दो दोस्तो की पत्नी बन गई -2

Antarvasna, hindi sex story: मैं अब आकाश के लंड को अपने मुंह में लेकर चूसने लगी मुझे बड़ा अच्छा लगने लगा था। आकाश ने जैसे ही मेरी योनि पर अपना लगाया तो मैंने उसको कहा तुम मेरी चूत के अंदर लंड घुसा दो आकाश ने अपने मोटे लंड को चूत मे घुसा दिया। जैसे ही उसका लंड चूत मे घुसा तो मैंने आकाश को कहा मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। मेरे अंदर आग बहुत ज्यादा बढ़ने लगी थी आकाश को मजा आने लगा था। उसको ऐसा लग रहा था जैसे कि वह जन्नत में पहुंच गया हो उसके अंदर की आग इस कदर बढ़ चुकी थी कि वह बिल्कुल में रह नहीं पा रहा था वह मेरे पैरों को खोलने की कोशिश करने लगा था। मैंने उसे अपने दोनों पैरों के बीच में कसकर जकड़ लिया। आकाश कहने लगा भाभी आपकी चूत बहुत ज्यादा टाइट है। मैंने आकाश को कहा तुम मुझे ऐसे ही धक्के देते रहो। आकाश कहने लगा मुझे आपकी चूत मारने मे मजा आ रहा था। मैंने आकाश को कहा मुझे तुम्हारे साथ बहुत अच्छा लग रहा है।
आकाश कहने लगा मैं अब आपको घोड़ी बना देता हूं। मैंने आकाश को कहा चलो तुम अपने लंड को बाहर निकाल लो और अपने लंड पर तेल की मालिश करो। आकाश ने अपने लंड पर तेल की मालिश की आकाश का लंड पूरी तरीके से चिकना हो चुका था। मुझे बहुत अच्छा लगने लगा था और उसके अंदर की गर्मी अब इस कदर बढ़ने लगी थी कि वह मुझे तेजी से चोदने लगा था। उसका लंड मेरी चूतड़ों से लगता तो मुझे बहुत ही अच्छा महसूस होता और आकाश को भी मजा आता मुझे ऐसा लग रहा था जैसे कि वह बस मुझे धक्के देता ही जाए और मेरे अंदर की गर्मी को बढाता जाए। मैंने आकाश को कहा तुम मुझे ऐसे ही बस चोदते रहो आकश बड़ा खुश हो गया था। वह कहने लगा भाभी मेरे लंड से गर्मी निकलने लगी है मैंने आकाश को कहा कोई बात नहीं आकाश मुझे भी बहुत अच्छा लग रहा है थोड़ी देर बाद सुधीर भी आ गया। जब सुधीर आया तो आकाश मुझे चोद रहा था आकाश ने दरवाजा खुला रखा था इसलिए वह मुझे देखकर बहुत ज्यादा चौक गया था लेकिन मैं तो सुधीर के साथ मजे लेना चाहती थी। यह सब देख सुधीर ने अपने लंड को बाहर निकाला और उसमें दरवाजे को बंद कर दिया।
उसने मेरे मुंह के अंदर अपने लंड को घुसा दिया उसका मोटा लंड मेरे मुंह में जाते ही मुझे अच्छा लगने लगा उसको भी बड़ा अच्छा लग रहा था। मैं उसके लंड को अचछे से चूस रही थी मुझे उसके लंड को चूसने में बड़ा मजा आ रहा था। उसके अंदर की गर्मी बढने लगी थी और मेरे अंदर की गर्मी बहुत ज्यादा बढ़ चुकी थी। हम दोनों बिल्कुल भी रह नहीं पा रहे थे मैंने उसे कहा मुझसे बिल्कुल भी रहा नहीं जा रहा है वह मुझे कहने लगा भाभी जी मैं भी नहीं रह पा रहा हूं। आकाश मुझे लगातार तीव्र गति से धक्के दिए जा रहा था आकाश मुझे जिस तेज गति से धक्के मार रहा था उससे मुझे बड़ा मजा आ रहा था और आकाश को भी बड़ा आनंद आ रहा था। आकाश कहने लगा भाभी आप बडी कमाल की हैं यह कहते हुए उसने अपने माल को गिरा दिया। वह बिस्तर के किनारे बैठा हुआ था। मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था जब मैं सुधीर के लंड को चूस रही थी। मैंने सुधीर के लंड को अपने मुंह में ले रखा था और उसके लंड को मै चूस रही थी। मैंने उसके लंड को चूसकर उसको पूरी तरीके से उत्तेजित कर दिया था। वह मुझे कहने लगा भाभी कसम से आप बडी लाजवाब है। मैंने उसको कहा तुम भी तो अच्छे हो। मैंने अब सुधीर के लंड को अपनी चूत में लेने का फैसला कर लिया था। सुधीर ने मेरी चूत के अंदर अपने लंड को घुसा दिया था जैसे ही उसका मोटा लंड मेरी चूत में घुसा तो यह सब आकाश देख रहा था। मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था जब सुधीर मुझे धक्के दे रहा था मैं आकाश को देखे जा रही थी आकाश मुझे कहने लगा भाभी आप बड़ी कमाल की है। आकाश मुझे कहने लगा भाभी आप वाकई में बड़ी लाजवाब है और यह कहकर आकाश ने मेरे मुंह मे लंड को डाल दिया था। सुधीर मुझे अब धक्के दे रहा था जिस प्रकार से सुधीर मुझे धक्के मार रहा था उससे मुझे बड़ा अच्छा लग रहा था। सुधीर को भी मजा आने लगा था वह मेरे चूत अच्छे से मारे जा रहा था मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था।
जब वह दोनों मेरे साथ मजे ले रहे थे अब आकाश के माल को मैंने अपने मुंह में ले लिया था इसलिए आकाश थक चुका था और वह बिस्तर पर लेटा हुआ था। सुधीर को मोटा और कठोर लंड अभी भी मेरी चूत में जा रहा था मेरी चूत की खुजली को वह मिटा रहा था। वह दोनों मुझे कहने लगे कि सविता भाभी आप बड़ी माल है यह सुनकर मैं और भी ज्यादा खुश हो गई। मैने उन दोनों को कहा तुम दोनों भी बहुत अच्छे हो। सुधीर मुझे कहने लगा भाभी मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि मेरे लिए इतना अच्छा और सरप्राइज होगा मैं तो कभी कल्पना भी नहीं कर सकता था आप और आकाश एक दूसरे के साथ सेक्स का मजा ले रहे होंगे। सुधीर मुझे कहने लगा आप मेरे ऊपर से आ जाइए मैंने उसके लंड को अपनी चूत के अंदर ले लिया था मुझे बहुत ही ज्यादा अच्छा लग रहा था जिस प्रकार से मैं और सुधीर एक दूसरे का साथ दे रहे थे। हम दोनों एक दूसरे का साथ ज्यादा देर तक दे नहीं पाए क्योंकि सुधीर के अंदर की गर्मी अब बाहर आ चुकी थी और मेरे अंदर की आग भी बढ चुकी थी हम दोनों एक दूसरे से बड़े खुश हो गए थे। जब सुधीर ने मेरी चूत के अंदर माल की पिचकारी मारी तो उसके बाद हम तीनों ही कुछ देर तक बैठे रहे फिर हम लोगों ने शराब पी और मैंने उन दोनों से कहा कि तुम दोनों मुझे घर छोड़ दो। वह दोनों ही कहने लगे ठीक है भाभी हम आपको छोड़ने के लिए आते हैं।
वह दोनों मुझे छोड़ने के लिए मेरे घर आए। मुझे बहुत अच्छा लग रहा था मैं बड़ी खुश थी। मेरे अंदर की आग बुझ चुकी थी मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि वह मेरे साथ सेक्स का मजा करेंगे उन दोनों नौजवानों के लंड लेकर मै बड़ी खुश थी। उन्होंने मुझे घर तक छोड़ दिया था जब उन्होंने मुझे छोड़ा तो मैंने उन्हें अपने घर में आने के लिए कहा। वह दोनो घर में आ गए आकाश मुझे चूमने लगा उसने मेरी गांड को दबा दिया और सुधीर ने मुझे कस कर पकड़ लिया था। मैं बिल्कुल भी रह नहीं पा रही थी मैंने उन दोनों को कहा तुम दोनों दोबारा मुझे चोदना चाहता हो लगता है तुम्हारी सेक्स की भूख जाग चुकी है। मैं उन दोनों की गर्मी को मिटाना चाहती थी इसलिए मुझे उन दोनों के साथ संबंध बनाने पड़े लेकिन मुझे डर था कि कहीं मेरे पति ना जाए। अब वह दोनों घर से जा चुके थे शाम के वक्त मेरे पति ऑफिस से आए तो वह कहने लगे सविता मैं कुछ दिनों के लिए घर से बाहर जा रहा हूं। मैंने उन्हें कहा लेकिन आप कहां जा रहे हैं तो वह मुझे कहने लगे उनका ऑफिस की कोई टूर है उसके सिलसिले में ही वह कुछ दिनों के लिए मुंबई जा रहे हैं। मैंने उन्हें कहा लेकिन आप वहां से कब तक लौटेंगे तो वह कहने लगे यह तो मैं तुम्हें बता नहीं सकता लेकिन मैं जल्द ही वहां से लौट आऊंगा। उसके बाद मेरे पति मुंबई चले गए मुझे अब सुधीर और आकाश के साथ समय बिताने का मौका मिल चुका था। मैं भी उन दोनों से मिलने के लिए उनके घर पर चली जाया करती उन दोनों के साथ संभोग करने मे मुझे बड़ा मजा आता था और उन दोनों को भी बहुत ही अच्छा लगता था जब वह मेरे साथ सेक्स का मजा लिया करते थे और मेरी चूत की गर्मी को वो लोग मिटा दिया करते थे। मेरे लिए तो यह बड़ा ही अच्छा होता था जब मैं उनके लंड को चूत मे लिया करती।