पडोसी को दो दिन का पति बनाया- 2

Hindi sexy story, savita bhabhi xxx:   मैं अपने पड़ोस में गई तो हमारे पड़ोस में रहने वाले रणवीर जो दिखने में बडे ही हैंडसम है उनकी नई नई शादी हुई है। उनकी शादी को अभी सिर्फ 6 महीने ही हुए थे रणबीर को मैं अपने हुस्न के जाल मे फसाना चाहती थी। मै उस दिन अपने छत पर गई हुई थी रणबीर छत पर सिगरेट पी रहे थे। मैंने उन्हें कहा मुझे भी सिगरेट पिला दीजिए। वह कहने लगे क्यों नहीं भाभी मैं आपको सिगरेट पिला देता हूं। मुझे तो लगा था आप सिगरेट नहीं पीती होगी मैंने रणबीर से कहा क्या मुझे देखकर लगता है मैं सिगरेट नहीं पी सकती मेरे चेहरे पर कहीं लिखा है। रणवीर इस बात से मुस्कुराने लगे और कहने लगे भाभी आप भी कमाल की हो। मैंने रणवीर से कहा तुम रात को मिलो तो मैं तुम्हें अपना कमाल दिखाती हूं। वह कहने लगे लगता है आपसे मिलने के लिए आना पड़ेगा। मैंने रणवीर को कहा मैं दरवाजा खुला रखूंगी रणवीर कहने लगे ठीक है भाभी मैं रात को आपसे मिलने के लिए आऊंगा। रात के वक्त मैं अपने कमरे में थी मैंने नाइटी पहनी हुई थी।
मैं उस दिन गुलाबी रंग की नाइटी पहने थी मै रणवीर का इंतजार कर रही थी लेकिन वह अभी तक आए नहीं थे। मैंने रणवीर को फोन भी किया लेकिन उन्होने मेरा फोन नहीं उठाया परंतु थोड़ी देर बाद जब रणवीर आ गए तो वह मुझे अपनी बाहों में लेकर कहने लगे भाभी मैं तो आपके लिए बहुत ही ज्यादा तड़प रहा था। मैंने उन्हें कहा मैं कब से आपका इंतजार कर रही थी लेकिन आप हैं कि आ ही नहीं रहे थे। मैंने रणवीर को कहा चलिए हम लोग अपना काम शुरू करते है। रणवीर ने मेरे हाथों को पकड़ लिया और कहा आप मेरे बदन की मालिश कर दो। मैने रणवीर के शर्ट के बटन को खोलते हुए रणबीर की छाती को देखो तो उनकी छाती पर बड़े बाल थे। रणवीर ने मेरी जांघो को सहलाया मै रणवीर की छाती को सहलाने लगी। मुझे बहुत ही अच्छा लगने लगा था जब मैं रणवीर की छाती को सहला रही थी मेरे अंदर की आग बढ़ती ही जा रही थी और मैं बिल्कुल भी रह नहीं पा रही थी। मैंने रणवीर से कहा तुम मेरे बदन को अपना बना लो वह कहने लगे बस भाभी मैं अपना अपना बनाल लेता हूं।
मैंने जब रणवीर के मोटे लंड को अपने मुंह में लिया तो रणवीर कहने लगे भाभी आप बड़ी अच्छी है। अब मैं रणवीर के लंड को अपने मुंह में लेकर उसका रसपान करने लगी मेरे लंड से पानी बाहर की तरफ को निकाल रहा था मुझे बड़ा अच्छा लग रहा था। जब मैं ऐसा कर रही थी तो मेरे अंदर की आग बढ़ने लगी थी। रणवीर ने मेरे बदन की आग को पूरी तरीके से बढ़ा दिया था जब वह मेरे होठों को चूमकर मेरे होठों को चूसते तो मै अपने पैरों को खोलने लगी थी। मै अब लेटी हुई थी हम दोनो 69 पोज मे थे रणवीर ने मेरे मुंह के अंदर अपने लंड को घुसा दिया। जब रणवीर ने अपने लंड को मेरे मुंह में घुसाया तो मुझे अच्छा लगने लगा और रणबीर को भी बड़ा मजा आ रहा था। जब वह मेरे मुंह के अंदर बाहर अपने लंड को करते तो मुझे और भी ज्यादा अच्छा लगने लगता। अब हम दोनों ही एक दूसरे के लिए पागल होने लगे थे हम दोनों बिल्कुल भी एक दूसरे के बिना रह नहीं पा रहे थे। मैं बहुत ज्यादा ही उत्तेजीत होने लगी थी। मैंने अपने पैरों को खोला तो रणवीर कहने लगे भाभी आपने चूत के बालो को साफ ही नहीं किया है। मैंने रणवीर से कहा तुम मेरी चूत के बाल को साफ कर दो तो रणवीर कहने लगे हां भाभी अभी मैं आपकी चूत के बाल को साफ कर देता हूं। रणवीर ने मेरी चूत से बाल को साफ करना शुरू किया जब मेरी चूत से बाल हो चुके थे तो अब रणवीर ने मेरी चूत को अपने अपनी जीभ से चाटना शुरू किया तो रणवीर का लंड मै चूत मे लेने के लिए तडप रही थी मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था। मैने भी काफी देर तक रणवीर के लंड को चूसा जब मेरे अंदर की गर्मी बढ़ने लगी तो मैंने रणवीर को कहा मेरी योनि से पानी बाहर निकलने लगा है। मेरी चूत से कुछ ज्यादा ही अधिक मात्रा में पानी बाहर की तरफ निकलने लगाना था। रणवीर ने अपनी उंगली को मेरी चूत के अंदर बाहर करना शुरू किया तो मुझे मजा आने लगा मैं बिल्कुल भी रह नहीं पा रही थी मैंने रणवीर से कहा तुम ऐसा मत करो। रणवीर कहने लगे भाभी आप अपने पैरों को खोल लो मैंने अपने पैरों को चौड़ा कर लिया लेकिन रणवीर की उंगली मेरी चूत के अंदर बाहर होती तो मुझे बड़ा ही मजा आता मेरे अंदर की गर्मी कुछ ज्यादा ही अधिक होने लगी थी।
जब रणवीर ने मेरी चूत पर अपनी जीभ को लगाया और वह मेरी चूत को अच्छे से चाटने लगे काफी देर तक रणवीर ने ऐसा ही किया। उसके बाद जब मैंने रणवीर को 69 मे एक दूसरे के साथ मजे लेने की बात कहीं तो रणवीर खुश हो गए। अब रणवीर ने मेरी चूत को चाटना शुरू किया और मैंने रणवीर के लंड को अपने मुंह में ले लिया। जब मैंने ऐसा किया तो मुझे मजा आने लगा और रणवीर को भी बहुत ज्यादा मजा आने लगा। रणवीर के अंदर आग लगातार बढ़ती ही जा रही थी लेकिन मेरे अंदर भी आग पैदा हो गई थी मै बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी। मेरी चूत से निकलता हुआ पानी बहुत अधिक हो चुका था मै अब रणवीर के लंड को लेने के लिए तड़प रही थी। रणवीर ने मुझे कहा भाभी अब आपकी चूत मारनी है यह कहते ही रणवीर ने अपने लंड को तेल से पूरी तरीके से चिकना बना दिया। अब रणवीर के लंड से तेल नीचे टपकने लगा, मैंने अपने पैरों को खोला हुआ था रणवीर ने अपने लंड को मेरी चूत के बीच में लगाया और कुछ देर तक मेरी चूत के ऊपर लंड को रगडा तो रणवीर का लंड कुछ ज्यादा ही मोटा होने लगा था। वह मेरी चूत में जाने के लिए बहुत ज्यादा तडप रहा था मैंने अपने पैरों को खोल दिया था। मैंने अपने पैरों को खोला तो रणवीर ने एक जोरदार झटके के साथ मेरी योनि के अंदर लंड घुसा दिया मुझे दर्द हुआ।
मैंने रणवीर को कहा मुझे बहुत दर्द हो रहा है वह मुझे कहने लगा भाभी बस कुछ देर की बात है। रणवीर मेरे ऊपर लेटे हुए थे वह मेरी चूत तेजी से मारने लगे। जब रणवीर मुझे जमकर पेलने लगे तो मेरे अंदर की गर्मी बढ़ती चली जाती और मेरे अंदर की आग अब इस कदर बढ़ने लगी थी कि मैं रणवीर को अपने पैरों के बीच में जकड़ने लगी। मुझे बड़ा ही अच्छा महसूस हो रहा था जब मैं ऐसा करती तो मेरी गर्मी बाहर निकलने लगी। मैने रणवीर को कहा मेरी चूत से निकलता हुआ पानी कुछ ज्यादा ही अधिक हो चुका है। रणवीर ने मुझे कहा भाभी मुझे आपकी चूत के मजे लेने दीजिए रणवीर ने मुझे तेजी से धक्के देने शुरू कर दिए थे तो मुझे अच्छा लगने लगा। रणवीर मुझे बड़ी तेजी से पेल रहे थे वह जब मेरी चूत के अंदर अपने लंड को करते तो मुझे बहुत अच्छा लगता। काफी देर तक हम लोगों ने एक दूसरे के साथ ऐसे ही मजे लिए जब रणवीर ने मुझे कहा मेरा माल बाहर की तरफ आने वाला है। मैंने रणवीर से कहा तुम मेरी चूत के अंदर ही अपने माल को गिरा दो। रणवीर ने मेरी चूत के अंदर अपने माल को गिराया वह मेरे ऊपर कुछ देर तक ऐसे ही लेटे रहे। मैंने रणवीर को कहा चलो आज तो तुम्हारी इच्छा पूरी हो गई होगी। वह मुझे कहने लगे मैं तो अपनी पत्नी को हर रोज खुश करता हूं। रणवीर और मैं एक दूसरे से बात कर रहे थे मैं रणवीर के लंड को हिला रही थी। मैने रणवीर से कहा अब मेरी खुजली मिट चुकी है। वह मुझे कहने लगे भाभी जब भी आपको मेरी जरूरत हो तो आप मुझे  बुला लिया करना और यह कहने के बाद रणवीर अपने घर चले गए। मुझे बड़ा अच्छा लगा जिस प्रकार से मैंने रणवीर के साथ सेक्स के मजे लिए थे। अब मेरे पति वापस लौट चुके थे वह मुझे हर रोज खुश कर दिया करते।