आप बड़े वो हो, ससुरजी..

आज मैं अपने ससुर जी से कसके चुदवाना चाहती थी। वो तेज तेज बेताबी से मेरी चूची चूसने लगा। मैं “ओहह्ह्ह…ओह्ह्ह्ह आआआअह्हह्हह…अई..अई. .अई… उ उ उ उ उ…” की आवाज निकालने लगी। ससुर के दांत मेरी नर्म मुलायम और मक्खन जैसी चूची को गड़ रहे थे। पर मैंने उनको नही रोका। मेरी चूचियां बहुत बड़ी बड़ी, गोल और रसीली थी। ससुर जी तो बस पागल हो गये थे। उन्होंने आधे घंटे तक मेरी दोनों चूचियों को चूसा और भरपूर मेरी जवानी का मजा लूट लिया। अब मेरी चूत में हलचल शुरू हो गयी थी। मेरी चूत अब फड़कने लगी थी। अब मैं चुदना चाहती थी।

““आआआअह्हह्हह…..ससुर जी!! ….प्लीस जल्दी से मेरी गर्म में अपना मोटा लौड़ा डाल दो वरना मैं मर जाउंगी !!” मैंने कहा

उसके बाद उन्होंने अपनी पैंट शर्ट उतार दी और कच्चा बनियान भी निकाल दिया। फिर उन्होंने मेरी साड़ी और पेटीकोट निकाल दिया। दोस्तों उस दिन मैंने चड्ढी भी नही पहनी थी। ससुर जी ने मेरे दोनों खूबसूरत पैर खोल दिए थे। अब मैं उनके सामने पूरी तरह से नंगी हो गयी थी।

ससुर जी भी पूरी तरह से नंगे हो गये थे। उन्होंने अपना मुंह मेरी चूत पर रख दिया और चाटने लगे। हम दोनों बहू और ससुर आंगन में थे। पानी बरस रहा था। हम दोनों भीग रहे थे। ससुर जी मेरी भीगी चूत में चाट रहे थे। मेरा भोसड़ा तो बहुत बड़ा और बहुत खूबसूरत था। मरने से पहले मेरे पति ने चोद चोदकर मेरी चूत फाड़ दी थी। अब मेरे ससुर मेरी फटी हुई बुर को पी रहे थे। मैं बार बार “आआआअह्हह्हह…..ईईईईईईई….ओह्ह्ह्हह्ह….अई. .अई..अई…..अई..मम्मी….” की आवाज निकाल रही थी।

क्यूंकि मुझे बहुत ही सेक्सी फील हो रहा था। आज मैं अपने ससुर जी की तन मन से सेवा कर रही थी। ससुर जी पूरी तरह चुदासे हो गये थे। जल्दी जल्दी मेरी चुद्दी [चूत] चाट रहे थे। मैं अपनी गांड उपर हवा में उठा देती थी। ससुर जी मेरी रसीली चूत को खाने लगे। मेरे चूत दे दाने से छेड़खानी करने लगे।

ओह्ह्ह गॉड!! कितना सेक्सी था वो सब। पूरे 15 मिनट तक ससुर ने मेरी चूत पी। उसके बाद उन्होंने अपनी 2 ऊँगली मेरी चूत में डाल दी और जल्दी जल्दी अंदर बाहर करने लगे। मुझे बहुत अधिक सनसनी महसूस हो रही थी। ससुर जी मेरी चूत को लंड से नही बल्कि अपनी 2 ऊँगली से ही चोद रहे थे। कितना मजेदार था वो सब। फिर ससुर जी पर वासना के बादल छा गये। वो तीव्रता से मेरी चूत में ऊँगली चलाने लगे। मैं “……मम्मी…मम्मी…..सी सी सी सी.. हा हा हा …..ऊऊऊ ….ऊँ. .ऊँ…ऊँ…उनहूँ उनहूँ..” करके चिल्ला रही थी। मुझे लगा रहा था की मेरी चूत का माल निकल जाएगा। फिर कुछ देर बाद ऐसा हो गया।

मेरी चूत से पानी की फव्वारे निकलने लगे। ससुर जी मेरी चुद्दी का पानी मुंह लगाकर पीने लगे। वो और अधिक कामुक हो गये थे। ससुर जी के हाथ बेहद तेज गति से मेरी चुद्दी में दौड़ने लगे। मेरी रसीली चूत से अनगिनत पानी की पिचकारी निकली। ससुर जी का चेहरा मेरे चूत के पानी से भीग गया था। सच में आज ऐसा पहली बार हुआ था। उसके बाद उन्होंने अपना मोटा 9” का लंड मेरी चूत में डाल दिया और जल्दी जल्दी मुझे चोदने लगे।

मुझे भरपूर मजा मिल रहा था। मेरा बदन बिलकुल गदराया हुआ था। ससुर जी जल्दी जल्दी मेरी चुद्दी में लंड की सप्लाई करने लगे। मैं चुदने लगी। मुझे बड़ी नशीली रगड़ चूत में मिल रही थी। ससुर जी मेरे उपर लेट कर मेरा गेम बजा रहे थे। वो जल्दी जल्दी अपनी कमर चलाकर मेरी चूत चोद रहे थे। मैं “…….उई. .उई..उई……. माँ…. ओह्ह्ह्ह माँ…… अहह्ह्ह्हह…” की आवाज निकाल रही थी।

मैंने खुद को ससुर जी के हवाले कर दिया था। वो किसी जवान मर्द की तरह मेरी बुर चोद रहे थे। उनका मोटा लंड खाकर मुझे बहुत सेक्सी फील हो रहा था। मैं आज अपने ससुर से चुद रही थी और जन्नत का मजा लूट रही थी। ससुर जी मुंह खोलकर मेरी चूत की धज्जियां उड़ा रहे थे। मुझे चोदने में उनको काफी मेहनत करनी पड़ रही थी। मैं सेक्स टेंशन से मरी जा रही थी। मैंने अपनी दोनों टाँगे खोल दी थी। ससुर गचा गच मेरी चूत का स्वागत कर रहे थे। sasur ne choda

फिर उन्होंने मेरी दोनों बलखाती चूचियों को पकड़ लिया था। ससुर जी के धक्को से मेरी चूचिया बहुत तेज तेज हिल रही थी। इसलिए उन्होंने मेरी दोनों चूचियों को हाथ से पकड़ लिया और कसके दाब दिया और जल्दी जल्दी मेरी चुद्दी चोदने लगे। आज मुझे बहुत जादा ऐश मिल रही थी। पति के मरने के 1 साल बाद मैं लंड खा रही थी। कुछ देर बाद ससुर जी 200 की रफ्तार से मुझे पेलने लगे। मेरी चूत को जैसे फटने लगी।

ससुर जी एक सेकंड को भी नही रुक रहे थे जिससे मैं सास तक ले सकूं। उपर से हम घर के आंगन में ठुकाई का मजा ले रहे थे। बारिश के पानी में भीग भीग कर हम मजे कर रहे थे। इस तरह से ससुर जी ने 35 मिनट मुझे नॉन स्टॉप चोदा, फिर पानी मेरी चूत में ही छोड़ दिया। उसके बाद हम आपस में किसी हसबैंड वाइफ की तरह लिपट गये और किस करने लगे। मैं ससुर जी के होठ किस कर रही थी।

“बहू!! कैसी लगी मेरी ठुकाई????” ससुर जी हंसकर बोले

“पापा जी, आपका पावर देखकर तो जवान लौंडे भी शरमा जाए। अब मैं आपकी पर्सनल रंडी बन जाउंगी। जब आपका दिल करे मुझे चोद लिया करना” मैंने कहा
उसके बाद हम किस करने लगे। ससुर जी मेरे 36” के बूब्स को तेज तेज दबाने लगे। कुछ देर बाद मैं मैं उसका लंड चूसने लगी। “बहू!! चल फेट इसे!!” ससुर बोले तो मैं जल्दी जल्दी उनके लंड को फेटने लगी। ओह्ह्ह कितना शानदार लंड था उनका। कितना बड़ा, कितना मोटा और कितना शानदार। फिर मैं जल्दी जल्दी उनके लौड़े को उपर नीचे करके फेटने लगे। ससुर मेरे बगल ही लेट गये थे। मेरे हाथ तो रुकने का नाम ही नही ले रहे थे।

मैं जल्दी जल्दी ससुर के लौड़े को फेट रही थी। फिर मैं झुककर उनके लौड़े को मुंह में लेकर चूसने लगी। मुझे अब सेक्स का नशा चढ़ चुका था। इसलिए मैं जल्दी जल्दी ससुर का लंड चूस रही थी और मुंह में अंदर लगे तक ले रही थी। ससुर को भी खूब मजा मिल रहा था। मेरे हाथ तो रुकने का नाम ही नही ले रहे थे। मैं जल्दी जल्दी ससुर का लंड गोल गोल आकार में फेट रही थी।

मुझे अजीब सा नशा चढ़ गया था।