चुदने के लिए जाल बिछाना पड़ा

दोस्तों, आज आप लोगों के सामने पेश है सविता भाभी की एक सेक्सी हिंदी सेक्स स्टोरी । रात के 10:00 बज रहे थे मैं और मेरे पति बिस्तर पर लेटे हुए थे। मैंने अपने पति के पजामे के अंदर हाथ डालते हुए उनके लंड को छुआ तो वह मुझ पर गुस्सा हो गए और कहने लगे सविता तुम जानती नहीं हो आज मैं कितना थका हुआ हूं। उन्होंने मेरे सेक्स करने की इच्छा को पूरी तरीके से दबा कर रख दिया। मेरे तडप रही थी और वह सो चुके थे मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था मैं क्या करूं। उस रात मुझे अपनी सेक्स की इच्छाओं को मारना पड़ा और मैं सो चुकी थी। मेरे पति बिल्कुल भी रोमांटिक नहीं है जिस वजह से मैं चाहती थी मैं किसी और के साथ शारीरिक सुख का मजा लूं और उसी की तलाश में मैं अब निकल पड़ी। मैं घर की चारदीवारी में कैद थी लेकिन अब मुझे लगने लगा था मुझे भी बाहर जाना चाहिए। मैंने जब उस दिन अपने पति को चाय देते हुए कहा रोहन मैं सोच रही हूं मैं नौकरी करूं। वह मुझे कहने लगे सविता तुम्हें नौकरी करने की क्या जरूरत है, क्या मैं तुम्हें किसी प्रकार की कोई कमी महसूस होने देता हूं? मैंने उन्हें कहा नहीं आप मुझे किसी भी प्रकार की कोई कमी महसूस नहीं होने देते हैं लेकिन मैं घर पर अकेली रहती हूं। मैंने उन्हें बड़े प्यार से समझाया तो वह मेरी बात मान गए। मैं चाहती थी मैं बस अपनी शारीरिक जरूरतों को पूरा करूं।
मैं अब नौकरी की तलाश में निकल पड़ी उस दिन सोमवार का दिन था और मैं तैयार होकर घर से निकली। मैंने एक होटल मे इंटरव्यू दिया वहां पर मुझे रिसेप्शनिस्ट की जॉब मिल गई। मैं बहुत ज्यादा खुश थी मुझे अब नौकरी मिल चुकी है और मैं अगले दिन से वहां पर जाने लगी। मेरे गदराए हुए शरीर को देखकर होटल का स्टाफ भी मेरे ऊपर मर मिटा था लेकिन मैं किसी ऐसे की तलाश में थी जो मेरी जरूरतों को पूरा कर सके और मेरे हिसाब से चल सके। होटल मे ना जाने कितने ही प्रकार के लोग आते थे हर रोज मै नए नए लोगों से मिलने लगी थी। एक दिन मैं बैठी हुई थी उस दिन एक हैंडसम सा गबरु जवान आया और वह मुझसे कहने लगा मैंने यहां पर रूम बुक किया था। मैंने उन्हें कहा हां सर बताइए ना आपने कौन सा रूम बुक किया था तो उसने मुझे अपना रूम नंबर बताया। मैंने उसे कहा यहां आपके नाम से रूम बुक है मैंने सारी फॉर्मेलिटी पूरी की और उसके बाद वह वहां से चला गया लेकिन मैंने भी उसे अपने स्तनों को दिखा दिया था जिसके बाद वह मुझ पर फिदा हो चुका था। उस नौजवान युवक का नाम रजत है रजत दिखने में बहुत ही ज्यादा हैंडसम है और उसने मेरे दिल का चैन छीन लिया था। जब रजत दोबारा से रिसेप्शन पर आया तो वह मुझसे बातें करने लगा और मेरे बारे में जानने लगा। मैंने उसे अपने बारे में सब कुछ बता दिया रजत ने मुझे कहा क्या आप मेरे साथ आज कॉफी पर चल सकती है?
मैंने भी रजत को कहा हां क्यो नहीं मैं समझ चुकी थी वह मेरे फेके हुए जाल में फस चुका है। मैं बहुत ज्यादा खुश था उसके बाद मैं और रजत कॉफी शॉप में चले गए वहां पर हम दोनों ने कॉफी पी। वह मेरी तरफ अपनी प्यासी नजरों से देख रहा था मैंने भी रजत को पूरी तरीके से गर्म कर दिया था। वह मुझे कहने लगा आप आज मेरे साथ ही रुक जाइए। मैंने रजत को कहां भला मैं आपके साथ कैसे रुक सकती हूं। रजत ने मुझसे जीद की तो मैं भी उसके साथ रुकने के लिए तैयार हो गई। मेरी चूत की खुजली अब बढ चुकी थी और मैं अपने दिमाग में ना जाने क्या-क्या कल्पना कर रही थी। मेरे दिमाग में सेक्स करने के बारे में ना जाने कितने ही प्रकार के ख्याल पैदा हो रहे थे और मेरा सपना पूरा होने वाला था। कॉफी पीने के बाद रजत ने बिल दिया। वह मुझे अपने साथ अपने होटल के रूम में लेकर चला गया हम दोनो साथ में बैठे हुए थे। रजत ने मेरी जांघों को सहलाना शुरू किया तो मुझे अच्छा लगने लगा। मैंने रजत को कहा तुम बहुत ही ज्यादा हैंडसम हो। रजत ने भी मुझे कहा हां मेरी गर्लफ्रेंड भी यही कहती हैं। उसने मेरी साड़ी को ऊपर उठा दिया था वह मेरी गोरी जांघ को सहलाने लगा था। वह उत्तेजित होने लगा था जब उसने मेरी साड़ी को ऊपर उठाते हुए मेरी पेंटी को नीचे उतारा तो मैं भी मचलने लगी थी। मैंने रजत को कहा तुम मेरी चूत का रसपान कर लो। रजत ने अपनी जीभ को मेरी चूत पर लगाया और मुझे बिस्तर पर लेटा दिया।
वह मेरी योनि को चाटने लगा। मुझे अच्छा लग रहा था जिस प्रकार से वह मेरी योनि का रसपान कर रहा था। मैंने उसको कहा तुम ऐसे ही मेरी चूत को चाटते जाओ उसने मेरी गर्मी को बढ़ा दिया था। मेरी चूत से निकलता हुआ पानी बहुत ज्यादा बढ़ चुका था। मैंने रजत को कहा मेरे अंदर की गर्मी बहुत ज्यादा बढ़ चुकी है अब हम दोनों ही पूरी तरीके से गर्म होने लगे थे। मैंने रजत के लंड को अपने हाथों में लेकर उसे खड़ा कर दिया था। मैं बेड पर बैठी हुई थी मैंने रजत के लंड को धीरे-धीरे करके अपने गले के अंदर लिया और उसे बड़े अच्छे से चूसने लगी। रजत के मोटे लंड से पानी बाहर की तरफ को निकलने लगा था और मुझे बहुत ज्यादा मजा आने लगा था। रजत भी पूरी तरीके से खुश हो चुका था और वह मुझे कहने लगा मेरी गर्मी को तुमने पूरी तरीके से बढ़ाकर रख दिया है। मैंने रजत को कहा तुमने भी तो मेरी गर्मी को बढ़ा दिया है अब मैं रह नहीं पाऊंगा इसलिए तुम अपने लंड को मेरी चूत में घुसा दो। रजत ने मेरे बदन से सारे कपड़े उतार दिए और कुछ समय तक तो वह मेरे स्तनो को चूसता रहा वह जिस तरह से मेरे स्तनों को चूस रहा था उस से मुझे ऐसा लगा जैसे वह मेरे स्तनो से दूध बाहर निकल कर ही मानेगा और उसने मेरे स्तनों से दूध बाहर निकाल दिया था। मैंने उसको कहा तुम मेरी चूत में अपने मोटे लंड को घुसा दो रजत का 9 इंच मोटा लंड मेरी योनि के अंदर जाने के लिए तैयार था। मैंने अपने पैरों को खोल लिया था। अब रजत का लंड मेरी योनि के अंदर घुसने लगा था मैं जोर से चिल्लाने लगी थी। रजत का मोटा लंड मेरी चूत में घुस चुका था।
जब उसका मोटा लंड मेरी चूत के अंदर प्रवेश हुआ तो वह जोर से चिल्लाकर बोलने लगी आज तुम मुझे बस ऐसे ही चोदते जाओ। रजत मुझे चोद रहा था तो मुझे कहता सविता भाभी आपकी चूत बहुत ज्यादा टाइट है। मैंने उसे कहा इसी टाइट चूत को तो मैं ढीला करवाने के लिए आई हुई हूं तुम मेरी चूत मारते जाओ। वह मेरी चूत को अच्छे से मार रहा था और मेरी गर्मी को वह बढाए जा रहा था। मैंने उसे कहा मुझे बड़ा मजा आ रहा है। वह मुझे कहने लगा मुझे भी अच्छा लगने लगा है मैंने उसे अपने बदन को सौंप दिया था थोड़ी देर तक उसने मुझे अपने नीचे लेटा कर चोदा लेकिन फिर उसने मुझे घोड़ी बनाकर चोदना शुरू किया। जब वह मुझे घोड़ी बना कर चोदने लगा तो मुझे अच्छा लग रहा था और उसे भी बड़ा मजा आने लगा था। मेरी चूतडो से रजत का लंड टकराने लगा था। जब उसके अंडकोष मेरी चूत की दीवार से टकराते तो मै उसे कहती मुझे बस ऐसे ही धक्के मारते रहो। वह मुझे बड़ी जोरदार तरीके से धक्के मार रहा था और मेरे शरीर के हर एक अंग को वह हिलाए जा रहा था।
मैं समझ चुकी थी अब ज्यादा देर तक मैं उसके सामने टिक नहीं पाऊंगी इसलिए मैंने भी उस से अपनी चूतडो को टकराना शुरू किया। हम दोनों के बीच चुदाई 10 मिनट तक चली अब हम दोनों ही थक चुके थे। मेरी चूत से इतना अधिक पानी निकल चुका था कि रजत का लंड भी उसे बर्दाश्त नहीं कर पाया और उसने मेरी चूत को अपने पानी से भर डाला। मैं बहुत ज्यादा खुश हो गई थी जिस प्रकार से रजत और मैंने एक दूसरे के साथ शारीरिक सुख का मजा लिया था। अब हम दोनों ने कपड़े पहन लिए और मैंने रजत को कहा आज रात हम दोनों चुदाई का पूरा मजा लेंगे और रात भर हम लोगों ने चुदाई का मजा लिया। रजत ने ना जाने किस-किस पोज में मुझे चोदा और उसने मेरी इच्छा को पूरा कर दिया। उसके बाद रजत और मेरी कभी मुलाकात तो नहीं हुई लेकिन मुझे रजत के साथ बिताए वह पल हमेशा ही याद है।