चूत की सैर करवा दी

Savita bhabhi, desi kahani: हमारे पड़ोस में रहने के लिए राजीव जी आते हैं। राजीव जी मेरे पति के अच्छे दोस्त हैं और मुझे राजीव जी काफी पसंद भी हैं उनके बात करने का तरीका और वह जिस प्रकार से अपनी आवाज में गाना गाते हैं उससे मैं उनसे बड़ी प्रभावित रहती हूं। मैं चाहती थी राजीव जी के साथ एक बार शारीरिक सुख का मजा लूं। मैंने राजीव जी के साथ शारीरिक सुख का मजा लेने की सोच ली थी। एक दिन राजीव जी घर पर आए हुए थे और मैं घर पर कपड़े धो रही थी मेरे पति अपने दफ्तर जा चुके थे मैं घर पर अकेली थी। राजीव जी ने दरवाजा खटखटाया क्योंकि मैंने दरवाजा खुला रखा था। जैसे ही मै दरवाजे की तरफ गई तो राजीव जी की आवाज सुनकर मेरे बदन का हर एक हिस्सा खुश हो चुका था। मैं बहुत ज्यादा खुश थी मैंने राजीव जी को देखा तो वह मुझे कहने लगी अरे सविता भाभी आप क्या कर रही थी। मैंने उन्हें कहा मैं कपड़े धो रही थी उन्होंने मुझे कहा क्या सोहन घर पर नहीं है? मैंने उन्हें कहा नहीं सोहन घर पर नहीं है वह अपने दफ्तर गए हुए हैं। राजीव जी मुझे कहने लगे मैं घर चलता हूं। मैंने उन्हें रोका और कहा आप चाय पीते हुए जाइए।
उन्होंने भी मेरी तरफ देखा वह मेरी बात मान गए। अब वह बैठक मे बैठे हुए थे। मैं उनके लिए रसोई में चाय बनाने के लिए चली गई। मैं अब उनके लिए चाय बनाने के लिए गई जब मैं रसोई में गई तो मैंने अपनी साड़ी को ऊपर करते हुए अपनी चूत के अंदर अपनी उंगली को डालना शुरू किया। मैं अपनी चूत में उंगली घुसा ही रही थी कि तभी मुझे लगा कि कोई मेरे पीछे खड़ा है। मैंने जैसे ही पीछे देखा तो मेरे पीछे राजीव जी खड़े थे उन्होंने मुझे देखा तो मैंने अपनी साड़ी को तुरंत ही नीचे कर लिया लेकिन वह समझ चुके थे कि मुझे क्या चाहिए  उन्होंने भी मेरे स्तनों की तरफ अपने हाथों बढाया। जैसे ही उन्होंने अपने हाथ को मेरे स्तनों की तरफ बढ़ाया तो मैंने उन्हें कहा राजीव जी आप बहुत ही अच्छे हैं। वह मुझे कहने लगे सविता भाभी आपके जैसे गदराए बदन की महिला को मैं अपना बना पाऊं भला इससे अच्छा मेरे लिए क्या हो सकता है। मैंने उनकी अंदर की गर्मी को बढ़ा दिया था और उन्होंने मेरे स्तनों को दबाना शुरू किया। जब वह मेरे स्तनों को दबा रहे थे तो मुझे अच्छा लगने लगा और उन्हें भी बड़ा मजा आने लगा था। मैंने उन्हें कहा मुझे बहुत ज्यादा अच्छा लग रहा है उन्होंने मेरी साड़ी को ऊपर किया और मेरी गुलाबी पैंटी को उन्होंने नीचे करते हुए जब मेरी चूत पर अपनी उंगली का स्पर्श किया तो मुझे ऐसा लगा जैसे कि मैं जन्नत की सैर कर रही हूं।
उन्होंने अब मेरी चूत को चाटना शुरू कर दिया था। उन्होंने अभी तक मेरे ब्लाउज को उतारा नहीं था मेरे स्तन बाहर आने के लिए तड़प रहे थे। मैं बहुत ज्यादा तड़पने लगी थी मेरे अंदर की गर्मी बढने लगी थी। मैं अपने आपको रोक नहीं पा रही थी जब उन्होंने अपने लंड को बाहर निकाला तो मैंने उन्हें कहा राजीव जी हम लोग बेडरूम में चलते हैं। वह कहने लगे ठीक है उनके लंबे और कड़क लंड को मै देखे जा रही थी। मैंने जब उनके लंड को अपने हाथों में लिया तो मुझे काफी अच्छा लगने लगा और मैं बहुत ही ज्यादा तड़पने लगी थी। मैंने उनसे कहा मैं अब आपके लंड को अपने मुंह में लेना चाहती हूं। उनके लंबे और मोटे लंड को मैं अपने मुंह में लेने के लिए तड़प रही थी। मैंने उनके लंड को अपने मुंह के अंदर लेकर उसे चूसना शुरू किया तो मुझे उनके लंड में एक अलग ही स्वाद महसूस हो रहा था मुझे ऐसा लग रहा था जैसे कि मैं उनके लंड को अपने मुंह में लेकर उसे चूसती रहूं। उन्होंने मुझे कहा सविता भाभी मेरे लंड को और अंदर ले लीजिए। मैंने उन्हें कहा ठीक है और यह कह कर जब मैंने उनके मोटे लंड को अपने गले के अंदर तक लिया तो वह मुझे कहने लगे आप बड़ी ही लाजवाब है। मैंने उन्हे कहा आप भी बड़े अच्छे हैं। मै उनके मोटे लंड को बडे अच्छे से सकिंग कर रही थी मुझे बहुत ज्यादा मजा आ रहा था जब मैं उनके लंड को चूस रही थी। मेरे अंदर की गर्मी बहुत ज्यादा बढ़ने लगी थी एक समय ऐसा आया जब मैंने उन्हे कहा अब मुझसे बिल्कुल रहा नहीं जाएगा।
वह मुझे कहने लगे सविता भाभी अब आप मेरी गर्मी को ना बढ़ाइए। मैंने उनके वीर्य को उनके लंड से बाहर की तरफ निकाल दिया था। उन्होंने मुझे बिस्तर पर पटक दिया जब उन्होंने मुझे बिस्तर पर पटका तो वह कहने लगे सविता भाभी आपके स्तन बड़े ही लाजवाब है। उन्होंने मेरे स्तनों को आपस में मिला लिया। वह मेरे स्तनों को आपस में मिलाने लगे और अपने मोटे लंड को रगड़ना शुरू किया तो मुझे मजा आने लगा। वह मुझे कहते मुझे बहुत ज्यादा अच्छा लग रहा है मुझे भी बड़ा मजा आने लगा था। उन्होंने मेरे स्तनों को आपस में मिला दिया था और मेरे स्तनों के बीच में जब उन्होंने लंड को रगडा तो उनके वीर्य की पिचकारी मेरे मुंह पर गिर चुकी थी। उन्होंने मुझे कहा भाभी आप मेरे लंड को चूस लो। उन्होने मेरे मोटे लंड को अपने मुंह में लेकर उसे चूसना शुरू किया तो मुझे बहुत ज्यादा मजा आने लगा। मैंने अपने पैरों को खोला मैंने जब उनके पैरों को खोला तो उन्होंने मुझे कहा भाभी आपकी चूत पर पर एक भी बाल नहीं है। मैंने उन्हें कहा आप मेरी गुलाबी चूत का मजा तो लीजिए आपको बड़ा ही अच्छा लगेगा। उन्होंने मेरी चूत पर अपनी जीभ का स्पर्श किया और जब उन्होंने मेरी चूत पर लंड रगडना शुरु किया तो मेरे अंदर एक करेंट सा दौड़ने लगा। मैंने उन्हें कहा आप मेरी चूत को चाट लीजिए उन्होंने मेरी चूत को चाटना शुरू किया।
वह बड़े ही अच्छे तरीके से मेरी चूत को चाटने लगे थे जिस प्रकार से उन्होंने मेरी चूत को चाटना शुरू किया उससे मुझे मजा आने लगा। थोड़ी देर तक उन्होंने मेरी चूत को चाटा। मैने उन्हे कहा मैं आपके लंड को अपनी चूत में लेने के लिए तैयार हूं। उन्होंने अपने लंड को मेरी चूत पर सटाते हुए अंदर की तरफ घुसाना शुरू किया उनका मोटा लंड मेरी चूत के अंदर जा चुका था। मैंने उन्हें कहा मुझे मजा आने लगा है। वह मुझे कहने लगे भाभी आपकी चूत बहुत ज्यादा टाइट है। मैंने उन्हे कहा आप थोड़ा सा और अंदर की तरफ लंड को घुसा दीजिए। उन्होंने अपने मोटे लंड को मेरी चूत में घुसा दिया। मैंने अपने पैरों को चौड़ा किया तो उनका लंड मेरी चूत में पूरी तरीके से सेट हो चुका था मेरे अंदर की गर्मी बाहर की तरफ आने लगी थी। मेरी चूत का पानी बाहर की तरफ को गिरने लगा था। मैंने उन्हें कहा मुझे अब आप तेजी से चोदते जाइए। उन्होंने मुझे बड़ी ही तेजी से चोदना शुरू किया और जिस प्रकार से वह मुझे चोद रहे थे उससे मेरा पूरा शरीर हिलता जा रहा था। मुझे मजा आने लगा था मैंने उन्हे कहा मुझे बहुत ज्यादा मजा आ रहा है वह मुझे कहने लगे मुझे काफी ज्यादा मजा आ रहा है। मैंने उनका साथ बहुत ही अच्छे से दिया। जब मेरी चूत उनके वीर्य को अपने अंदर लेने के लिए तैयार थी  तो मैंने उन्हें कहा आप अपने वीर्य को मेरी चूत में गिरा दीजिए।
उन्होंने मुझे कहा सविता भाभी मेरा वीर्य बस आपकी चूत में गिरने वाला है। यह कहकर उन्होंने मेरे पैरों को आपस में मिला लिया जब उन्होंने मेरे पैरों को आपस में मिलाया तो वह मुझे तेजी से धक्के मारने लगे।। उनके धक्को मे काफी ज्यादा तेज आने लगी थी जिससे कि मेरे अंदर की गर्मी और भी ज्यादा बढ़ने लगी थी और एक समय ऐसा आया जब उनका वीर्य मेरी चूत के अंदर जा चुका था। उनका वीर्य मेरी चूत में जाते ही मेरी सारी इच्छाएं पूरी हो चुकी थी और राजीव जी का लंड लेकर लेकर मुझे ऐसा लगा जैसे कि मेरा सपना पूरा हो चुका था। उन्होंने मेरे गाल पर पप्पी देते हुए कहा सविता भाभी आप किसी हूर की परी से कम नहीं है और आज मजा ही आ गया ऐसा लग रहा है जैसे कि आपकी चूत मारकर मैंने जन्नत की सैर कर ली हो। राजीव जी की बातों ने मेरे दिल पर जादू कर दिया। उन्होंने अपने कपड़े पहने और कहने लगे भाभी जी अभी मैं चलता हूं और यह कहकर वह चले गए।