मेरी चढ़ती जवानी-4 | Savita Bhabhi

xxx hindi story, savita bhabhi xxx:  रोहन और मेरे बीच किस हो रहा था तभी मेरे पति ने डोरबेल बजा दी जैसे ही दरवाजा खोला तो मेरे पति दरवाजे पर खड़े थे। उस दिन वह जल्दी आ गए थे रोहन और मेरे बीच सेक्स संबध बन ही नहीं पाए और रोहन अब घर चला गया था। मैं यही सोच रही थी कि आज बड़ा ही अच्छा मौका था मै रोहन के साथ सेक्स का मजा लेती लेकिन अब रोहन घर जा चुका था। उसके कई दिनों बाद तक वह मुझे दिखा नहीं क्योंकि वह कुछ दिनों के लिए अपने घर गया हुआ था। जब वह अपने घर से लौटा तो एक दिन वह मुझे सुबह मॉर्निंग वॉक के दौरान दिखा जब वह मुझे मॉर्निंग वॉक के दौरान मिला तो मैं उसके साथ हम बात करने लगी। उसने मेरी गांड पर हाथ लगा दिया मैंने उसे कहा रोहन लेकिन अचानक से तुम्हारे अंदर यह बदलाव कैसे आ गया। उसने मुझे अपनी गर्लफ्रेंड के बारे में बताया और कहा उसने मुझे धोखा दिया वह किसी और के साथ ही रिलेशन मे है, मुझे रिलेशन में बिल्कुल भी बिलीव नहीं रहा।
यह सुनकर मैं खुश हो गई मैने रोहन को कहा क्या आज दोपहर में तुम घर पर आ सकते हो? वह मुझे कहने लगा आज दोपहर को मेरा घर पर आना तो मुश्किल होगा लेकिन अगर आप कहो तो मैं रात को आपसे मिलने आ सकता हूं। मैंने रोहन को कहा लेकिन उस वक्त तो मेरे पति घर पर होते हैं रोहन कहने लगा सविता भाभी यह आप ही देख लीजिए कि आपको क्या करना है अगर आप कहे तो मैं आपको रात को मिलने के लिए आ जाता हूं। यह बात सुनकर मैंने रोहन को कहा ठीक है तुम रात को आ जाना मैं तुम्हारा इंतजार करूंगी और रात के वक्त अब मैं रोहन का इंतजार कर रही थी। मैने राजीव को उस दिन जल्दी सुला दिया था मैंने उनके साथ उस दिन तीन बार सेक्स के मजे लिए जिस से कि वह थक कर सो चुके थे। अब मेरे रोहन का इंतजार कर रही थी रोहन काफी रात तक नहीं आया था। मैंने जब रोहन को फोन किया तो उसने मेरा फोन नहीं उठाया लेकिन तभी दरवाजा कोई खटखटा रहा था।
मैं जब दरवाजे पर गई तो मैंने दरवाजा खोला मैंने देखा रोहन बाहर ही खड़ा है। रोहन मुझे कहने लगा भाभी आज बाहर बड़ा अच्छा मौसम है चलो बाहर चलते हैं मैंने रोहन को कहा लेकिन हम लोग अभी कहां जाएंगे तो रोहन कहने लगा हम लोग टेरेस में चलते हैं। यह बात सुनकर मैंने उसे कहा आज हम लोग टेरेस में ही मजे लेंगे। वह कहने लगा आप मेरे साथ चलिए तो सही, मैंने भी चटाई ले ली। उसके बाद हम लोग टेरेस में चले गए मौसम बड़ा ही सुहाना था। रोहन ने सिगरेट निकाली और पीने लगा। मैं उसे देख रही थी और मैने उसको कहा क्या तुम सिगरेट पीते हो? वह कहने लगा कभी कभार में पी लिया करता हूं। मैं उसकी तरफ देख रही थी लेकिन रोहन अब भी सिगरेट पी रहा था। मैंने उसके पजामे को नीचे करते हुए उसके लंड को बाहर निकाला तो मैंने देखा उसका लंड एकदम से खड़ा हो चुका है और वह इतना ज्यादा मोटा था कि मैंने पहली बार इतना मोटा लंड देखा था मैं उसके लंड को योनि में लेन के लिए उत्तेजित हो गई थी। मैंने उसके लंड पर अपनी जीभ को लगाया जब मैंने रोहन के लंड पर अपनी जीभ को लगाया और उसके लंड को चाटना शुरू किया तो उसे अच्छा लगने लगा था। वह मुझे कहने लगा भाभी मुझे बड़ा ही अच्छा लग रहा है। मैंने रोहन के लंड को अपने गले के अंदर तक ले लिया था और वह अब भी सिगरेट पी रहा था। वह जब सिगरेट पी रहा था तो मैं उनके लंड को चूसकर उसके पानी को बाहर निकालने की कोशिश कर रही थी। मैंने भी उसके लंड से पानी को बाहर खींच लिया वह इतना ज्यादा मजे में आ गया था कि उस से बिल्कुल भी रहा नहीं जा रहा था। मैने रोहन को कहा तुम मेरी गर्मी को मिटा दो रोहन ने मेरे स्तनों को दबाना शुरू किया। उसने मुझे अब चटाई पर लेटा दिया जब उसने मुझे चटाई पर लेटाया तो उसके बाद वह मेरे स्तनों को बड़े अच्छे से दबा रहा था। वह मेरे ऊपर से लेटा हुआ था मौसम बड़ा ही सुहाना था इसलिए हम दोनों पूरी तरीके से मजे ले रहे थे। मैंने रोहन से कहा तुम मेरे स्तनों को अपने मुंह में ले लो तो उसने मेरे स्तनों को अपने मुंह में ले लिया और उन्हें वह बड़े अच्छे से चूसने लगा। जब वह ऐसा करता तो मुझे बहुत ही मजा आ रहा था रोहन ने मेरे स्तनो को चूस कर दूध बाहर निकाल दिया था मुझे अच्छा लग रहा था।
मैंने उससे कहा रोहन तुम बड़े ही कमाल के हो अब मैं रोहन के लंड को दोबारा से चूसने लगी मैं रोहन के लंड को अपने मुंह में लेकर चूस रही थी तो मुझे अच्छा लग रहा था। मुझे ऐसा लग रहा था बस मैं रोहन के लंड को अपने मुंह में लेकर चूसती ही जाऊं और रोहन की गर्मी को ऐसे ही बढ़ाती जाऊं। वह बहुत ज्यादा खुश हो गया था मेरे अंदर की आग बढ़ती ही जा रही थी। हम दोनों को अब मजा आने लगा था मैं रोहन के लंड के ऊपर से बैठ गई जब मैंने अपनी चूत मे रोहन के लंड को लिया तो रोहन को मजा आने लगा मैंने  अपनी चूतड़ों को ऊपर नीचे करना शुरू कर दिया था तो मुझे अच्छा लग रहा था। जब मैं ऐसा करती तो मेरे अंदर एक अलग ही आग पैदा होती वह मुझे बड़ी तेजी से धक्के मारता। अब रोहन ने मुझे अपने नीचे लेटा दिया था रोहन का मोटा लंड लेकर मैं बहुत ज्यादा खुश थी। इतने मोटे लंड को मैंने पहली बार ही अपनी योनि के अंदर लिया था इसलिए मेरी खुशी अब लगातार बढ़ती ही जा रही थी।
हम दोनो एक दूसरे के साथ मजे ले रहे थे उस वक्त रोहन ने मुझे कहा भाभी मैं पहले भी आपको देखा करता था लेकिन उस वक्त मैं अपनी गर्लफ्रेंड के साथ रिलेशन में था, मैं नहीं चाहता था कि मैं उसे धोखा दूं लेकिन जब मुझे उसके बारे मे पता चला तो मुझे बड़ा ही बुरा लगा और उसके बाद मैंने पूरा मन बना लिया कि मैं आपकी चूत मारूंगा। आज मैं आपकी चूत मारकर अपने अंदर की गर्मी को पूरी तरीके से बठा रहा हूं और मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा है जब मैं अपने लंड को आपकी चूत में डाल रहा हूं यह बड़ा ही अच्छा पल है जो मैं आपके साथ बिता रहा हूं। यह कहते ही अब रोहन ने मुझे अपनी गोदी में उठा लिया जब उसने ऐसा किया तो वह मेरी चूतडो पर बड़ी तेजी से प्रहार करने लगा वह मेरी चूतड़ों पर प्रहार करता तो मेरी चूतडो का रंग लाल होने लगा था। उसने मुझे अपनी गोद में ऐसे उठाया हुआ था जैसे कि मैं बहुत ही हल्की हूं, उसे बड़ा मजा आ रहा था और उसने बहुत देर तक ऐसा ही किया। जब रोहन ने मुझे डॉगी स्टाइल पोजीशन में चोदना शुरु किया तो मुझे मजा आने लगा मैं रोहन को कहने लगी मुझे ऐसे ही तुम तेज गति से धक्के देते रहो। रोहन मुझे कहने लगा मुझसे बिल्कुल बर्दाश्त नहीं हो रहा है यह कहते हुए उसने अपने माल को मेरी चूत में गिरा दिया। रोहन का माल मेरी चूत मे गिर चुका था अब मुझे बहुत ही अच्छा लगा जिस प्रकार से रोहन ने मेरे साथ सेक्स के मज़े लिए रोहन ने मुझे पूरी तरीके से संतुष्ट कर दिया था और मेरी गर्मी को उसने पूरी तरीके से मिटा दिया था। हम दोनों कुछ देर तक टेरेस में ही बैठे रहे फिर मैंने उसको कहा मेरा सपना आज तुमने पूरा कर दिया, वैसे मैंने तुम्हें जब पहली बार देखा था तो तभी से तुमसे चूत मरवाने के लिए मैं बड़ी तरस रही थी लेकिन आज जिस प्रकार से तुमने मुझे चोदा उस से मुझे अच्छा लगा हम दोनों काफी देर तक एक दूसरे के साथ बैठे हुए थे फिर हम लोग टेरेस से नीचे आ गए। रोहन अपने घर चला गया और मैं राजीव के साथ लेटी हुई थी राजीव को इस बात का पता ही नहीं चल पाया कि मैं चूत मरवाकर आ चुकी हूं। रोहन मेरे प्यार में पूरी तरीके से पागल हो चुका था और वह मेरे लिए तड़पता रहता मैं जब भी उसे बुलाती तो वह तुरंत मेरे पास आ जाता। मुझे वह जब भी चोदता तो मुझे बड़ी खुशी होती।