाबी थी. चूत वाला हिस्सा एकदम साफ़ था बिना किसी बाल के. और चूत वाला हिस्सा भी गुलाबी था. मैं अपनेआप को रोक नहीं सका. और मैंने कहा,. मैं आप की चाटना चाहता हूँ!
वो बोली., मैं भी यही चाहती हूँ! aurat ki chudai
मैंने कहा, आप मुहं में लेंगी.
वो बोली, सौख से. homesex
हम दोनों 69 पोजीशन में आ गए. उसने फट से मेरे लौड़े को अपने मुहं में ले लिया और चूसने लगी. वो पुरे लंड को मुहं में ले रही थी जिस से साफ़ पता चलता था की वो आला दर्जे की रंडी थी. मैंने उसकी टांगो को पूरा खोला और उसकी गुलाबी चूत के ऊपर हलके से किस दे दिया. वो सिहर उठी. मैंने ऊँगली से उसकी गुलाबी फांको को खोला और अंदर की गुलाबी चूत के ऊपर अपनी जबान को लगा दिया. मैं उसे जोर जोर से सक करने लगा. वो सिहर उठी और उसने मेरे लंड को जोर जोर से अपने मुहं में दबा के चुसना चालू कर दिया. उसके बदन से मस्त महक आ रही थी.
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मैंने एक मिनिट में अपनी जबान को उसकी चूत की गहराई में उतार दिया. और फिर मैंने उसे ऐसे पागल किया की वो आह्ह्ह अह्ह्ह्ह ऊह्ह्ह्ह ह्ह्ह्ह करने लगी. एक हाथ से मैंने उसकी गांड के छेद को धीरे से हिलाया. वो पागल हो गई थी जैसे इस ओरल सेक्स से.
मैं भी मस्त हो चूका था उसके लंड चूसने से. और मैं अब बेताब था उसकी चूत में अपने लंड को पेलने में. desi boobs
मैं ये सोच ही रहा था की भाभी ने अपने दोनों हाथ से मेरे माथे को पकड लिया. मैं समझ गया की वो झड़ने को थी. मैंने मुहं को उसके भोसड़े से हटा दिया. और मुहं हटते ही उसकी चूत का रस निकल गया. वो एकदम चुदासी स्वर में कराह रही थी. और साथ में मुझे जल्दी से चूत में लंड देने को कह रही थी.
मैंने उसकी दोनों टांगो को खोला और अपने लौड़े को चूत पर लगा दिया. भाभी की चूत मैंने सोचा था उससे भी ढीली थी. अब फ्री में और बिना महनत के मिली हुई चूत भला कैसे होती. एक धक्के में तो मेरा लंड उसकी चूत के अन्दर समा गया. इस सेक्सी भाभी के होंठो से अपने होंठो को लगा के मैं उसे चोदने लगा. वो भी चुदासी ही थी. और अपनी कमर को बिस्तर में उठा उठा के मेरा लंड ले रही थी. मैंने उसे कस कस के पुरे १० मिनिट तक एक ही पोस में चोदा. और फिर मैंने उसकी चूत से लंड को निकाला. लंड एकदम गिला हो गया था उसकी चूत से निकले हुए चिकने प्रवाही से. फिर मैंने फरहीन भाभी को घोड़ी बनने को कहा.
वो फट से बिस्तर के अंदर घोड़ी बन गई. उसकी फैली हुई गांड बड़ी मस्त लग रही थी. मैंने चिकने लंड को उसके बुर पर लगाया और एक धक्के में फिर से लंड को अन्दर डाला. आह की आवाज से भाभी ने अपनी चूत को मेरे लंड के ऊपर कस लिया. मजा आ गया उसके ऐसा करने से. पहली बार मेरे लंड के ऊपर सही प्रेशर बनाया था उसने. मैंने उसकी गांड को दोनों साइड से पकड़ लिया और चोदने लगा उसे. वो भी किसी पोर्नस्टार के जैसे मेरे लंड को फट फट ले रही थी अपनी भोसड़ी में.
मैंने डौगी स्टाइल में भी इस सेक्सी मुस्लिम औरत फरहीन को पांच मिनिट चोदा. और फिर मैंने सोचा की अब तो साली की गांड भी मार ही लूँगा.
मैंने उसे बिना बताये ही उसकी गांड मारने का इरादा कर लिया था. क्यूंकि पूछने पर मना कर देगी ऐसा लग रहा था मुझे. लेकिन गांड को भी रेडी करनी थी इसके लिए. मैंने क्या किया की उसकी चूत और मेरे लंड का मिलन हो रहा था वहाँ से चिकनाहट को अपनी उँगलियों पर लिया. और पहले मैं उँगलियों को वही पर घिसने लगा. कुछ देर चूत के पास में घिसने के बाद मैं फिर उसे गांड पर ले गया. फरहीन तो अपनी मस्ती में ही गांड को हिला रही थी. गांड को चिकना करने के बाद मैंने फटाक से चूत से निकाल के गांड में लंड का धक्का लगा दिया.
अरे बाप रे मार डाला, अह्ह्हह्ह्ह्ह अरे बता तो दिया होता, अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह बाप रे कितना गर्म लग रहा हे पीछे, मर गई अह्ह्ह्हह्ह!
उसकी गांड चूत के मुकाबले में बड़ी टाईट थी और मुझे एकदम से अलग उर्जा मिली चुदाई की. फरहीन एक मिनिट कराही लेकिन फिर वो भी बड़ी मस्ती से गांड में लेती रही लंड को. आप ये सेक्सी अन्तर्वासना चुदासी कहानी और सेक्स स्टोरी हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़ रहे हैं…
मैं बहुत दिनों के बाद किसी की गांड को चोद रहा था. इसलिए मैंने भी एक एक पल का खूब मजा लिया. जब मेरा होने को था तो मैंने लंड को बहार निकाला. एक दो स्ट्रोक लगाए हाथ से और मेरे लंड से वीर्य निकला. आज वीर्य कुछ ख़ास गाढ़ा था. मैंने एक एक बूंद को इस सेक्सी मुस्लिम भाभी की गांड की फांक पर ही छोड़ दी. उसको भी बड़ा मजा आ गया मेरे से चुदवा के.
फरहीन को ठोक के मैं उसके घर से निकल गया. उसने कहा की वो कुछ दिनों के बाद अपने ससुराल लखनउ आ जायेगी. मैंने कहा लखनऊ में तो तुम्हे तसल्ली से चोदेंगे जानेमन!
दोस्तों इस हॉट मुस्लिम औरत के साथ आज भी मेरा चक्कर हे. और मैं उसके ऊपर अपने दो दोस्तों को भी चढ़ा चूका हूँ. आप को मेरी और फरहीन की नेक्स्ट हिंदी सेक्स कहानी में एक थ्रीसम अनुभव को शेयर करूँगा!