जीजा के साथ नॉनस्टॉप चुदाई

Savita bhabhi xxx, hindi sex story: दीदी और मै साथ में बैठकर बात कर रहे थे। दीदी से मैंने कहा दीदी जीजाजी आपका ध्यान तो रखते हैं दीदी मुझे कहने लगी सविता तुम्हारे जीजा जी तो मुझे चड्डी तक नहीं पहनने देते वह अपने ऑफिस से आने के तुरंत बाद ही मेरी चूत मारने के लिए उतावले रहते हैं। दीदी ने काफी देर से शादी की क्योंकि दीदी जिस से प्रेम करती थी वह दीदी को धोखा देकर किसी और के साथ ही शादी कर बैठा इसलिए दीदी इस सदमे में थी। उन्हें शादी तो करनी ही थी उनकी शादी जब जीजा जी से हुई वह बड़ी खुश थी। दीदी मुझे बताती किस प्रकार से जीजा जी उनकी चूत मारा करते हैं। दीदी ने मुझे कहा वह मुझे गिफ्ट भी देते है मैंने दीदी से कहा दीदी आप तो बडी खुशनसीब हैं जीजा जी आपको इतना प्यार करते हैं। दीदी कहने लगी तुम्हारे जीजा जी मेरे अलावा जाएंगे भी कहां इस उम्र में उन्हें कौन देखेगा। जीजा जी की उम्र यही कोई 40 वर्ष की रही होगी उनकी पहली पत्नी से उनका तलाक हो चुका था इसीलिए तो वह दीदी को इतना ज्यादा प्यार करते हैं।
दीदी अपने प्यार के बदले अपना सब कुछ उनको सौप चुकी है। मैंने दीदी को कहा जब जजा जी आएंगे तो मैं आपके कमरे में आपकी साड़ी पहन कर लेट जाऊंगी। दीदी कहने लगी तुम कैसी बात कर रही हो। मैंने दीदी को कहा दीदी आज हमे कुछ नया करना चाहिए मैं भी तो अपने पति के साथ सेक्स कर के बोर हो चुकी हूं मुझे भी तो कुछ नया चाहिए। जब मैंने दीदी से यह बात कही तो पहले तो दीदी ने इस बात को लेकर आपत्ति जताई लेकिन दीदी मेरी बात को मान गई। हम दोनों बहनों ने पूरा मन बना लिया था हम दोनों ही आज सुनील जीजा जी को बेवकूफ बनाएंगे। जीजा जी ऑफिस से आने वाले थे दीदी मुझे कहने लगी तुम्हारे जीजा जी का ऑफिस से आने का वक्त हो चुका है वह बस थोड़ी देर बाद ऑफिस से लौटते ही होंगे। तुम जल्दी से कमरे के अंदर लेट जाओ और कमरे की बत्ती को बुझा देना। मैंने दीदी को हां दीदी मैं कमरे की बत्ती को बुझा दूंगी मैंने कमरे की बत्ती को बुझा दिया कमरे के मैंने सारे परदे और खिड़कियां बंद कर ली थी ताकि कमरे में पूरा अंधेरा हो। थोड़ी देर बाद डोर बेल बजी दीदी ने जैसे ही दरवाजा खोला दीदी कोने में जाकर छुप गई।
जीजा जी सीधा ही कमरे में आए उन्होंने मेरी तरफ देखा तक नहीं और साड़ी के ऊपर करते हुए मेरी चूत को चाटना शुरू किया वह मुझे अभी पहचान नहीं पाए थे और मेरी चूत को वह बड़े अच्छे से चाट रहे थे। मेरी चूत को जिस प्रकार से उन्होंने चाटा उससे मेरी चूत से पानी बाहर की तरफ को गिरने लगा था मैं अपने आपको बिल्कुल भी रोक नहीं पा रही थी। जीजा जी ने भी अपने लंड को मेरे मुंह की तरफ किया मुझे अंधेरे में उनका लंड अच्छे से दिखाई नहीं दे रहा था लेकिन मैंने अपने हाथ से उनके लंड को हिलाते हुए अपने मुंह के अंदर लिया तो वह खुश हो गए। वह मेरे मुंह के अंदर तक अपने लंड को डालने लगे उन्होंने मेरे गले के अंदर अपने लंड को प्रवेश करवा दिया था मुझे बहुत अच्छा लगा जिस प्रकार से मैंने उनके लंड का रसपान किया उनके लंड का नमकीन पानी मुझे अच्छा लगता वह मुझे कहने लगे आज तुम कुछ बोल नहीं रही हो? मैंने कुछ नहीं बोला और उनके लंड को अपने मुंह के अंदर लेती रहती अब वह बिल्कुल भी रह नहीं पा रहे थे। वह मुझे कहने लगे तुम्हारी चूत मारनी पड़ेगी उन्होंने मेरे दोनों पैरों को चौड़ा किया और मेरी चूत के अंदर अपने लंड को डाल दिया। वह कहने लगे आज तुम्हारी चूत मुझे बड़ी टाइट महसूस हो रही है मैं सिसकिया ले रही थी उन्हें कुछ दिखाई नहीं दे रहा था। उन्होने मेरे ब्लाउज को खोलते हुए मेरे स्तनों को अपने मुंह में लेकर चूसा उन्हें बड़ा मजा आ रहा था जब वह मेरे स्तनों का सेवन करते और मुझे तेजी से धक्के मारते। उन्होने बहुत देर तक मेरी चूत के मजे लिए फिर उन्होंने अपने लंड पर तेल लगाकर लंड को पूरी तरीके से चिकना बना लिया। मेरी चूत से निकलता हुआ पानी भी उनके लंड पर लगा हुआ था मैंने उनके लंड को बहुत देर तक चूसा। उनका लंड पूरी तरीके से चिकना हो चुका था जीजा जी ने जैसे ही मेरी चूतड़ों को अपनी तरफ करते हुए मेरी चूतड़ों पर हाथ से प्रहार किया। उन्होने अपनी उंगली पर तेल लगाते हुए मेरी गांड के अंदर अपनी उंगली को घुसा दिया जैसे ही उन्होंने अपने लंड को मेरी गांड के अंदर घुसाना शुरू किया तो मैं चिल्ला उठी।
मेरे मुंह से बहुत तेज चीख निकली वह कहने लगे तुम कौन हो? मैंने कुछ नहीं बोला उनका लंड मेरी गांड के अंदर जा चुका था उन्होंने मुझसे पूछा तुम सुमन नहीं तो कौन हो? मैंने उन्हें कहा जीजा जी मैं हूं सविता वह कहने लगे सुमन कहां है। मैंने उन्हें कहा जीजा जी पहले आप मेरी गांड की गर्मी को बुझाइए जीजा जी को भी मजा आने लगा था। वह मुझे कहने लगे सविता तुमने ऐसा क्यों किया? मैंने उन्हें कहा जीजा जी मैं तो आपके साथ मजाक कर रही थी लेकिन आपने तो सचमुच मे मेरी चूत मार ली मुझे तो लगा था आप सिर्फ चूत मारकर संतुष्ट हो जाएंगे लेकिन आप तो एक नंबर के चोदू निकले आपने मेरी गांड भी मार ली। जीजाजी मुस्कुराने लगे वह अपनी पूरी ताकत के साथ मेरी गांड पर प्रहार करने लगे और कहने लगे सविता वैसे तुम अपनी बहन से भी ज्यादा माल हो तुम्हारी गांड बहुत बड़ी है। मैंने जीजा जी से कहा मेरे पति भी तो मेरी गांड का मजा लिया करते हैं मैं अपने पति के साथ सेक्स कर के बोर हो चुकी थी मुझे कुछ नया चाहिए था सोचा आपके साथ ही आज मजे कर लू। जीजा जी कहने लगे आखिर तुम भी तो मेरी साली हो और तुम्हारे साथ सेक्स कर के आज मे खुश हूं।
जीजा जी को अब सब पता चल चुका है। वह बोले तुम दोनों बहने बड़ी कमाल की हो सविता तुम तो वाकई में बड़ी गजब हो तुम्हारी गांड के छेद के अंदर जिस प्रकार से लंड अंदर बाहर हो रहा है उससे मेरे लंड से खून भी आने लगा है मुझे तो ऐसा लग रहा है मेरा लंड पूरी तरीके से छिल चुका है क्या तुम्हारी गांड की गर्मी को मैं बुझा पाने में सफल रहा हूं? मैंने जीजा जी को कहा जीजा जी आपने तो मेरे गांड के घोड़े खोल कर रख दिया है मुझे तो लग रहा है यदि आप मुझे ऐसे ही धक्के मारते रहे तो मुझे और भी ज्यादा मजा आ जाएगा। जीजा जी ने अपने लंड को मेरी गांड से बाहर निकाला मेरी गांड के छेद में उन्होंने अपनी उंगली को घुसा कर रखा हुआ था उन्होंने अपने लंड को और चिकना बना लिया। अब उनका मोटा लंड मेरी गांड के अंदर दोबारा से प्रवेश हुआ उनके लंड में एक अलग ही बात थी उन्होंने मुझे कस कर पकड़ लिया उन्होंने मुझे बिस्तर पर लेटा दिया था। जिस प्रकार से उन्होंने मेरी गांड मारी उससे तो मेरी हालत ही खराब हो गई थी मैं बिल्कुल भी समझ नहीं पा रही थी ऐसी स्थिति में मुझे क्या करना चाहिए क्योंकि मेरी गांड से खून बाहर की तरफ निकलने लगा था जीजाजी रुकने का नाम नहीं ले रहे थे। जीजा जी ने नॉनस्टॉप चुदाई शुरू कर दी थी जिस प्रकार से उनका मोटा लंड मेरी गांड के अंदर बाहर होता मैं चिल्लाती जाती मेरे मुंह से तरह-तरह की आवाजें निकल रही थी जीजा जी बिल्कुल भी रुकने का नाम नहीं ले रहे थे। उन्होंने तो जैसे ठान लिया था आज मेरी गांड के घोड़े खोलकर रहेंगे आखिरकार जीजा जी के लंड से वीर्य बाहर निकलने वाला था उन्होंने जब अपने लंड से निकलते हुए वीर्य को मेरी गांड के अंदर ही फिट किया तो मैंने कहा जीजा जी आप तो बड़े कमाल के हैं आज अपने अपनी साली को खुश कर दिया है। मैंने जीजा जी को गले लगाया दीदी भी थोड़ी देर बाद कमरे में आई वह मुस्कुराने लगी जीजा जी इस बात से शर्मिंदा तो थे कि उन्होंने दीदी समझ कर मेरी गांड मार ली लेकिन जीजाजी को मजा आया था। वह मुझे कहने लगे आगे से भी तुम मेरे साथ ऐसे ही मजाक करते रहना। मैंने जीजा जी को कहां जीजा जी आगे से भी मैं आपके साथ ऐसा ही मजाक करती रहूंगी।