kamukta, savita bhabhi xxx
एक बार मैंने अपने पति को बेइज्जत होने से बचा लिया मैंने अपने जलवे उस दिन दुकानदार को दिखा ही दिए और दुकानदार भी कहने लगा कोई बात नहीं आप कुछ दिनों बाद पैसे दे दीजिए। मैंने अपने ही तरीके से उससे बात की। दरअसल हुआ यूं कि मैं और मेरे पति एक बार घुमने के लिए गए हुए थे मेरे पति को न मुझे कहा क्यों ना आज हम लोग शॉपिंग कर ले फिर शायद मुझे वक्त ना मिले क्योंकि मैं कुछ समय के लिए बाहर काम के सिलसिले में जा रहा हूं। मैंने उनसे कहा ठीक है मुझे भी काफी शॉपिंग करनी है मेरी पेंटी ब्रा का कलेक्शन भी खत्म हो चुका है। मेरे पति कहने लगे ठीक है तुम अपनी पैंटी ब्रा का कलेक्शन ले लो और मुझे फिलहाल 6 महीने तक परेशान मत करना। मैंने उन्हें कहा ठीक है मैं तुम्हें 6 महीने तक अब बिल्कुल भी परेशान नहीं करूंगी। हम दोनों ही एक बड़ी सी दुकान में गए। जैसे ही हम लोग अंदर गए तो वहां पर एक नौजवान लड़का हमारे पास आ गया और कहने लगा हां जी मैडम आपको क्या चाहिए। वह बड़े ही इज्जत और तहजीब से बात कर रहा था मैं भी अपने प्यासी नजरों से उसे देख रही थी वह भी मुझे बड़े घूर कर देख रहा था।
मैंने उसे कहा कि तुम मुझे सैंडल दिखा दो उसने मुझे और मेरे पति को सोफे पर बैठा दिया। उस लड़के ने दुकान में ही काम करने वाले एक लड़के से कहा कि सर और मैडम को पानी पिलाओ। जब उस लड़के ने मुझे पानी पिलाया तो वह भी मेरी तरफ कातिल नजरों से देख रहा था, उसने हम दोनों को ही पानी दिया। मैंने भी उसके हाथ को पकड़ लिया जिससे की वह मेरा दीवाना हो गया। हम दोनों ने ही पानी पिया उसके बाद वह लड़का कहने लगा बताइए मैडम आपको किस तरीके की सैंडल चाहिए। मेरे पति कहने लगे सविता को तो तुम कुछ अलग ही तरीके की चीज दिखाओ क्योंकि सविता का टेस्ट थोड़ा अलग है। जब यह बात मेरे पति ने उस नौजवान युवक से कहीं तो वह भी मेरी तरफ बड़े ध्यान से देखने लगा और कहने लगा मैडम मैं आपका टेस्ट समझ चुका हूं आपको किस प्रकार का चाहिए। वह मेरे लिए एक सैंडल लाया और मेरे पैरों में पहनाने लगा लेकिन वह सैंडल मेरे पैरों में नहीं आई। मैंने उस नौजवान युवक से कहा कि तुम इतनी छोटी सी सैंडल मुझे पहना रहे हो मुझे बड़ी चीज पसंद है।
वह कहने लगा मैडम अभी आपको बड़ी चीज ला कर देता हूं। जब उसने मुझे बड़ी सैंडल ला कर दी तो वह मेरे पैरों पर पूरी तरीके से फिट हो गई, वह लड़का मेरे पैरों पर स्पर्श कर रहा था मुझे छूकर वह बहुत खुश हो रहा था। मेरी चूत से पानी निकलने लगा क्योंकि उस नौजवान युवक का लंड खड़ा था। मैंने उससे कहा ठीक है तुम यह सैंडल पैक करवा दो। उसने वह सैंडल पैक करवा दी मैंने उसे कहा कि मुझे तुम पैंटी ब्रा भी दिखा दो वह सेक्सी होनी चाहिए जिसमें कि मेरे पति मुझे देखते रह जाएं। मैं उस लड़के की तरफ देख रही थी उसका लंड खड़ा हो था। वह मुझे एक से एक प्रकार के पैंटी ब्रा दिखाने लगा और कहने लगा मैडम आप का साइज क्या है। मैंने उसे अपना साइज बताया वह मुझे कहने लगा आप का साइज तो बड़ा है मैं आपको आपके नंबर की पेंटी ब्रा दिखा देता हूं। वह मुझसे पूछने लगा आपको कौन सा कलर पसंद ह, मैंने उसे कहा कि मुझे तुम कोई चटक कलर दिखाओ जिसमें की मेरे पति मुझे देखते ही उत्तेजित हो जाएं उसने मुझे लाल रंग की पैंटी ब्रा दिखा दी। वह कहने लगा आप जब इसे पहनोगी तो आपके हुस्न पर बड़ी ही अच्छी लगेगी आपके पति आपको देख कर पागल हो जाएंगे। मेरे पति सोफे पर ही बैठे हुए थे इसलिए वह हमारी बात नहीं सुन पा रहे थे और बातों बातों में ही मैंने उस नौजवान युवक को अपना नंबर भी दे दिया वह बड़ा ही खुश हो गया और मेरी तरफ प्यासी नजरों से देखने लगा। जब हम लोग बिल काउंटर पर पहुंचे तो मेरे पति ने पूछा कि कितना बिल हुआ। बिल काउंटर पर बैठी लड़की ने हमारा बिल हमें बताया जब मेरे पति ने अपने पैंट की जेब में हाथ डाला तो उनकी जेब में पर्स नहीं था। वह मुझे कहने लगे लगता है शायद आज घर पर ही पर्स रह गया है। उनका सर शर्मिंदगी से झुक गया मैंने भी उन्हें कहा आप अपनी जेब में देखिए कितने पैसे हैं। उन्होंने जब अपनी दूसरी जेब में हाथ डाला तो कुछ पैसे उनकी जेब से निकले लेकिन वह पैसे कम हो रहे थे इसलिए मैंने अपने पति से कहा कि हम लोग यह सामान यही छोड़ देते हैं।
मेरे पति कहने लगे तुम एक काम करो यहीं पर रुक जाओ मैं घर से पैसे ले आता हूं। मुझे यह बात बिल्कुल भी अच्छी नहीं लग रही थी इसलिए मैंने उस लड़की से कहा कि आप हमे दुकान के ओनर से हमें मिलवा दीजिए। जब दुकान के ओनर हमसे मिले तो वह मुझसे कहने लगे हां मैडम कहिए क्या बात है। मैंने उन्हें सब कुछ बताया वह कहने लगे आपको तो पैसे देने ही पढ़ेंगे। मैंने भी उन्हें अपने स्तनों के दर्शन करवा दिए वह बड़े ही उम्मीद भरी नजरों से मेरे स्तनों को देख रहे थे। मैंने अपने पति से कहा तुम थोड़ी देर यही सोफे पर बैठो मैं इनसे अकेले में बात करती हूं। मैं जब उन्हें अकेले में ले गई तो मैंने उन्हें अपना नंबर दे दिया और कहा कि कभी आप भी हमारे घर पर आ जाइए तो मैं आपको खुश कर दूंगी आज थोड़ा समस्या हो गई है। वह भी बड़ा ठरकी इंसान था इसलिए मुझे कहने लगा ठीक है आप लोग चले जाइए आप बाद में ही पैसे दे दीजिए। जब उसने यह बात कही तो मै अपने पति के पास चली गई। जब मैने उन्हें यह बात बताई, मेरे पति बड़े खुश हुई और कहने लगे सविता तुम्हारी तो बात ही निराली है तुम तो सबको पता नहीं कैसे पटा लेती हो। मैंने अपने पति से कहा कि मेरा नाम भी सविता है और मैंने जब जो चीज ठान ली तो उसे मैं पूरा कर के ही रहती हूं।
मेरे पति कुछ दिनों बाद अपने काम से चले गए उस दिन मेरी चूत मे बहुत खुजली हो रही थी। मुझे ध्यान आया कि मैंने उस दुकानदार से वादा किया था मैंने उसे फोन किया और कहा आज तुम मेरी प्यास बुझाने आ जाओ मैं तुम्हारा इंतजार कर रही हूं। उस दुकानदार का नाम रंजीत है, रंजीत कहने लगा सविता भाभी कुछ देर में ही आपके पास आ जाऊंगा। जब रंजीत मेरे पास आया, मैंने उसकी दुकान से ली हुई पैंटी और ब्रा पहनी हुई थी और उसकी ही दुकान की हिल वाली सैंडल भी पहनी थी। मेरा बदन उसमे किसी परी से कम नहीं लग रहा था जब रंजीत मेरे पास आया तो वह मुझे देखता ही रह गया। वह कहने लगा सविता भाभी आपके तो जलवे ही निराले हैं आप अपने हुस्न के प्याले से आज मुझे भी शराब पिला ही दो। मैंने रंजीत से कहा तुम खुद ही आ जाओ और शराब पी लो। उसने जब मेरी पैंटी को नीचे किया तो मेरी चिकनी चूत को देखकर वह कहने लगा आपकी चूत तो बड़ी ही मुलायम और नाजुक है। उसने जैसे ही अपनी जीभ को मेरी योनि पर रखा तो मेरे पानी बड़ी तेज गति से बाहर निकालने लगा वह पूरे मूड में आ गया।
जब उसने मेरे स्तनों का भी रसपान किया तो वह कहने लगा भाभी आपके तो स्तन भी बड़े ही मुलायम और नाजुक है। वह पूरे मूड में था उसने मुझे घोड़ी बना दिया ऊंची सैंडल की वजह से मेरी चूतडे भी बड़ी हो चुकी थी और बड़ी ही खिल रही थी। उसने अपने कडक लंड को एक ही झटके मे मेरी मुलायम चूत के अंदर डाल दिया। जैसे ही उसका कडक लंड मेरी मखमली और मुलायम चूत के अंदर घुसा तो रंजीत मुझसे कहने लगा भाभी आपकी चूत तो बहुत ही रसभरी है मेरा लंड जब आपकी योनि में जा रहा है तो मुझे बड़ा अच्छा महसूस हो रहा है आप मुझे पैसे भी मत देना मैं आपकी रसभरी चूत का रसपान करता रहूंगा। रंजीत ने मेरी मखमली चूत को लहूलुहान कर दिया सवा मेरी चूत से बड़ी तेज पानी निकलने लगा। वह मुझे बड़ी तेज गति से चोद रहा था मैंने उसे कहा कि तुम्हारा लंड तो बड़ा ही मोटा और लंबा है मेरे पेट के अंदर जब तुम्हारा कडक लंड जा रहा है तो मेरी खुजली पूरी मिट रही है तुम ऐसे ही मुझे चोदते रहो। रंजीत कहने लगा भाभी मैं आपकी मखमली चूत को ज्यादा समय तक बर्दाश्त नहीं कर पाऊंगा, मेरा वीर्य बस गिरने ही वाला है। रंजीत का वीर्य जब मेरी योनि के अंदर गिरा तो वह मुझे कहने लगा भाभी आज आपने मुझे खुश कर दिया कल से मैं आपके लिए हमेशा ही नई नई पैंटी और ब्रा लाता रहूंगा। मैं हमेशा ही रंजीत की दुकान में जाती हू, उसने मुझे कई बार अपनी दुकान मे चोदा। उसके ही दुकान में काम करने वाले नौजवान युवक ने भी मुझे कई बार रगड़ा।