चूत को प्यार की भूख थी -2

Hindi sexy story, savita bhabhi xxx:  मैंने जब दरवाजा खोला तो सामने एक हैंडसम सा नौजवान लड़का खड़ा था। उसने मुझे पूछा क्या आप यही रहती हैं? मैंने उसे कहा हां मै यही रहती हूं वह युवक मुझे कहने लगा भाभी जी हम लोग यही पड़ोस में आए हैं और मुझे आपकी मदद चाहिए। मैंने उससे कहा हां कहो आपको क्या मदद चाहिए। वह कहने लगा मेरी पत्नी घर पर अकेली रहती है मैंने सोचा कि अपने पड़ोसियो से परिचय कर लिया जाए। मैंने उस नौजवान युवक से कहा क्या आपकी शादी हो चुकी है? वह मुझे कहने लगा हां मेरी शादी हो चुकी है। मैंने उन्हें कहा मैंने तो आपको अंदर आने के लिए नहीं कहा आप अंदर आइए ना। मैंने अब उस नौजवानों को अंदर बुला लिया। उसकी कद काठी और उसकी चौड़ी छाती देख मेरी चूत ने पानी बाहर छोडने लगी। मैंने उस नौजवान युवक से पूछा आपका क्या नाम है?
उसने मुझे बताया मेरा नाम रोहन है मैंने रोहन को कहा रोहन आप चिंता मत कीजिए आपकी पत्नी का क्या नाम है? रोहन ने मुझे बताया मेरी पत्नी का नाम संजना है। मैंने रोहन को कहा मैं थोड़ी देर बाद आपके घर पर आती हूं। वह मुझे कहने लगे भाभी जी मैं घर पर ही हूं उसके बाद वह मेरे घर से जा चुके थे लेकिन मेरी चूत में इतनी ज्यादा खुजली थी कि मैंने रामू को कहा तुम मुझे चोदो। रामू ने मेरे कपड़े उतारकर अपने काले लंड को मेरे सामने किया मैंने रामू के ल को अपने गले के अंदर तक ले लिया रामू के लंड को मैं चूस रही थी तो मुझे अच्छा लग रहा था और रामू को बड़ा ही मजा आ रहा था। मैंने अब रामू से कहा मुझे तुम्हारे लंड को अपनी चूत में लेना है। वह मुझे कहने लगा भाभी लगता है आपकी चूत में कुछ ज्यादा ही खुजली हो रही है चलिए मैं आपकी खुजली को मिटा देता हूं। अब हम लोग मेरे बेडरूम में आ गए थे जब हम लोग बेडरूम में आए तो रामू ने मुझे डॉगी स्टाइल में बनाते हुए मेरी चूतडो को कसकर पकड़ा हुआ था जब रामू ने मेरी चूतड़ों को कस कर पकड़ा हुआ था तो वह मुझे तेज गति से धक्के मारने लगा।
रामू का लंड मेरी चूत के अंदर बाहर हो रहा था रामू का लंड मेरी चूत के अंदर बाहर होता तो मेरे अंदर की गर्मी लगातार बढ़ती ही जा रही थी। रामू ने भी मेरी चूतड़ों को कस कर पकड़ा हुआ था उसके धक्को से मेरा पूरा शरीर हिलने लगता। रामू का लंड मेरी चूत की जड़ तक जा रहा था जब रामू का लंड मेरी चूत के जड़ तक जा रहा था तो मेरी चूत की खुजली बढती जा रही थी मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था। अब मुझे लग रहा था रामू के माल को मुझे अपने मुंह के अंदर लेना। रामू के लंड को मैंने अपनी चूत से बाहर निकाला और उसके लंड को अपने हाथों में लेकर कुछ देर तक हिलाया। जब मैं उसके लंड को हिला रही थी तो मुझे बड़ा अच्छा महसूस हो रहा था मेरा लंड अब कठोर होता जा रहा था और उसका लंड भी इतना ज्यादा कठोर हो चुका था कि वह मेरे मुंह के अंदर अपने माल को गिराने के लिए तैयार था। रामू के लंड को मैंने अपने गले के अंदर तक लिया था जब उसके वीर्य की पिचकारी मेरे मुंह के अंदर गिर पड़ी मैंने उसे अंदर ही ले लिया था मैं बड़ी खुश थी जिस तरह से मैने अपने मुंह के अंदर ही उसके माल को निगल लिया था। वह इस बात से खुश था अब हम दोनो एक दूसरे के साथ हर रोज चुदाई का खेल खेलने लगे थे। उस दिन मैं जब रोहन के घर पर गई तो मुझे रोहन ने अपनी पत्नी संजना से मिलवाया। वह लोग उस वक्त अपने घर पर ही थे मैंने संजना से पूछा तुम्हें यहां कैसा लग रहा है? वह मुझे कहने लगी भाभी यहा तो मुझे बिल्कुल भी अच्छा नहीं लग रहा मैं अकेले बोर हो जाती हूंतब मैंने रोहन से कहा हम लोगों को अपने पड़ोस वालों से परिचय कर लेनी चाहिए। रोहन ने मुझे बताया कि हमारे पड़ोस में आप रहती हैं संजना मुझसे बड़े अच्छे से बात कर रही थी और मुझे संजना से बात कर के अच्छा लग रहा था। रोहन मुझे कहने लगे भाभी मैं अभी आता हूं और यह कहकर वह चले गए। संजना और मै ही घर पर अकेले थे मैंने संजना को कहा संजना तुम्हारी शादी को कितना समय हुआ है? संजना कहने लगी हमारी शादी को अभी ज्यादा समय नहीं हुआ है।
मैंने संजना को कहा क्या तुम लोगों ने लव मैरिज की थी तो वह मुझे कहने लगी हां भाभी ऐसा ही कुछ समझ लीजिए रोहन और मैं साथ में ही कॉलेज में पढ़ा करते थे लेकिन उसके बाद हम दोनों अलग हो गए थे, जब हम लोगों की मुलाकात हुई तो हम लोग को एक दूसरे का साथ अच्छा लगने लगा और हम दोनों ने से शादी करने का फैसला कर लिया हालांकि उस दौरान मेरे माता-पिता इस बात के लिए तैयार नहीं थे लेकिन उन्हें मैंने मना लिया था और हम दोनों की शादी हो गई। मैने संजना से कहा रोहन तुम्हें खुश तो रखते हैं संजना मुझे कहने लगी हां रोहन मुझे खुश रखते हैं और वह मेरा बहुत ध्यान रखते हैं। मैंने जब उसका हाथ पकड़ा उसके कोमल हाथों को देखकर मुझे बड़ा अच्छा लग रहा था। मैंने संजना से कहा तुम लोगों के बीच शारीरिक संबंध बनते होंगे? संजना मुझे कहने लगी हां भाभी हम लोगों के बीच हर रोज शारीरिक संबंध बनाते हैं और यह कहते हुए वह बड़ा शर्माने लगी। मैंने जब उसे कहा तुम्हारे पति बहुत ही हैंडसम है तो वह कहने लगी हां मेरी सहेलियां भी यही कहते हैं और सब लोग मुझसे जलते भी हैं। यह बात सुनकर जब मैंने संजना से कहा तुम बड़ी ही खुशनसीब हो कि तुम्हें रोहन जैसे पति मिले। मै संजना के हाथों को सहला रही थी तो संजना भी उत्तेजित होती जा रही थी।
उसने जब मेरे होठों पर अपने हाथ को लगाया तो मैं समझ गई थी उसको कुछ फीलिंग आने लगी है। अब मैंने और संजना ने एक दूसरे के होंठों को चूमा तो हम दोनों को अच्छा लगा। संजना और मै एक दूसरे के लिए तड़पने लगे थे हमे बड़ा ही अच्छा लगता। संजना और मैं एक दूसरे के साथ कुछ करते उस से पहले रोहन आ गए और रोहन ने हम दोनों को देख लिया। रोहन ने उस वक्त कुछ भी नहीं कहा लेकिन हम दोनों अब एक दूसरे के लिए तड़पने लगे थे। रोहन ने मुझे कहा भाभी मैं आपसे मिलने के लिए आपके घर पर आता हूं मैं भी अपने घर पर आ गई थी। वह मुझसे मिलने के लिए घर पर आए जब रोहन मुझसे मिलने के लिए घर पर आए तो रोहन ने मुझे कहा भाभी आप बड़ी अच्छी है लेकिन यह सब बिल्कुल भी ठीक नहीं है। मैंने उनको कहा रोहन यह सब गलती से हो गया रोहन मेरे पास ही बैठे हुए थे। रोहन मेरे पास बैठे हुए थे तो मैंने रोहन के हाथ को पकड़ा और कहा अब तुम समझ तो चुके ही होगे कि मुझे क्या चाहिए। रोहन भी कहने लगे भाभी मैं आपको सब सुख दूंगा आप उसकी आप बिल्कुल चिंता ना करे। मैंने भी रोहन से कहा तो फिर क्या आज हम लोग अपनी इच्छा पूरा कर सकते हैं। रामू हमारी बातों को दरवाजे पर खड़ा होकर सुन रहा था मैंने रामू से कहा रामू तुम अभी यहां से चले जाओ, रामू वहां से चला गया। रामू मेरा वफादार नौकर है वह मेरी हर बात मानता है रामू वहां से जा चुका था। मैं रोहन कमरे में बैठे हुए थे हम दोनो ने एक दूसरे से बात की और हम दोनों की रजामंदी सेक्स को लेकर हो चुकी थी। मै चाहती थी मैं और वह बड़े ही अच्छे से एक दूसरे के साथ मे मजे ले तो मैंने रोहन को कहा मैं अभी अपनी नाइटी पहन लेती हूं। रोहन कहने लगे भाभी आप बाथरूम में चलिए पहले हम दोनों साथ में नहा लेते हैं और हम दोनों बाथरूम में चले गए।