गांव की अनजान लड़की को चोदकर मां बनाया

अब मैंने उसे कहा कि अगर हमने ज्यादा देर की तो हो सकता है कि कोई आ जाये. इसलिए हमें सब कुछ जल्दी से करना चाहिए. फिर मैंने उसके साथ ज्यादा कुछ न करते हुए उसे वहीं बरामदे में लेटने के लिए बोला तो वो तुरन्त ही वहीं पर लेट गयी और अब मैंने उसके गागर को ऊपर कर किया और उसकी अन्डर वियर उतार दी और फिर मैंने उसकी चोली और ब्रा भी उतार दिया. अब वो मेरे सामने एक दम जन्मजात नंगी लेटी थी…

Hindi chudai ki kahani – मेरी पड़ोसन जिया

नमस्कार दोस्तों! मेरा नाम ओम है. मैं पिछले 2 सालों से अन्तर्वासना की कहानियां पढ़ रहा हूँ और मैं इसका नियमित पाठक हूँ. दोस्तों, बात एक सर्दी के मौसम की है. जब एक बार मैं अपने मित्र से बात कर रहा था तो बातों ही बातों में मेरे दोस्त को एक बात याद आयी और उसने कहा कि यार ओम एक काम है तेरे से.

मैंने कहा – क्या हुआ भाई बोलो?

उसने कहा – यार ओम, मेरे गांव में एक लड़की है, जिस को बच्चा नहीं हो रहा है. पता नहीं कि उसके पति में कोई समस्या है या उसमें इसलिए उसने मुझे बोला है कि किसी लड़के की साथ सेक्स करके देखा लूं कि मेरे में गड़बड़ है या मेरे पति में. तो क्या तू उसके साथ सेक्स कर सकता है अगर तुझे कोई ऐतराज न हो तो.

मैंने कहा – मुझे भला क्या ऐतराज हो सकता है.

तो मेरे दोस्त ने मुझे उसका मोबाइल नंबर दे दिया. फिर मैंने अपने फ़ोन से कॉल लगाया तो वो बोली – हेलो, कौन बोल रहे हो?

फिर मैंने अपने दोस्त का परिचय देते हुए कहा कि मैं ओम बोल रहा हूँ और मुझे आपका नम्बर मेरे दोस्त ने दिया है. क्या आपको मेरी जरुरत है?

Hindi chudai ki kahani – सेक्सी मंजू को रसीली चुत

तो उसने बोला – हां जरूरत तो है, पर मैं आपके बारे में कुछ जानती भी नहीं हूँ.

तो मैंने उससे बोला – आप जगदीश को जानती हो?

दोस्तों मैं आपको अपने उस फ्रेंड का नाम बताना भूल गया था उसका नाम जगदीश है और वो मेरा बहुत ही अच्छा दोस्त है. फिर उसने बताया कि हां मैं उसे जानती हूँ.

फिर उस लड़की से मैंने उसका नाम पूछा तो फिर उसने बताया कि उसका नाम प्रिया (उसकी पहचान छुपाने के लिए मैंने यहां पर उसका बदला हुआ नाम लिखा है ) है. फिर उसने मुझे मिलने के लिए बोला और फिर मैं उससे बात करके समय और स्थान निर्धारित किया.

उसे मैंने अपने गांव में सड़क की तरफ रात को बुलाया था. तो उसी रात को वो आ गयी. दोस्तों जैसा कि आप सब को पता ही होगा कि गांवों में रात को रोड लाइट नहीं जलती है. तो मैंने अपनी बाइक खड़ी की और उसे मोबाइल की टोर्च जला कर इशारा किया. वो मेरे पास आ गयी और जब वो मेरे पास आ गई तो फिर मैंने इधर – उधर नजर दौड़ा कर देखा कि कहीं कोई आ तो नहीं रहा है या कोई देख तो नहीं रहा है. जब मैं चारों तरफ देख कर संतुष्ट हो गया तो मैंने प्रिया से बोला कि चलो आगे.

Hindi chudai ki kahani – चोरी और लंड खोरी

वो आगे – आगे चली और मैं उसके पीछे – पीछे. अब वो एक स्कूल के पास जा कर खड़ी हो गयी. करीब 2 मिनट की देरी से मैं भी वहां पर पहुंच गया. फिर मैंने स्कूल की अंदर जा कर बरामदे में फर्श को साफ किया और फिर हम दोनों वहीं पर बैठ गए. अब मैंने प्रिया से बात करना शुरू कर दिया. उसने भी अपने बारे में वही बात मुझे बताई जो जगदीश ने मुझे बतायी थी.

तो दोस्तों अब हम अपनी कहानी पर आते हैं. अब मैंने अपने मोबाइल की टॉर्च की रोशनी में प्रिया का बदन देखा. उसका साइज 28-32-28 का था. यार क्या गजब की मस्त माल लग रही थी वो! दोस्तों मैं आपको बता दूं कि गांव में लडकियां गागर और चोली पहना करती हैं. अब मैंने उसे किश करना शुरू किया और फिर उसके बूब्स भी दबाने लगा. मुझे बहुत ही ज्यादा मज़ा आ रहा था और शायद उसे भी मज़ा आ रहा था.

अब मैंने उसे कहा कि अगर हमने ज्यादा देर की तो हो सकता है कि कोई आ जाये. इसलिए हमें सब कुछ जल्दी से करना चाहिए. फिर मैंने उसके साथ ज्यादा कुछ न करते हुए उसे वहीं बरामदे में लेटने के लिए बोला तो वो तुरन्त ही वहीं पर लेट गयी और अब मैंने उसके गागर को ऊपर कर किया और उसकी अन्डर वियर उतार दी और फिर मैंने उसकी चोली और ब्रा भी उतार दिया. अब वो मेरे सामने एक दम जन्मजात नंगी लेटी थी.

Hindi chudai ki kahani – भाभी की चूत और गांड मारी

फिर मैंने बिना देर किए अपनी पैंट और अपनी अंडर वियर को भी उतार दिया. उसकी नंगी चूत क्या लग रही थी यार! उसकी चूत पर एक भी बाल नहीं था. मतलब वो पूरी तैयारी के साथ चुदाई करवाने आई थी. अब मैंने ज्यादा देर न करते हुए उसकी टांगों को ऊपर कर के अपने पप्पू के सुपाड़े को उसकी चूत पर रख दिया.

अब मैं अपने लन्ड के सुपारे को उसकी चूत में ऊपर से ही रगड़ने लगा. कुछ देर बाद फिर मैंने अचानक एक जोर से धक्का मारा और मेरे लन्ड का सुपड़ा उसकी चूत में गश गया. जिससे उसके मुंह से आवाज एक घुटी सी आयी “ऊऊ या याया ऊईई आह ले लिया तुमने मेरी मेरी जान को”.

मैंने उसकी एक न सुनी और एक, दूसरे धक्के में मैंने अपना पूरा लन्ड उसकी चूत में उतार दिया. फिर मैंने एक – दो शॉट धीरे – धीरे लगाया. अब उसे भी मजा आने लगा था. फिर उसने बोला – ओम, मुझे माँ बनाना है. आज तुम मुझे दिल खोल कर चोदो.

फिर मैंने अपनी गति बढ़ा दी. जिससे अब उसे बहुत ही ज्यादा मजा आने लगा था और वो बोल रही थी – और जोर से चोदो मेरी जान, आह बहुत मज़ा आ रहा है. मेरा पति भी मुझे ऐसे नहीं चोदता है जैसे आप मुझे चोद रहे हो आह आह.

Hindi chudai ki kahani – ज़रा धीरे से चोदो

अब वो झड़ने वाली थी. करीब 2 मिनट बाद उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया और उसके पानी की गर्मी पाकर मैं अब खुद को रोक न सका और मैंने अपना पानी उसकी चूत में छोड़ दिया. फिर करीब 1 मिनट तक मैंने अपना लन्ड उसकी चूत के अंदर ही रखा जब तक कि मेरे लंड से वीर्य का एक – एक बूंद उसकी चूत में नहीं चला गया.

उसके बाद मुझे उसने जोर से पकड़ लिया और मैं उसके ऊपर ही लेट गया और फिर 5 मिनट बाद हम दोनों ने अपने – अपने कपड़े पहने और फिर उसने मुझे एक किस किया और बोला कि आप से मिल कर मुझे अच्छा लगा. और फिर उसने मुझे धन्यवाद दिया और फिर वो चली गई.

दोस्तों अब तक मैं उसे 4 से 5 बार चोद चुका हूँ. हमें जब भी मौका मिलता मैं उसे जरूर चोदता हूँ. आज वो एक 4 साल के बच्चे की माँ है और अब वो अपने जिंदगी से और मुझसे पूरी तरह खुश है..

Incoming Searches: Antarvasna sex stories, desi kahani, hindi sex stories, chudai ki kahani