Savita bhabhi xxx, antarvasna: मैं हमेशा से ही एक आदर्शवादी पत्नी की तरह अपनी जिंदगी जी रही थी हालांकि मेरे कुछ लोगों के साथ नाजायज संबंध जरूर है लेकिन जब मुझे मेरे पति की मदद करने का मौका मिला तो मैंने उनकी मदद की। मेरे पति ने मुझे अपने बॉस से मिलवाया मेरे पति हमेशा ही अपने बॉस से बहुत दुखी रहते। वह कहते मेरे बॉस बडे ही खडूस किस्म के हैं मैं उन्हें कहती आज के बाद आपके बॉस आप पर कुछ ज्यादा ही मेहरबान हो जाएंगे। वह मुझे कहने लगी लेकिन सविता तुम इतने भरोसे के साथ कैसे कह सकती हो। मैंने अपने पति को कहा अब आप उसकी बिल्कुल भी चिंता ना करें आप मेरे ऊपर यह सब छोड़ दीजिए मैं आपके बॉस को आपका प्रमोशन करने पर मजबूर करवा दूंगी। मेरे पति इस बात से अनजान थे कि मैंने आज तक ना जाने कितने ही लोगों से अपने कामों को अपने बदन को दिखकर निकलवाया है।
जब मेरे पति ने अपने बॉस मिस्टर शांतनु से मुझे मिलवाया तो शांतनु को भी मैंने अपना नंबर दे दिया था। जिस प्रकार से हम लोग पार्टी में मिले थे मैंने इस बात का अंदाजा लगा लिया था शांतनु मेरे पीछे पागल हो चुके हैं मुझे शांतनु का कई बार मैसेज आया लेकिन मैं भी शांतनु को तडपाना चाहती थी। जब मैंने शांतनु के मैसेज का जवाब देना शुरू किया तो वह मुझसे मिलने के लिए बड़े बेताब थे वह चाहते थे मैं उनसे मिलने के लिए उनके घर पर आऊं। मैंने उन्हें कहा मैं आपके घर पर नहीं आ सकती वह मुझे कहने लगे सविता तुम मेरे फ्लैट पर आ जाओ। शांतनु ने मुझे अपने फ्लैट पर बुला लिया जब मैं शांतनु के फ्लैट पर गई तो वहां पर शांतनु सोफे पर बैठे हुए थे मैंने जैसे ही डोर बेल बजाई तो तुरंत दरवाजा खोल दिया था। शांतनु ने मुझे बैठने के लिए कहा और कहने लगे क्या तुम वाइन लोगी मैंने शांतनु को कहा नहीं मैं वाइन तो नहीं लूंगी मैं बिना वाइन लिए ही तुमको नशा चढ़ा दूंगी? शांतनु मेरी तरफ देखना लगे मैंने जब शांतनु की पैंट को खोलते हुए उनके लंड को अंडरवियर से बाहर निकाला तो वह मेरी तरफ देखने लगे। मैंने जैसे ही शांतनु के लंड को अपने मुंह के अंदर लिया तो वह खुश हो गए मैं शांतनु के लंड को अपने मुंह के अंदर-बाहर करती तो मुझे लंड को चूसने में मजा आता।
मैंने शांतनु को कहा तुम्हारा लंड बड़ा ही स्वादिष्ट और मजेदार है शांतनु के लंड को मैंने धीरे धीरे अपने गले के अंदर उतारना शुरू कर दिया। मैं शांतनु के लंड को बहुत देर तक चूसती रही शांतनु मुझे कहने लगे सविता आज तो तुमने मेरे लंड से पानी बाहर निकाल कर रख दिया है। मैंने शांतनु को कहा लेकिन तुम भी तो बड़े कमाल के हो तुम्हारे लंड को मैं जब अपने मुंह के अंदर लेकर चूस रही हू तो मुझे बड़ा मजा आया। शांतनु पूरी तरीके से मजे में आ चुके थे शांतनु ने मेरे बदन से कपड़े उतारकर मुझे नंगा किया और मेरे बदन को महसूस करने लगे। जिस प्रकार शांतनु ने मेरे कपड़ों को उतारकर मेरी चूतड़ों पर अपने हाथ से प्रहार करना शुरू किया तो मेरी चूतडो का रंग लाल हो गया और शांतनु मुझे कहने लगे मुझे तुम्हारी चूतड़ों को देखकर बहुत अच्छा लग रहा है। मैंने शांतनु को कहा मुझे आज तुम डॉगी स्टाइल में चोदना मुझे डॉगी स्टाइल में अपनी चूत मरवाने में बड़ा मजा आता है शांतनु ने भी मेरी चूतडो को अपनी और किया और मेरी चूत के अंदर शांतनु ने अपने जीभ को लगाया मैं बहुत ज्यादा खुश हो गई। शांतनु ने जैसे ही मेरी चूत से पानी निकाला तो मैंने शांतनु को कहा मैं तुम्हारे लंड को चूत में लेने के लिए तैयार हूं तुम जल्दी से अपने लंड को मेरी चूत के अंदर डाल दो। शांतनु ने भी अपने लंड को मेरी चूत के अंदर डालना शुरू किया जैसे ही शांतनु ने मेरी चूत के अंदर अपने लंड को प्रवेश करवाया शांतनु की फोन की घंटी बजी और मैं चिल्ला ऊठी। शांतनु ने मुझे कहा सविता तुम चुप रहना शांतनु ने मुझे धक्के मारने जारी रखे मैं डॉगी स्टाइल मे थी। शांतनु अपनी पत्नी से बात कर रहे थे और कह रहे थे मैं थोड़ी देर बाद घर लौट आऊंगा। शांतनु मुझे बड़ी तेजी से धक्के मार रहे थे मुझे इस बात का बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि शांतनु का काला और मोटा लंड मेरी चूत के अंदर जाकर मेरी चूत की खुजली को मिटा देगा लेकिन शांतनु के लंड को मुझे अपनी चूत में लेने में बड़ा आनंद आ रहा था मैं शांतनु के लंड को अपनी चूत में ले रही थी। शांतनु मेरे बदन को पूरे तरीके से महसूस कर रहे थे मैं भी अपनी चूतड़ों को शांतनु के लंड से मिलाती मैंने शांतनु को कहा शातंनु सुनो तुम मेरे पति का प्रमोशन कर दो?
शांतनु मुझे कहने लगे सविता यह सब इतना आसान थोड़ी है तुम्हारे पति से भी सीनियर हमारे ऑफिस में काम करते हैं यदि मैंने उसका प्रमोशन किया तो वह लोग मुझसे जवाब नहीं मांगेंगे। मैं उस वक्त चुप हो गई क्योंकि मुझे तो अपने पति का प्रमोशन करवाना था लेकिन शांतनु के पास इस बात का कोई जवाब नहीं था मैंने उस वक्त चुप रहना ही बेहतर समझा। शांतनु मेरे चूतड़ों पर तेजी से प्रहार कर रहे थे और शांतनु ने मेरी चूत से खून बाहर निकाल कर रख दिया था मैं इस बात से बड़ी खुश थी। शांतनु मुझे चोद रहे थे दरवाजे की घंटी कोई बहुत देर से बजा रहा था मुझे पता नहीं चला कि आखिर कौन है? शांतनु मुझे कहने लगे सविता तुम रहने दो यह कहते ही शांतनु का लंड मेरी चूत के अंदर बाहर हो रहा था मुझे नहीं मालूम था कि दरवाजे पर शांतनु की पत्नी है। जिसे की गार्ड ने सारी जानकारी दे दी थी और शांतनु मेरे साथ रंगरलिया मना रहे थे। इस बात से शांतनु भी पूरी तरीके से अंजान थे शांतनु ने भी कभी उम्मीद नहीं की थी कि दरवाजे पर उनकी पत्नी मेघा होगी।
मैं भी इस बात से अंजान थी लेकिन मैं शांतनु के साथ पूरी तरीके से खुशी थी और शांतनु मेरी चूत का आनंद बड़े अच्छे से ले रहे थे लेकिन जैसे ही शांतनु ने अपने वीर्य को मेरी चूत के अंदर गिराया। मैंने शांतनु को कहा आज तो कसम से मजा ही आ गया पर मैने शांतनु से कहा तुम्हारे लंड को अपने मुंह में ले लेती हूं शांतनु के लंड को मैंने अपने मुंह के अंदर उतार लिया और शांतनु को मैं अपना दीवाना बना चुकी थी। मुझे इस बात की पूरी खुशी थी अब मैं अपने पति का प्रमोशन किसी भी हाल में करवा कर रहूंगी फिलहाल तो मेरे सामने एक बड़ी मुसीबत खड़ी थी। मैं इस बात से अनजान थी दरवाजे पर शांतनु की पत्नी खड़ी है वह हम दोनों को रंगे हाथ पकड़ लेगी लेकिन उसके बाद मुझे ही सारे कुछ मामले को संभालना पड़ा। शांतनु मुझे कहने लगे कि मैं अभी दरवाजे पर देखता हूं कौन है? जैसे ही शांतनु दरवाजे पर गए तो वह जल्दी से मेरी तरफ दौड़ते हुए आए और कहने लगे दरवाजे के बाहर तो मेरी पत्नी खड़ी है। शांतनु पूरी तरीके से डर चुके थे मैंने शांतनु को कहा तुम कपड़े पहन कर बाथरूम में चले जाओ शांतनु ने जल्दी से कपड़े पहने वह बाथरूम में चले गए जब शांतनु बाथरूम में गए तो मैंने शांतनु को कहा देखो शांतनु मैं तुम्हें एक शर्त पर बचाऊंगी यदि तुम मेरे पति का प्रमोशन करोगे? शांतनु ने मुझे जवाब दिया और कहा हां सविता मैं तुम्हारे पति का प्रमोशन पक्का करवा दूंगा तुम उस चीज की बिल्कुल चिंता ना करो। मैंने शांतनु से कहा ठीक है मैं देखती हूं तुम्हारी पत्नी को कैसे मैं संभालती हूं लेकिन तुम यहां से बाहर मत निकलना और तुम अंदर ही रहना। शांतनु ने मुझे कहा हां मैं अंदर ही हूं मैं बाथरूम से बाहर नहीं आऊंगा लेकिन तुम सब कुछ संभाल लेना मुझे बहुत डर लग रहा है। मैंने शांतनु को कहा तुम्हें डरने की आवश्यकता नहीं है मैं सब कुछ संभाल लूंगी। शांतनु को इस बात का डर था कि कहीं उसकी पत्नी को यह सब बात पता चली तो उसकी पत्नी उसे तलाक दे देगी। शांतनु के पास कंपनी के जितने शेयर है उस से अधिक शेयर कंपनी में शांतनु की पत्नी की है इस बात से शांतनु पूरी तरीके से घबरा चुके थे। मैंने ही शांतनु की मदद की मैं दरवाजे की तरफ बढ़ी तो शांतनु मुझे आवाज देते हुए कहने लगे सविता तुम सब कुछ संभाल लेना मैंने शांतनु को कहा तुम धैर्य रखो मैं सब कुछ संभाल लूंगी।