सविता भाभी के दीवानों के लिए हाजिर है एक प्यारी सी हिंदी सेक्स कहानी। ये कहानी मेरे और रिंकू के बारे में है। मेरी सहेली और उसके पति के बीच कुछ ठीक नहीं चल रहा था। उनके बीच डिवोर्स तक की नौबत आ गई थी लेकिन मैंने अपनी सहेली को समझाया और उसे कहा तुम अपने पति को प्यार देने की कोशिश करो। उन दोनों के बीच सेक्स संबंध बिल्कुल भी बनते नहीं थे लेकिन अब मेरी सहेली मेरी बात मान गई और वह अपने पति को शारीरिक सुख के मजे देने लगी जिसके बाद उन दोनों के बीच सब कुछ ठीक हो चुका था।
एक दिन मेरे पति मुझे कहने लगे सविता मैं कुछ दिनों के लिए बाहर जा रहा हूं तुम घर में देख लेना। मैंने अपने पति को कहा ठीक है आप बिल्कुल चिंता ना करें और उसके बाद वह कुछ दिनों के लिए अपने ऑफिस के काम के सिलसिले में बाहर चले गए। पड़ोस में रहने वाला रिंकू जो मुझे हमेशा ही देखा करता था वह उस दिन घर पर आया और कहने लगा सविता भाभी आप क्या कर रही थी? मैंने उसे कहा कुछ नहीं। मैंने उसे कहा रिंकू आज तुम घर पर आ गए। वह मुझे कहने लगा हां भाभी बस सोचा कि आपसे मुलाकात कर लूं तो आपसे मिलने के लिए आ गया। मैं उसके इशारे समझ चुकी थी। वह मेरी चूत मारने के लिए घर पर आया हुआ था मैं भी उसे तड़पाना चाहती थी इतनी आसानी से मैं उसे अपना बदन नहीं सौंपना चाहती थी। मैंने उसे अपने स्तनों का दिखाना शुरू किया जिसके बाद उसके लंड से पानी बाहर निकलने लगा और वह मेरे स्तनों को देखकर रह नहीं सका मैने उसके लंड का सारा पानी बना बाहर निकाल दिया था। रिंकू जब भी मुझे छत पर देखा करता तो मुझे देखकर वह अपने लंड पर हाथ लगा लिया करता।
मैं समझ चुकी थी वह मेरी चूत मारने के लिए कितना ज्यादा बेताब है। मेरे पति भी अपने काम से वापस लौट चुके थे और उस रात हम दोनों के बीच शारीरिक संबंध बने। हम दोनों एक दूसरे के साथ शारीरिक संबंध बनाते तो हम लोग किसी भी प्रकार की कोई कमी महसूस नहीं होने देते। मैं चाहती थी मेरे पति के अलावा भी मेरा किसी और से संबंध हो। रिंकू मेरे पीछे पूरी तरीके से पागल था और वह जब घर पर आया तो मैंने उसे कहा चलो आज तुम्हें मैं अपने गोरे बदन को दिखा देती हूं। मैं अब उसे ज्यादा नहीं तड़पाना चाहती थी। रिंकू ने मुझसे कहा ठीक है। उस दिन जब मैंने उसके सामने अपने कपड़ों को खोला तो वह मेरे ऊपर टूट पड़ा उसने मेरे स्तनों को चूसना शुरू कर दिया।
वह कहने लगा भाभी आप कितनी लाजवाब है। मैंने उसे कहा पहले तुम मेरे स्तनों को चूस लो। वह मेरे स्तनों का रसपान करने लगा और उसे मजा आ रहा था वह जिस तरह से मेरे स्तनों का रसपान कर रहा था मैं बहुत ज्यादा खुश थी वह भी बहुत ज्यादा खुश हो चुका था। वह मुझे कहने लगा भाभी अब मुझे और ना तड़पाओ। मैंने उसके लंड को बाहर निकाल लिया और उसे कहा चलो हम लोग बाथरूम में नहाने चलते हैं। अब हम दोनों साथ में नहा रहे थे। जब हम दोनों नहा रहे थे तो वह अपने लंड को हिलाता तो उसके लंड से पानी बाहर निकल रहा था।
मैंने उसके मोटे लंड को अपने मुंह के अंदर समा लिया। उसका मोटा लंड मेरे मुंह में जा चुका था और मुझे बड़ा आनंद आने लगा था। जब मैं उसके लंड को अपने मुंह में लेकर सकिंग कर रही थी तो वह बिल्कुल भी रह नहीं पा रहा था वह मुझे कहने लगा मुझसे बिल्कुल भी रहा नहीं जा रहा है। मैंने रिंकू को कहा अब मुझसे भी बिल्कुल रहा नहीं जाएगा रिंकू ने मेरी चूत को चाटना शुरू किया वह जब मेरी चूत को चाट रहा था तो मुझे मजा आने लगा था। मैं चाहती थी मै रिंकू के साथ सेक्स के मजे लूं। मैं बाथ टब में लेटी हुई थी रिंकू ने भी अपने लंड को बाहर निकाल लिया था और उसका लंड मेरी चूत में जाने के लिए तैयार था।
उसका लंड बहुत ही ज्यादा मोटा है। मैंने उसे कहा तुम मेरी चूत में अपने लंड को घुसा दो उसने भी मेरी चूत के अंदर अपने लंड को घुसा दिया। उसका 9 इंच मोटा लंड मेरी चूत में जा चुका था और मुझे मजा आने लगा था। मैं उसे कहने लगी तुम मुझे ऐसे ही धक्के मारते रहो। वह मुझे बड़े अच्छे तरीके से धक्के मारने लगा था और मेरी गर्मी को वह बहुत ज्यादा बढा चुका था। उसने मुझे बहुत देर तक चोदा और मुझे बहुत ही मजा आया मैं जो चाहती थी उसने वह मेरे साथ किया। मैं भी उसे कोई कमी महसूस नहीं होने देना चाहती थी। हम दोनों ने टॉवल से अपने बदन को साफ़ किया और हम दोनों मेरे बेडरूम में आ गए। जब हम लोग बेडरूम में आए तो मैंने रिंकू से कहा तुम अपने लंड पर तेल लगा लो।
मैंने कमरे की बत्ती बुझा दी और रिंकू ने अपने लंड पर तेल लगाना शुरू किया। रिंकू का लंड अब पूरी तरीके से चिकना हो चुका था उसने अपने लंड को इतना ज्यादा चिकना बना लिया था वह मेरी चूत में जाने के लिए तैयार था। मैंने उसके सामने अपनी चूतड़ों को किया तो उसने मेरी योनि के अंदर भी तेल की कुछ बूंदों को डाल दिया और मेरी चूत में अपनी उंगली को घुसाने लगा। जब रिंकू ऐसा करने लगा तो मेरी चूत पूरी तरह से चिकनी हो गई। कुछ देर तक तो उसने अपनी उंगली को मेरी चूत के अंदर बाहर किया जिससे कि मेरी गर्मी पूरी तरह से बढ़ चुकी थी और मैंने उसे कहा अब तुम मेरी चूत में अपने लंड को घुसा दो। मैंने जब रिंकू से कहा तो उसने मेरी चूत में अपने लंड को घुसा दिया और उसका मोटा लंड मेरी योनि को चीरता हुआ अंदर की तरफ जा चुका था। जब उसका मोटा लंड मेरी चूत को चीरता हुआ अंदर की तरफ गया तो मैं जोर से चिल्लाने लगी और मुझे मजा आने लगा। उसे भी बड़ा मजा आने लगा था और वह मुझे कहने लगी मुझे बहुत ज्यादा अच्छा लग रहा है उसका लंड मेरी चूत की दीवार से टकराने लगा था। उसने मेरी कमर को कस कर पकड़ लिया और मुझे वह जिस तेज गति से चोद रहा है उससे मेरा पूरा शरीर हिल रहा था। मैंने उसे कहा तुम मुझे बस ऐसे ही धक्के मारते रहो।
वह मुझे ऐसे ही तेज गति से धक्के मार रहा था जिस तरह से वह मुझे चोद रहा था उससे मुझे बहुत अच्छा लगा। मैंने रिंकू से अपनी चूतड़ों को मिलाना शुरू कर दिया था उसका लंड मेरी चूत के अंदर तक जा रहा था उसने मुझे कहा भाभी अब आप मेरे ऊपर से आ जाइए। उसने अपने लंड पर दोबारा से तेल लगा लिया मैंने उसे कहा मैं तुम्हारे लंड को चूसना चाहती हूं। उसके लंड पर जब मैंने अपनी जीभ को लगाया तो उसके लंड पर अलग महक आ रही थी जो मुझे बहुत अच्छी लग रही थी।
मैंने उसके लंड को बहुत देर तक सकिंग किया काफी देर तक उसको सकिंग करने के बाद मैंने उसके लंड को पूरी तरीके से चिकना बना दिया। उसने दोबारा से अपने मोटे लंड पर तेल को लगाते हुए मुझे कहा आप मेरे लंड के ऊपर बैठ जाइए। मैं उसके लंड के ऊपर बैठ गई उसका लंड मेरी चूत में प्रवेश हो चुका था और मुझे बहुत ही ज्यादा मजा आने लगा था जिस तरह से मैं उसकी इच्छा को पूरी कर रही थी। वह बहुत खुश था वह मेरे अंदर की गर्मी को बढ़ती जा रही थी और उसका मोटा लंड मेरी चूत के अंदर बाहर हो रहा था। मैंने उसे कहा मुझे बहुत अच्छा लग रहा है वह कहने लगा भाभी आप ऐसे ही अपनी चूतड़ों को ऊपर नीचे करते रहिए।
मैं खुश हो चुकी थी वह भी बहुत ज्यादा खुश हो चुका था। उसने मेरी योनि में अपने माल को गिरा दिया। उसका माल मेरी योनि में गिरा तो मैने रिंकू से कहा आज मुझे मजा ही आ गया। वह मुझे कहने लगा मुझे भी बहुत मजा आ रहा है। वह मुझे चोदने के लिए घर पर आ जाया करता। जब भी मुझे उसकी जरूरत होती तो मैं उसे बुला लिया करती। रिंकू की अब शादी हो चुकी है लेकिन उसके बाद भी वह हमेशा ही मुझे कहता है सविता भाभी आपके बिना तो मुझसे एक पल भी रहा नहीं जाता है और वह मेरे पास दौडा चला आता है। मेरी चूत का वह इतना दीवाना हो चुका है वह मेरे लिए अपनी पत्नी को भी तड़पाता रहता है।