Hindi sex kahani, savita bhabhi: मेरे पति के पुणे चले जाने के बाद मैं अकेली ही घर पर तड़प रही थी और मेरी जवानी बेकार हो रही थी मेरे पास फिलहाल कोई चारा नहीं था इसलिए मुझे गोलू को ही बुलाना पड़ा। वह मेरे लिए तड़प रहा था जब उस दिन वह घर पर आया तो मुझे कहने लगा भाभी आप तो मेरा फोन ही नहीं उठाती। मैंने उसे कहा तुम्हें मैंने यहां पर बात करने के लिए नहीं बुलाया है जिस काम के लिए यहा आए हो वह कर के तुम यहां से चले जाओ। वह कहने लगा भाभी आप मुझे थोड़ा समय दो बस आपकी चूत की आज मैं गर्मी बाहर निकाल देता हूं। मैंने जब उसके कपड़े उतार कर उसे नंगा कर दिया था तो मैं उसके लंड को अपने हाथ में लेकर हिला रही थी। उसने मेरे भी कपड़े उतारने शुरू कर दिए और कहने लगा सविता भाभी आपकी जवानी तो हर दिन बढ़ती जा रही है आप बहुत ही ज्यादा जवान होती जा रही है। मैंने उसे कहा मैं अपना ध्यान रखती हूं अब तुम फालतू टाइम वेस्ट मत करो।
यह कह कर मैंने गोलू के लंड को अपने हाथों में लिया तो उसका लंड मेरे हाथों में अच्छे से आ भी नहीं रहा था क्योंकि वह इतना ज्यादा मोटा हो चुका था कि बस मेरी चूत के अंदर जाने के लिए बेताब था। मैं उसके मोटे लंड को अपने हाथों से हिला रही थी तो गोलू को भी मजा आ रहा था वह मुझे कहने लगा मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा है। अब उसने मेरे मुंह के अंदर अपने मोटे लंड को डाल दिया जब मैंने उसके लंड को अपने मुंह में लेकर चूसना शुरू किया तो मुझे बहुत ही ज्यादा अच्छा लगने लगा और उसको भी मजा आने लगा था। वह मुझे कहने लगा भाभी आप बड़ी कमाल की हो और आपके मुंह में जब मेरा लंड अंदर बाहर हो रहा है तो मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। उसके मोटे लंड को चूसने में मुझे बहुत मजा आ रहा था मैंने उसके लंड को तब तक चूसा जब तक उसका लंड लाल नहीं हो गया और वह उत्तेजित नहीं हो गया। वह मुझे कहने लगा मैं पूरी तरीके से गर्म हो चुका हूं उसकी उत्तेजना पूरी तरीके से बढ़ने लगी थी वह बहुत ज्यादा मजे में आ चुका था। उसने मुझे कहा भाभी बस आप मेरी इच्छा को किसी तरीके से पूरा कर दीजिए।
मैंने उसे कहा लो मैंने भी अपनी चूत को तुम्हारी तरफ कर दिया है अब तुम्हें मेरी चूत को तब तक चाटना है जब तक तुम मेरी चूत का पानी ना निकाल दो। वह मेरी चूत को अच्छे से चाट रहा था जिस से कि मेरी चूत से पानी निकलने लगा उसे बहुत ही अच्छा लग रहा था। जब वह मेरे चूत के अंदर जीभ डालकर अच्छे से चाटता तो मेरे अंदर की गर्मी बहुत ही ज्यादा बढने लगी थी और मेरे अंदर कि आग अब इस कदर बढ़ चुकी थी कि मैं बिल्कुल भी रह नहीं पा रहा था और मेरी चूत से निकलता हुआ पानी अब बहुत ज्यादा बढ़ने लगा था। उसने मेरी चूत के अंदर से पूरी तरीके से पानी बाहर निकाल दिया था उसने जब अपने मोटे लंड को मेरी चूत के ऊपर लगाया तो मेरी चूत से निकलता हुआ पानी बहुत बढ रहा था। उसने मेरी चूत मे धीरे-धीरे अपने लंड को डालना शुरू किया जब गोलू ने मेरी योनि के अंदर अपने लंड को डाला तो मैं पूरी तरीके से मजे मे आ गई और अपने पैरों को मैं खोलने लगी। मैंने गोलू को कहा तुम मुझे बस ऐसे ही चोदते रहो। गोलू कहने लगा मुझे आपको चोदने में अच्छा लग रहा है। वह जिस प्रकार से मुझे धक्के मार रहा था उससे मेरा बदन पूरी तरीके से हिलने लग जाता। जब मेरा बदन हिलता तो वह मेरे स्तनों को अपने हाथों में लेकर उन्हें दबाने की कोशिश करता। जब वह मेरे स्तनों को दबाता तो उसको और भी ज्यादा मजा आता। मैं उसे कहती मुझे और भी तेजी से चोदो, मेरे अंदर की आग बढ़ चुकी थी मैं बिल्कुल भी रह ना सकी जब मेरी चूत से पानी बाहर की तरफ निकलने लगा तो मैं उसे अपने पैरों के बीच में जकडने लगी। मैं गोलू को कहने लगी गोलू मुझे और तेजी से धक्के मारो गोलू ने भी अपने लंड को अंदर बाहर किया। जब उसने अपने वीर्य की पिचकारी मेरी चूत के अंदर गिरा दी तो मैंने उसे कहा अब जाकर मेरी गर्मी शांत हुई। वह मेरे ऊपर से लेटा हुआ था जब वह मेरे ऊपर से लेटा हुआ था तो मैंने उसे कहा मेरे ऊपर से हट जाओ मुझे अब आराम से कुछ देर सोना है। गोलू मुझे कहने लगा भाभी मैं आपके लिए क्या कर सकता हूं मैंने उसे कहा चलो तुम मेरे बदन की मालिश कर दो क्योंकि मैं नंगी लेटी हुई थी इसलिए मैंने उसे कहा मेरे बदन की मालिश कर के मेरी थकान को आज तुम दूर कर दो। वह कहने लगा ठीक है जब गोलू ने मेरी पीठ पर तेल की मालिश करनी शुरू की तो मुझे अच्छा लग रहा था वह मेरी कमर पर तेल की मालिश अच्छे से कर रहा था। जब वह ऐसा करता तो मुझे बहुत अच्छा लगता लेकिन जब उसने मेरी गांड पर तेल लगाना शुरू किया तो मुझे लगने लगा कि मेरी चूत से पानी निकलने लगा। उसमें मेरी चूतड़ों को अच्छी तरीके से मालिश की और पूरी तरीके से चिकना बना दिया था।
जब उसने मेरे बदन को पूरी तरीके से चिकना बना दिया तो अब मैं बिल्कुल भी रह नहीं पा रही थी मेरे अंदर की आग बहुत ज्यादा बढ़ने लगी थी। उसने मेरी चूत को दोबारा से चाटना शुरु किया मेरी चूत से निकलता हुआ पानी बढने लगा। मैंने उसके लंड पर तेल लगाना शुरु किया जब मैंने उसके लंड पर तेल की मालिश की तो गोलू का लंड मोटा होने लगा वह इतना ज्यादा कठोर हो चुका था कि वह मेरी चूत के अंदर जाने के लिए तड़प रहा था तभी मेरे पति राजीव का फोन आ गया फोन देखते ही मैंने गोलू से कहा कि तुम रुक जाओ। वह अपने लंड को मेरी चूत पर रगडने लगा मुझे बहुत मज़ा आ रहा था। मैंने अब राजीव से बात की तो राजीव मुझे कहने लगे सविता तुम कैसी हो? मैंने राजीव को कहा मैं तो ठीक हूं लेकिन तुमने आज मुझे बड़ी जल्दी फोन कर दिया तुम तो मुझे देर रात को फोन किया करते थे।
राजीव कहने लगे बस ऐसे ही आज तुमसे बात करने का मन था मैं राजीव से बात कर रही थी तभी गोलू मादरचोद ने मेरी चूत के अंदर अपने लंड को घुसा दिया जिस से कि मेरे मुंह से चीख निकल पड़ी और राजीव मुझे कहने लगे क्या हुआ? मैंने राजीव को कहा कुछ नहीं बस ऐसे ही पैर में कुछ लग गया था। गोलू अब रह नहीं पा रहा था तो वह मुझे धक्के दिए जा रहा था मेरे मुंह से हल्की सिसकारियां बाहर की तरफ को निकाल रही थी। राजीव मुझसे अभी भी बात कर रहे थे मैंने राजीव को कहा राजीव क्या कुछ जरूरी बात थी। राजीव कहने लगे मैं तुम्हें लेने के लिए इस हफ्ते आ रहा हूं। मैंने राजीव को कहा तुम तो बड़ी जल्दी मुझे लेने के लिए आ रहे हो वह मुझे कहने लगे सविता यहां पर सरकारी क्वार्टर का इंतजाम हो गया है और मैं तुम्हें जल्दी लेने के लिए आऊंगा। मैंने राजीव को कहा राजीव यह तो बड़ी खुशी की बात है अगर मैं तुम्हारे साथ आ जाऊं, मैं तुम्हारे लिए बहुत ज्यादा तड़प रही हूं तुम मुझे जल्दी लेने के लिए आ जाओ। मैं राजीव से बात करती तो गोलू मुझे तेजी से चोदता जब राजीव ने फोन रखा तो मैंने गोलू को गाली देते हुए कहा तुम 2 मिनट के लिए सब्र नहीं कर सकते थे। गोलू बोलने लगा भाभी आपके देख कौन रूक पाएगा मैंने उसे कहा चलो तुम जल्दी से मुझे चोदो। गोलू ने मेरी चूत के मजे 15 मिनट तक लिए लेकिन उसका माल बाहर ही नहीं गिर रहा था। मैंने उसके लंड को चूसकर जब उसके माल को बाहर निकाला तब जाकर उसकी गर्मी को मैंने शांत किया वह बड़ा ही खुश था। उसके बाद वह अपने घर चला गया और मैं उस रात घर पर ही थी मैं नंगी लेटी हुई थी और राजीव से रात को मैंने फोन सेक्स किया।