sexy kahani, savita bhabhi xxx
मेरा नाम सविता सहाय हैं, मैं दिल्ली के करोल बाग में रहती हूं मेरे पति रेलवे में कार्यरत हैं उनकी पोस्टिंग जयपुर में है और वह कम ही दिल्ली आ पाते हैं इसीलिए मैं फोन के द्वारा ही उनसे अश्लील बातें कर लिया करती हूं। मैं उनके लिए बहुत ज्यादा तड़पती हूं लेकिन वह कहते हैं यदि मैं काम नहीं करूंगा तो बच्चों का पालन पोषण कैसे होगा। मेरी जवानी बर्बाद हो रही थी इसीलिए मैं कई लड़कों के लंड अब तक ले चुकी हूं और आगे भी मैं ऐसा ही करती रहूंगी क्योंकि मैं अपनी जवानी को बर्बाद नहीं होने देना चाहती। मेरी शादी को अभी 5 वर्ष हुए हैं मेरी एक छोटी बच्ची है मेरे स्तनों से इतना ज्यादा दूध आता है कि मैंने अपने मोहल्ले के कई लोगों को वह दूध पिला दिया है।
मैं घर में जब खाली बैठी होती हू तो अपने मोबाइल में ही पोर्न मूवी देख लिया करती हूं। जब मेरा मन उत्तेजित हो जाता है तो मैं अपने पड़ोस में रहने वाल युवक से अपनी सेक्स की भूख को मिटा लेती हू। रजत अभी 18 वर्ष का है मेरी उससे मुलाकात फेसबुक के माध्यम से हुई उसने ही मुझे फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी थी लेकिन मुझे नहीं पता था कि वह हमारे पड़ोस में ही रहता है। जब मैंने उसकी फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर ली उसके बाद उसने मुझे बताया कि मैं आपके पड़ोस में ही रहता हूं। हम दोनों की धीरे धीरे बातें होने लगी थी और एक दिन मैंने उसे अपने घर पर बुला लिया। जब रजत मुझसे मिलना आया तो वह मेरे यौवन की बड़ी तारीफ कर रहा था तो मैंने उसे अपने यौवन का स्वाद चखा दिया और उसके जीवन को सफल बना दिया। वह हर रोज मुझे फोन करता है और कहता है भाभी जी मै आपके घर पर आना चाहता हूं लेकिन जब मेरा मन होता है मैं तभी उसे बुलाती हूं। कई दिनों से मुझे कोई नया लंड नहीं मिला था एक दिन मैंने अपने लिए ऑनलाइन पेंटी ब्रा आर्डर करवा दी। जब मैंने वह पेंटी ब्रा ऑर्डर करवाई तो वह मुझ पर छोटी हो रही थी मैंने सोचा मैं दोबारा से पैंटी ब्रा करवा लेती हूं।
मैंने जब पैंटी ब्रा ऑर्डर करवाई तो उसे आने में कुछ दिन लगने थे और उसी दौरान मेरे पति भी घर पर आ गए। मेरे पति को मैंने इतने समय बाद देखा तो मैं अपने आप को नहीं रोक पाई और मैंने उन्हें कहा कि आज मेरा बहुत ही मन है आज आप मेरे चूत के पानी को सुखा दो। उन्होंने कहा मुझे फ्रेश तो होने दो मैं अभी अभी आया हूं और इस हालत में तुम्हारे साथ सेक्स करने पर लग जाऊ। मैंने उन्हें कहा ठीक है आप फ्रेश हो जाइए मैं तब तक बिस्तर को सजाती हूं। मैंने बिस्तर को अच्छे से साफ किया उस दिन मैंने नया फ्लेवर वाला परफ्यूम भी डाल दिया। मेरे पति जब फ्रेश होकर आए तो वह कहने लगे कमरे में तो बड़ी अच्छी खुशबू आ रही है क्या कोई नया परफ्यूम है। मैंने उन्हें कहा हां बस कुछ दिनों पहले ही ऑनलाइन ऑर्डर करवाया था। जब मेरे पति मेरे पास आकर बैठे तो मुझसे पूछने लगे इतने दिनों तुमने क्या किया। मैं मन ही मन सोच रही थी इतने दिनों में तो मैंने ना जाने कितने लंड अपनी चूत मे ले लिए हैं लेकिन यह बात मैं अपने पति को नहीं बता सकती थी इसलिए मैंने उनसे कहा कि मैं आपकी याद में तड़प रही थी और आपका इंतजार कर रही थी मैं सोच रही थी आप कब आएंगे और कब मेरी इच्छा को पूरा करेंगे। मेरे पति ने मेरी जांघ पर हाथ रखते हुए सहलाना शुरु किया और कहने लगे मैं भी तो तुम्हारे नाम की मुठ मार कर काम चला रहा था लेकिन अब तुम मेरे सामने हो तो आज मैं तुम्हें नहीं छोड़ने वाला हू। मैं सांडे का तेल भी लाया हूं। मैंने अपने पति से कहा यह तो आपने बहुत अच्छा किया क्योंकि मुझे भी कई दिनों से आपका इंतजार था। मेरे पति ने जब मुझे नंगा किया तो मेरे स्तनो पर रजत ने कुछ दिनों पहले ही लव बाइट के निशान लगा दिए थे वह मुझसे कहने लगे यह निशान किसने लगाए। मैंने उन्हें कहा कि बच्ची ने दांत मार दिया था तब जाकर मेरी जान में जान आई। उन्होंने मेरे बड़े बड़े और गोरे गोरे स्तनों को जब अपने मुंह में लिया तो मुझे ऐसा लगा जैसे मैं जन्नत में पहुंच गई हूं क्योंकि मेरे पति ने ही मेरी इच्छा को आज तक पूरा किया है। वह मेरे स्तनों का सुख भोग रहे थे मेरी योनि से भी बड़ी तेजी से गिला पदार्थ बाहर निकलने लगा। मैंने जब अपने पति से कहा कि आप अपने कड़क लंड को मेरी मखमली चूत के अंदर डाल दो।
उन्होंने अपने लंड पर सांडे का तेल लगा लिया अब उनका लंड खड़ा हो चुका था। उन्होंने जब मुझे चोदना शुरू किया तो उनके अंदर जैसे एक अलग ऊर्जा आ गई हो। उन्होंने मुझे बड़े अच्छे तरीके से चोदा। उन्होंने मुझे चोद चोद कर मेरी चूत का भोसड़ा बना दिया। उस दिन उन्होंने मुझे आधे घंटे तक बहुत अच्छे से रगड़ा लेकिन जब उनका वीर्य गिरा तो उसके बाद वह मेरे ऊपर ही लेटे रहे। जितने दिन भी वह घर पर थे उतने दिन तक उन्होंने सांडे का तेल का प्रयोग किया और मुझे बड़े अच्छे से चोदा। जब वह चले गए तो मुझे उनकी बड़ी याद आ रही थी और उस दिन सुबह सुबह मेरा मूड भी बड़ा खराब था। मैंने रजत को फोन किया तो रजत कहने लगा मैं आज कहीं काम से बाहर आया हुआ हूं। मैं बहुत तड़प रही थी तभी मेरे घर की डोर बेल बजी और मैंने जब दरवाजा खोला तो मेरे सामने 20 25 वर्ष का नौजवान युवक खड़ा था। मैं उसे ध्यान से देख रही थी, मैंने उसे बहुत देर तक देखा वह भी अपनी कातिल नजरों से मेरी तरफ देखे जा रहा था। वह मुझे कहने लगा मैडम आपका कोरियर आया है क्या आपने कुछ दिनों पहले ऑर्डर करवाया था आपका ही नाम सविता है। मैंने उसे कहा हां मैंने ऑर्डर करवाया था मेरा ही नाम सविता है। वह मुझसे पूछने लगा आपने क्या ऑर्डर करवाया था।
मैंने उसे कहा मैंने पैंटी और ब्रा ऑर्डर करवाई थी वह कहने लगा आप एक बार देख लीजिए। मैंने उसे घर के अंदर बुला लिया और उसी के सामने मैंने पैकेट को खोला तो उसके अंदर पिंक कलर की पेंटी ब्रा थी। मैंने उस युवक से पूछा यह कैसी लग रही है। उसने अपनी गर्दन हिलाते हुए कहा कि अच्छी लग रही है। मैंने उसका नाम पूछा उसने कहा मेरा नाम गौरव है। मैंने गौरव से कहा मैं तुम्हें यह पहन कर दिखाती हूं वह भी पूरे उत्तेजना में था और जब मैं उसके सामने पैंटी ब्रा पहन कर आई तो वह नौजवान युवक भी अपने आप को नहीं रोक पाया। जब उसने अपने हाथों को मेरे स्तनों पर लगाया तो उसका भी पूरा मन उत्तेजित हो गया था और मैंने भी उसके सारे कपड़े उतार दिए। मैंने उसके 9 इंच मोटे लंड को अपने मुंह में समाया तो मुझे थोड़ी बहुत राहत मिली क्योंकि मेरी चूत मे कुछ ज्यादा ही खुजली हो रही थी। मैं उसके लंड को अपने गले के अंदर तक लेने लगी। गौरव भी पूरी उत्तेजना में था और उसने मुझे बड़े ही जोश में उठाते हुए मेरे बिस्तर पर पटक दिया। मैंने उसे वहीं सांडे का तेल दिया जो मेरे पति लाए हुए थे। उसमें भी अपने लंड पर वह सांडे का तेल लगा लिया। उसके अंदर बहुत पावर आ चुकी थी उसने जैसे ही मेरी मुलायम योनि के अंदर अपने कड़क लंड को डाला तो मेरी चीख निकल गई। मैं उसके सामने अपने आप को बेबस महसूस कर रही थी वह मुझे इतनी तेज गति से चोद रहा था कि मैंने भी अपने पैरों को उसके सामने खोल लिया था और अपने आप को उसके आगे समर्पित कर दिया था। उसके अंदर जैसे हॉर्स पावर आ गई हो। वह मुझे कहने लगा मैंने आज तक कभी भी किसी को इतना चोदा नहीं है। सविता भाभी आपने तो आज मेरी पावर भी बढ़ा दी। वह बड़ी तेज गति से मुझे धक्के देते रहा उसकी पावर इतनी ज्यादा बढ़ चुकी थी कि उसका वीर्य गिरने को तैयार नहीं था उसके घुटने भी बुरी तरीके से छिल चुके थे मेरी चूत का तो बुरा हाल हो चुका था। मैंने गौरव से कहा आज तो तुमने मेरी सेक्स की भूख को बड़े अच्छे से मिटा दिया है। मैं तो इस प्रकार की कल्पना भी नहीं कर सकती थी। गौरव ने जब अपने वीर्य को मेरे गोरे और मुलायम स्तनों पर गिराया तो मुझे बहुत राहत मिली। गौरव भी मेरे यौवन का स्वाद चख कर बहुत खुश हो गया और जाते जाते कह गया सविता भाभी यू आर द ग्रेट।