Savita bhabhi xxx, hindi sex story: पड़ोस में रहने वाले रामू चाचा जो अक्सर मुझे देखा करते थे। रामू चाचा की बुढ़ापे मे भी जवानी झलक रही थी और उनकी जवानी को मैं और तड़पाना नहीं चाहती थी इसलिए मैंने रामू काका के साथ सेक्स करने के बारे में सोचा। जब मैं रामू काका के घर पर गई तो वह मुझे कहने लगे सविता तुम कब आई? मैंने उन्हें कहा मैं तो अभी आई लेकिन आज आपके घर पर कोई दिखाई नहीं दे रहा है। वह मुझे कहने लगे तुम बैठो। उन्होंने मुझे बैठने के लिए कहा जब मैं बैठ गई तो वह मेरे बगल पर आकर बैठे और मुझसे गर्म बातें करने की कोशिश करने लगे। वह मुझसे बातें कर रहे थे तो मुझे अच्छा लग रहा था उन्हें भी बहुत ज्यादा अच्छा लग रहा था। वह चाहते थे वह मेरे साथ सेक्स करें और उन्होंने मेरी जांघ पर हाथ रखा तो मैं उनके इशारे को समझने लगी थी। अब वह मेरी जांघ को सहलाने लगे उन्होंने धीरे-धीरे मेरी साड़ी को भी ऊपर उठाना शुरू कर दिया। मैंने भी उन्हें कुछ नहीं कहा। जब उन्होने मेरी साड़ी को पूरी तरीके से ऊपर उठा दिया और मेरी जांघो को वह सहलाने लगे तो मैं समझ चुकी थी कि वह मेरी गर्मी को बढ़ा चुके हैं। उन्होंने मेरी गुलाबी पैंटी के अंदर से उंगली डालकर मेरी चूत को सहलाना शुरू किया।
वह मेरी चूत पर अपनी उंगलियों का फेर रहे थे तो मुझे मजा आने लगा और उन्हें भी बहुत ज्यादा अच्छा लग रहा था जिस प्रकार से वह मेरी चूत पर अपनी उंगलियों को फिरा रहे थे। जैसे ही चाचा ने मेरी चूत के अंदर अपनी उंगली को घुसाया तो मैंने उन्हें कहा आज तो मुझे मजा ही आ गया। उन्होंने मेरी चूत के अंदर अपनी उंगली को घुसा दिया था और मुझे बड़ा ही मजा आया जब वह अपनी उंगली को मेरी चूत के अंदर बाहर कर रहे थे। जब उन्होंने अपने लंड को अपने पजामे से बाहर निकाला तो मैं उनकी लंड को देखकर उन्हें कहने लगी चाचा आपका लंड तो बहुत ज्यादा मोटा है। वह मुझसे कहने लगे मेरा लंड तुम्हारे लिए ना जाने कब से तड़प रहा है। मैंने कहा आज मैं आपके लंड की इच्छा को भी पूरी कर देती हूं। उन्होंने मुझे अपनी गोद में बैठा लिया और मेरी चूत के अंदर लंड घुसा दिया। मेरी चूत के अंदर तक उनका लंड जा चुका था मेरी चूत की जड़ से उनका लंड टकराने लगा मुझे बहुत ज्यादा अच्छा लग रहा था। मेरी गर्मी बढती जा रही थी। जब उन्होंने मेरी गर्मी को पूरी तरीके से बढ़ा दिया तो मैंने उन्हें कहा अब आप मुझे घोड़ी बना कर चोदो। उन्होंने कहा ठीक है मैं तुम्हें घोड़ी बना कर चोदता हूं। वह मेरी चूत में लंड को डाल चुके थे मुझे बहुत ही अच्छा लगा। मुझे ऐसा लगा जैसे उनका मोटा लंड में अक्सर अपनी चूत में लेती रहूं तो कितना अच्छा रहेगा। उन्होंने अब मेरी चूतड़ों को कस कर पकड़ा हुआ था उन्होंने मेरी चूतड़ों को कस कर पकड़ा हुआ था और वह मुझे बहुत ज्यादा तेजी से धक्के मारने लगे थे।
उन्होंने मुझे जिस तेजी से धक्के मारने शुरू किए उससे मेरे अंदर की गर्मी लगातार बढ़ रही थी और उनके अंदर की गर्मी भी बढ़ती जा रही थी। उन्होंने मेरी चूतडो का रंग लाल कर दिया था। वह मुझे कहा सविता तुम ऐसे ही मेरा साथ देते रहो। मैं चाचा का साथ बड़े ही अच्छे से दे रही थी और उनसे अपनी चूतडो को मिलाए जा रही थी। चाचा का 10 इंच मोटा लंड मेरी चूत के अंदर जाकर एक हलचल पैदा कर रहा था जिस से मेरा शरीर पूरी तरीके से हिल जाता और मुझे बहुत ज्यादा मजा आता। जब मैं और चाचा एक दूसरे के साथ सेक्स संबंध बना रहे थे तो हम दोनों बहुत ज्यादा खुश थे। चाचा ने मेरी चूत पूरी तरीके से फाड़ कर रख दी थी और मेरी चूत में अपने माल को गिराकर अपनी इच्छा को पूरा कर दिया था। मैंने चाचा से कहा अब मैं चलती हूं। मैंने अपनी साडी को नीचे किया और मैं अपने घर पर आ गई। चाचा का माल अब भी मेरी पेंटी से गिर रहा था मैं बाथरूम में चली गई और बाथरूम में जाने के बाद जब मैंने आपनी चूत को साफ किया तो मुझे बहुत ही अच्छा लगा। उसके बाद मेरे पति आ गए मेरे पति मुझे कहने लगे सविता आज तुम्हारे चेहरे पर बड़ी रौनक नजर आ रही है। मैंने उन्हें कहा हां बस ऐसे ही मैं आज खुश हूं। उन्होंने मुझसे मेरी खुशी का कारण पूछा लेकिन मैं उन्हें चाचा के साथ हुए शारीरिक संबंध के बारे में तो बता नहीं सकती थी, मैं उन्हे कमरे में ले गई और उनकी पैंट को खोलते हुए उनके लंड को बाहर निकाल कर अपने मुंह में लेकर उसे चूसना शुरू किया तो वह भी खुश होने लगे। उनका लंड अपने पूरे आकार में आ चुका था जब मैं उनके लंड को चूस रही थी तो वह बहुत ज्यादा तड़पने लगे थे और मुझे कहने लगे तुम ऐसे ही मेरे लंड को चूसती रहो।
मैंने बहुत देर तक उनके लंड का रसपान किया। मेरे पति बहुत ज्यादा खुश थे और उन्हें बहुत ही अच्छा लगा जिस प्रकार से मैंने उनके लंड की गर्मी को बढ़ा रही थी। अगले दिन मैं सुबह घर पर थी जब मैं घर की साफ सफाई कर रही थी तो चाचा जी घर पर आ गए और रामू काका घर पर आए तो मैं समझ चुके थी कि वह मेरी चूत मारने के लिए आ गए हैं। मैंने भी चाचा को बेडरूम में आराम करने के लिए कहां। वह बेडरूम में लेटे हुए थे क्योंकि घर पर कोई भी नहीं था मेरे पति भी ऑफिस जा चुके थे। मैंने चाचा से कहा चाचा आप मेरे बदन की मालिश कर दीजिए। उन्होंने मेरे कपड़ों को उतारकर मेरे बदन की मालिश करनी शुरू की वह तेल से मेरे बदन की मालिश कर रहे थे। जब उन्होंने अपनी उंगली को मेरी चूत मे घुसाया तो मुझे बड़ा ही अच्छा लग रहा था। वह मुझे कहने लगे सविता तुम्हारी चूत बड़ी कमाल की है। मैंने भी उनके लंड पर तेल की मालिश की जिससे कि उनका लंड चिकना हो चुका था। उनका लंड इतना चिकना हो चुका था वह मेरी चूत में जाने के लिए तैयार था। मैंने चाचा के सामने अपने दोनों पैरों को खोल लिया और चाचा ने मेरी चूत में लंड घुसाया। चाचा का लंड मेरी योनि में जाते ही मैं जोर से चिल्ला कर बोली चाचा आपने मेरी चूत फाड़ दी। वह कहने लगे मुझे बहुत अच्छा लग रहा है मुझे भी काफी ज्यादा अच्छा लगने लगा था और उनका साथ मै बड़े अच्छे से दे रही थी। मैंने उन्हें कहा आप मुझे बस ऐसे ही धक्के मारते जाओ। चाचा ने मुझे तेज गति से धक्के मारना शुरू कर दिया थे। उन्होंने मुझे बहुत तेजी से धक्के दिए।
जब उन्होंने मेरी चूत के अंदर अपने माल को गिराया तो मुझे मजा आ गया और उन्हें भी बड़ा मजा आया। चाचा की इच्छा कहां पूरी हुई थी वह मेरे साथ दोबारा से चुदाई करना चाहते थे। उन्होंने मुझसे कहा तुम मेरे लंड को दोबारा से खड़ा कर दो। मैंने चाचा के लंड को दोबारा से खड़ा कर दिया और उनके लंड को अपनी चूत में लेने की बात कही तो उन्होंने भी एक झटके में मेरी योनि के अंदर लंड घुसा दिया उनका मोटा लंड मेरी योनि के अंदर जा चुका था और मुझे बहुत ही ज्यादा मजा आ रहा था जब मैंने उनके मोटे लंड को अपनी चूत में लिया। उन्होंने मुझे इतनी तेजी से पेलना शुरू किया कि मेरा पूरा शरीर हिल रहा था और मुझे बड़ा मजा आ रहा था जिस प्रकार से वह मेरी इच्छा को पूरा कर रहे थे अब मेरी इच्छा पूरी हो चुकी थी और चाचा जी भी उसके बाद घर जा चुके थे। जब भी मुझे चाचा जी की जरूरत होती तो वह तुरंत मेरे पास दौड़े चले आते और मेरी चूत के मजे लेकर हमेशा कहते सविता तुम्हारी चूत मुझे हमेशा ही टाइट महसूस होती है। यह मेरे लिए बड़ी ही खुशी की बात है कि चाचा को मैं अपने यौवन का प्याला पिला पा रही हूं और उनके बुढ़ापे को मै सफल बना रही हूं। उन्हें हमेशा ही मजा आता है जब भी वह मेरी चूत मारा करते हैं और मेरी इच्छा को पूरा करते हैं। मैं भी चाचा के लंड को लेने के लिए तड़पती रहती हूं।