Savita bhabhi xxx, antarvasna: सविता तुम जल्दी से तैयार क्यों नहीं होती मैं तुम्हारा इंतजार कब से कर रहा हूं? मेरे पति कब से मेरा इंतजार कर रहे थे वह जब मुझे यह कहते कि तुम तैयार क्यों नहीं हो रही हो तो मैं उन्हें कहती की बस थोड़ी देर बाद मे तैयार हो जाऊंगी लेकिन मैं तो अपनी चूत के अंदर डिलडो को ले रही थी। मुझे अपनी चूत के अंदर डिलडो को लेने में बड़ा मजा आ रहा था जब मैं तैयार होकर बाहर आई तो मेरे पति अमन मुझे कहने लगे सविता तुम आज कितनी ज्यादा माल लग रही हो कहीं तुम्हें कोई देखते ही उठा ना ले जाए। मैं मन ही मन सोचने लगी काश ऐसा हो जाता कोई नया लंड मुझे मिल जाता तो कितना अच्छा रहता। अमन मुझे कहने लगे सविता जल्दी से चलो रवीना और शेखर हम दोनों का इंतजार कर रहे होंगे। शेखर अमन के ऑफिस में कुछ दिन पहले ही आए थे उन्होंने हमें घर पर इनवाइट किया था जब हम लोग शेखर और रवीना के घर पहुंचे तो मैंने उन्हें गुलदस्ता दिया।
जब मैंने उन्हें गुलदस्ता भेंट किया तो शेखर मेरी तरफ देखते हुए कहने लगे अमन तुम्हारी पत्नी तो बड़ी सुंदर हैं। अमन ने भी शेखर से कहा रवीना भी कम सुंदर थोड़ी है वह दोनों इस बात पर मुस्कुराने लगे रवीना और मैं आपस में बात कर रहे थे रवीना मुझे कहने लगी चलो सविता मैं आपको अपना बेडरूम दिखाती हूं। मैं और रवीना बेडरूम में चले गए जब हम दोनों बेडरूम में बैठे हुए थे तो रवीना मुझे कहने लगी सविता यही हमारा बैडरूम है। मैंने रवीना को कहा तुम्हारे गद्दे तो बड़े नर्म और मुलायम है क्या शेखर तुम्हें प्यार करते हैं? रवीना मुझे कहने लगी हां क्यों नहीं शेखर मुझे बहुत प्यार करते हैं। मैंने रवीना के कान में कहा क्या हम लोग आज अमन और शेखर के साथ मस्ती करें। थोड़े ही समय में रवीना मेरी अच्छी सहेली बन गई रवीना मुझे कहने लगी सविता तुम बिल्कुल ठीक कह रही हो। मैंने रवीना से कहा तुम्हारे वक्ष बड़े ही सुडोल हैं रवीना कहने लगी मै अपने स्तनो का बड़ा ध्यान रखती हूं।
मैंने रवीना को कहा जरा अपने स्तन तो दिखाना रवीना ने अपने स्तनों को मुझे दिखाया तो मैंने उसके स्तनों को दबाया और हम दोनों एक दूसरे के करीब आते चले गई। मैंने रवीना के होंठों को चूमा रवीना मेरी चूत चाटने के लिए तैयार थी मैंने अपने कपड़े उतार तो रवीना मुझे कहने लगी सविता तुम्हारी चूत बड़ी मुलायम है। वह मेरी चूत के अंदर अपनी जीभ को डालने लगी जिस प्रकार से वह मेरी चूत को चाट रही थी मुझे बड़ा मजा आ रहा था और रवीना भी पूरी तरीके से उत्तेजित हो चुकी थी। रवीना ने मुझे कहा सविता तुम मेरी चूत को चाटो रवीना की चूत को मैने चाटा और रवीना की चूत का पानी बाहर की तरफ को निकलने लगा। मैंने रविना को कहा तुम्हारी चूत से कुछ ज्यादा ही पानी बाहर की तरफ निकलने लगा है रवीना ने अलमारी से मुझे काले रंग का डिलडो निकाल कर दिया। मैंने उसे अपनी कमर पर बंधते हुए रवीना की चूत के अंदर डाल दिया और रवीना की चूत के अंदर बाहर डिलडो होता तो उसे बड़ा आनंद आता। रवीना मुझे कहने लगी मुझे बहुत अच्छा लग रहा है जिस प्रकार से तुम मेरी चूत के अंदर बाहर डिलडो को कर रही हो मैंने रवीना को पूरा मजा दिया और रवीना ने भी उस डिलडो को मेरी चूत के अंदर डाल दिया जिस प्रकार से रवीना ने मुझे भी मजे दिए मैं पूरी तरीके से खुश हो गई थी। मेरी चूत के अंदर खुजली हो चुकी थी मैंने रवीना को कहा तुम अपने कपड़े पहन कर बाहर चली जाओ और शेखर को अंदर भेजना तुम अमन के साथ हॉल में मजे लो। रवीना मेरी बात को मान गई रवीना ने शेखर को बेडरूम में भेजा तो मैं बिस्तर पर लेटी हुई थी शेखर भी मेरी तरफ देखकर अपने आपको शायद रोक ना सका। वह मेरे पास आकर बैठा और कहने लगा भाभी जी आप ऐसे क्यों लेटी हुई हैं आप बाहर चलिए? मैंने शेखर के हाथ को पकड़ते हुए अपनी और खीचा और कहा यहीं बैठ जाइए हम लोग यहां बैठ कर बात करते हैं। हम दोनों आपस में बैठकर बात कर रहे थे मैं अपने स्तनों को शेखर को दिखाने लगी और शेखर मेरे बड़े स्तनों को देखते तो शेखर को भी बड़ा मजा आता। जब शेखर ने मेरे होठों की तरफ अपने होठों को बढ़ाना शुरू किया तो मैं बिल्कुल भी रहा ना सकी शेखर ने मेरे होंठों को चूमना शुरू किया। शेखर मुझे कहने लगा सविता तुम बड़ी ही गजब हो शेखर ने अपने लंड को बाहर निकाला तो मैंने शेखर के काले लंड को अपने मुंह के अंदर लिया उसे मैं अच्छे से चूसते रही मैंने शेखर को कहा तुम्हारा लंड बड़ा ही स्वादिष्ट है। शेखर मुझे कहने लगा तुम्हारी चूत का भी मुझे स्वाद चख लेने दो?
मैंने अपने दोनों पैरों को खोला शेखर ने मेरी चूत पर अपनी जीभ को लगाया तो शेखर को मज़ा आने लगा और शेखर मेरी चूत को बडे अच्छे तरीके से चाटने लगा। शेखर मुझे कहता आपकी चूत चाटकर तो मजा ही आ गया मैंने शेखर को कहा तुम्हारा लंड बड़ा कमाल का है तुम अपने लंड को मेरी चूत पर रगडो शेखर ने अपने लंड को मेरी चूत पर रगड़ना शुरू किया मेरी चूत से पानी बाहर की तरफ निकल रहा था। शेखर मेरे स्तनों को अपने मुंह में लेकर उनका रसपान बड़े अच्छे तरीके से करता मुझे बहुत अच्छा लग रहा था जिस प्रकार से शेखर ने मेरे स्तनों का रसपान किया उसने अपने लंड को मेरे दोनों स्तनों को बीच में रगड़ना शुरू किया शेखर ने मुझे पूरी तरीके से उत्तेजित कर दिया। मैंने शेखर के लंड को अपनी चूत के अंदर लेने की बात कही तो शेखर ने अपने लंड को मेरी चूत के अंदर प्रवेश करवा दिया और मेरी चूत के अंदर अपने लंड को बड़ी तेजी से डालने लगा। शेखर का लंड जिस प्रकार से मेरी चूत के अंदर बाहर होता मैं शेखर से कहती मुझे और तेजी से चोदो। शेखर मुझे कहता सविता भाभी आप एक नंबर की चुदक्कड हैं मैंने शेखर से कहा मैं तो अपनी चूत मरवाने मैं खुश होती हूं और तुम मुझे सिर्फ धक्के मारते रहो।
जब अमन रवीना को अपनी गोद में उठाकर अंदर लाए वह रवीना की चूत बड़ी तेजी से मार रहे थे यह देखते हुए शेखर के अंदर की उर्जा भी बढ़ने लगी। रवीना जिस प्रकार से सिसकिया ले रही थी उससे मेरे अंदर की गरमाहट बढने लगी अब शेखर ने अपनी पूरी ताकत के साथ मेरी चूत का भोसड़ा बनाने का फैसला कर लिया शेखर ने मेरे दोनों पैरों को चौड़ा करते हुए बहुत तेजी से मुझे धक्के दिए मेरी चूत से खून बाहर निकाल कर रख दिया। शेखर ने मुझे घोड़ी बनाकर चोदना शुरू किया तो उसे आनंद आने लगा मैं और रवीना एक दूसरे की तरफ देखकर मुस्कुरा रही थी रवीना के चेहरे पर खुशी थी। वह खुशी मेरी वजह से रवीना को मिल पाई थी क्योंकि अमन का 10 इंच मोटा लंड रवीना की चूत के अंदर जा रहा था और शेखर का 10 इंच मोटा लंड मेरी चूत के अंदर जा रहा था हम दोनों ही एक दूसरी के पति के साथ सेक्स कर के बहुत खुश थे। शेखर ने अपने लंड को बाहर निकालते हुए मेरे मुंह के अंदर डाला मैंने उसके लंड को चूसना शुरु किया शेखर के लंड को मैं अपने गले के अंदर तक उतारने लगी। शेखर के लंड को मुझे चूसना बड़ा अच्छा लगता जिस प्रकार से मैंने शेखर के लंड को अपने मुंह के अंदर लेकर चूसा उससे शेखर के चेहरे पर खुशी थी और थोड़ी ही देर बाद शेखर ने अपने वीर्य की पिचकारी मेरे मुंह के अंदर मारी और मेरा मुंह पूरी तरीके से शेखर के वीर्य से भर चुका था मैंने शेखर के वीर्य को अपने अंदर ही समा लिया। अमन ने भी रवीना के मुंह के अंदर अपने वीर्य को डाल दिया था। हम चारो एक दूसरे की तरफ देख कर खुश थे हम ने साथ में डिनर किया। जब अमन और मै घर लौटे तो अमन मुझे कहने लगे सविता तुम बहुत अच्छी पत्नी हो तुमने आज मेरे दोस्त को खुश कर दिया और आज मुझे जिस प्रकार से तुमने रवीना के साथ सेक्स करने दिया उससे मुझे बहुत अच्छा लगा। आगे भी मैं उम्मीद करता हूं तुम मेरे दोस्तों को ऐसे ही खुश करती रहोगी और उनकी पत्नियों को मेरे साथ संभोग करने के लिए तैयार करोगी। मैं अमन की तरफ देखकर कहने लगी अमन आज आप मेरी गांड की खुजली मिटाइए? अमन कहने लगे हां मैं आज तुम्हारी गांड की खुजली मिटाता हूं अमन ने मेरी गांड की खुजली को मिटाया।