Savita bhabhi xxx, antarvasna: एक दिन में ट्रेन से सफर कर रही थी उस दिन में दिल्ली से चंडीगढ़ का सफर कर रही थी मेरे पति मुझे लेने के लिए रेलवे स्टेशन पर आने वाले थे। जब वह मुझे रेलवे स्टेशन लेने के लिए आए तो उनके साथ उनका एक दोस्त भी आया हुआ था वह दिखने में बड़ा ही हैंडसम था। मेरे पति ने मुझे उससे मिलवाया और कहा यह रोहित है। वह उनके ऑफिस में ही जॉब करते थे और मुझे नहीं पता था कि रोहित की शादी अभी कुछ समय पहले ही हुई है। उस दिन मेरी रोहित के साथ ज्यादा बात हो नहीं पाई और कुछ दिनों बाद रोहित को मेरे पति ने घर पर डिनर के लिए इनवाइट किया हुआ था। वह अपनी पत्नी के साथ हमारे घर पर आई हुई थी। रोहित की पत्नी का नाम ममता है ममता दिखने मे बहुत सुंदर है लेकिन रोहित को मुझ मे ज्यादा इंटरेस्ट था इसलिए वह मेरे साथ अपने रात को रंगीन बनाना चाहता था। मैं उनकी आंखों मे पढ चुकी थी कि वह आखिर चाहते क्या है लेकिन यह इतनी आसान नहीं था।
मैं रोहित के हाथ आने वाली नहीं थी रोहित एक दिन हमारे घर पर आए। उस दिन मेरे पति भी घर पर ही थे मैं और रोहित एक दूसरे से बात करने लगे तो मेरे पति मुझे कहने लगे सविता तुम जाकर हम दोनों के लिए चाय बना दो। मैं अब रसोई में चली गई मैंने चाय बना रही थी। मैंने चाय बनाई जब मैंने चाय बनाई तो मैंने अब रोहित और अपने पति को चाय दी। जब मैं रोहित को चाय दे रही थी तो वह मेरे स्तनों की तरफ अपनी आंखे फाड कर देख रहे थे। मुझे यह पता था कि वह मेरे लिए बहुत ही तड़पने लगे हैं। मैंने भी इस मौके का फायदा उठाने की सोची और रोहित को मैं खूब तड़पाया करती। रोहित मेरी बातों को समझ चुके थे। एक दिन वह घर पर आए उस दिन मेरे पति घर पर नहीं थे रोहित को यह बात अच्छे से पता थी। रोहित भी इस मौके का फायदा उठाकर घर पर आ गए। रोहित जब सोफे पर बैठे हुए थे तो मैंने रोहित से कहा मैं आपके लिए कुछ ले आती हूं। वह मुझे कहने लगे अरे भाभी रहने दीजिए मैं तो आपसे ही मिलने आया था। मैंने रोहित को कहा लेकिन अभी तो मेरे पति घर पर नहीं है। वह कहने लगे मैं तो आपसे ही मिलने के आया हूं और आपसे मिलकर मुझे हमेशा ही अच्छा लगता है।
मैंने रोहित को कहा चलिए आपने यह तो बड़ा अच्छा किया और इस बहाने हम लोग आज एक दूसरे को मिल पाएंगे। मैंने रोहित को कहा मैं आपके लिए चाय बना कर ले आती हूं वह कहने लगे नहीं भाभी आप रहने दिजिए। उन्होंने मुझे बैठने के लिए कहा था वह मेरे सामने बैठी हुई थी। मैं रोहित की आंखों में देख रही थी रोहित की आंखो में मुझे प्यार नजर आ रहा था। रोहित मेरे पास आकर बैठे उन्होंने मेरे हाथ को पकड़ते हुए कहा आपके हाथ कितने कोमल हैं। मैं रोहित की हिम्मत की दाद दे रही थी कि आखिर उन्होंने मेरा हाथ पकड़ लिया अब तो मैंने रोहित को अपना बदन सौप दिया था। मैं रोहित को अपने साड़ी के पल्लू को सरका कर उन्हें इशारा करने लगी वह मेरी चूत के अंदर अपने लंड को तेल लगाकर पेलने के लिए तैयार थे। यह बहुत ही अच्छा मौका था जब मैंने और रोहित ने भी दूसरे के साथ सेक्स करने के बारे में सोच लिया था। उन्होंने मेरी जांघ को सहलाना शुरू किया रोहित ने मेरी जांघ को बहुत देर तक सहलाया। जब मेरी चूत से पानी बाहर निकल आया था तो मैंने रोहित से कहा मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। अब हम दोनों को ही अच्छा लगने लगा था मैंने रोहित के लंड को अपनी चूत में लेने का मन बना लिया था। मैंने जब रोहित के लंड को बाहर निकाला तो रोहित का मोटा लंड मेरे हाथों में था। रोहित के लंड को मैंने जब अपनी जीभ से चाटना शुरू किया तो रोहित को मजा आने लगा। मुझे बहुत ज्यादा मजा आने लगा था मेरे अंदर की गर्मी अब इतनी ज्यादा बढ़ चुकी थी कि मैं बिल्कुल भी रह नहीं पा रहा था और ना ही रोहित अपने आपको रोक पा रहा था। रोहित ने मुझे कहा भाभी अब तो आपकी चूत में अपने लंड को घुसा कर आपको अपना बनाना चाहता हूं। मैंने रोहित को कहा चलो फिर बडरूम मे चलते हैं। रोहित भी कहने लगे भाभी जब आपने मन बना ही लिया तो चलिए फिर अब रोहित मुझे अपनी गोद में उठा कर बिस्तर पर ले आए उन्होंने मुझे बिस्तर पर लेटा दिया। मेरा नंगा बदन देख रोहित को बहुत ही ज्यादा मजा आने लगा। उन्होंने मुझे कहा भाभी अब आप अपने बदन को मुझे सौप दीजिए।
मैंने भी अपने ब्लाउज को उतारा और जब मैंने रोहित से कहा मेरे स्तनों को चूस लो। रोहित ने भी मेरे स्तनों को रसपान करना शुरू कर दिया और मेरे स्तनों को चूस कर वह मुझे पूरी तरीके से उत्तेजित करते और वह भी बहुत ज्यादा उत्तेजित हो चले थे। रोहित के अंदर की गर्मी बढ चुकी थी और मेरे अंदर की आग भी अब बढने लगी थी। मेरे अंदर कि गर्मी इतनी ज्यादा बढ चुकी थी कि मैं बिल्कुल भी रह नहीं पा रही थी और ना ही रोहित रह पा रहे थे। रोहित ने मुझे कहा भाभी अब मैं आपकी चूत के अंदर अपने लंड को डालना चाहता हूं। मैंने रोहित से कहा आप मेरी चूत में लंड को घुसा दो। कुछ देर तक रोहित ने मेरे स्तनों के बीच में अपने लंड को रगडा और मेरे अंदर की गर्मी बहुत ही ज्यादा बढ़ने लगी थी। अब रोहित को बहुत ही मजा आने लगा था जब रोहित को मजा आने लगा तो रोहित मुझे कहने लगे अब आपकी चूत को भी मैं चाट लेता हूं ताकि आपको और मजा आ जाए। मैंने अपनी साड़ी को ऊपर कर लिया रोहित ने मेरी पैंटी को अपने हाथों से उतारा और मेरी गुलाबी पैंटी को रोहित ने उतार दिया था। उसके तुरंत बाद ही रोहित ने मेरी चूत को चाटना शुरू कर दिया रोहित ने मेरी चूत को चाटकर पूरी तरीके से गिला कर दिया था। मेरी योनि से पानी बाहर की तरफ को बहने लगा था।
मैंने रोहित को कहा अब तुम अपने लंड को मेरी चूत में घुसा डाल दो। रोहित ने कहा भाभी मै अपने लंड पर तेल तो लगा लू। रोहित ने अपने लंड को पूरी तरीके से चिकना बना लिया। रोहित ने अपने लंड को इतना ज्यादा चिकना बना लिया था कि मैंने रोहित से कहा अब मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। रोहित ने मेरी योनि के बीचो बीच अपने लंड को रगड़ना शुरू कर दिया। जब रोहित ने मेरी चूत के बीचो–बीच अपने लंड को रगड़ना शुरु कर दिया तो मुझे अब मजा आने लगा और रोहित ने मेरी चूत से पानी बाहर निकाल दिया था। मैंने रोहित को कहा अब तुम मेरी चूत के अंदर अपने लंड को घुसा दो। रोहित ने कहा आपकी चूत में अभी अपने लंड को घुसा देता हूं और रोहित ने मेरी चूत के अंदर अपने लंड को घुसा दिया। रोहित का तेल लगा लंड मेरी चूत को फाडता हुआ अंदर तक चला गया और मेरी चूत के अंदर की गर्मी बढ गई। मेरी चूत मे अलग हलचल पैदा होने लगी थी और मुझे मजा आने लगा था। रोहित को भी बहुत अच्छा लग रहा था जब रोहित ने मेरे पैरों को अपने कंधों पर रखकर मुझे तेजी से धक्के देना शुरू किया तो मैंने रोहित को कहा रोहित कसम से आज मजा ही आ गया। रोहित इस बात से बहुत ज्यादा मुस्कुराने लगे और वह कहने लगे भाभी आपकी चूत मारकर आज मुझे ऐसा लग रहा है जैसे कि मेरा कोई सपना पूरा हो गया हो। मैंने रोहित को कहा तुम्हारा तो सपना पूरा हो चुका है और मुझे भी लग रहा है कि जैसे तुम्हारे इस मोटे लंड को अपनी चूत में लेने के लिए मैं भी कब से इंतजार कर रही थी और अब हम दोनों के बीच में चुदाई का खेल चल रहा है। रोहित का लंड जिस प्रकार से मेरी चूत के अंदर बाहर हो रहा था उससे मैं रोहित के लंड की गर्मी को झेल न पाई और रोहित ने अपने माल को मेरी चूत के अंदर गिरा दिया। रोहित ने अपने माल से मेरी चूत को भर दिया था।