Antarvasna, xxx hindi sex story: भाभी देखो ना सब लोग मुझे कैसे डाटते रहते हैं। मैंने अपने देवर दीपक के कंधे पर हाथ रखते हुए कहा दीपक तुम घर में छोटे हो इसलिए वह लोग तुम्हें डांटते नहीं हैं लेकिन तुम्हें सब लोग बहुत प्यार करते हैं। दीपक बोल उठा भाभी आप क्या बात कर रही हैं मुझे तो कभी भी ऐसा एहसास नहीं हुआ कि घर में मुझे कोई प्यार भी करता है हर कोई मुझे सिर्फ डांटता ही रहता है। दीपक ऐसा बिल्कुल भी नहीं है मैं तुमसे बहुत प्यार करती हूं तुम मेरे अच्छे देवर हो। दीपक ने मुझे गले लगाते हुए कहा भाभी एक आप ही तो है जो मेरा ध्यान रखती हैं। वह मुझे कहने लगा सविता भाभी आप क्या हमेशा ऐसे ही मेरा ध्यान रखती रहेंगी मैंने दीपक को कहा क्यों नहीं दीपक मैं तुम्हारा हमेशा ऐसे ही ध्यान रखूंगी तुम मेरे अच्छे देवर हो। दीपक अभी अपनी कॉलेज की पढ़ाई कर रहा है थोड़े समय बाद उसके कॉलेज की पढ़ाई पूरी हो जाएगी दीपक बड़ा ही भोला और सीधा साधा है उसे इस बारे में बिल्कुल भी नहीं पता कि मैं इतनी ज्यादा माल हूं लेकिन दीपक मेरी तरफ देखता ही नहीं था।
दीपक और मै घर पर रहते थे दीपक को इस बात का अंदाजा नहीं था कि मेरे बदन की गर्मी से एक दिन मैं दीपक को भी पिघला दूंगी। दीपक धीरे धीरे इन सब बातों को समझने लगा एक दिन दीपक अपने कमरे में बैठकर पढ़ाई कर रहा था। मैं दीपक के कमरे में दूध का गिलास लेकर गई दीपक मुझे कहने लगा भाभी क्या आप मेरे लिए दूध ले आई है? मैंने दीपक को कहा मेरा देवर कितना ज्यादा कमजोर हो गया है यह कहते ही मै दीपक की गोद में बैठी तो दीपक का लंड हिलोरे मारने लगा दीपक का लंड मेरी चूतड़ों से टकरा रहा था। मैं समझ गई दीपक के अंदर अब आग पैदा हो चुकी है मैं चाहती थी किसी भी प्रकार से दीपक की आग को मैं बुझा दूं। मैंने दीपक को एक दिन कहा दीपक कमरे से तौलिया ले आना दीपक मेरे बेडरूम में आया हुआ था मैंने दीपक को कहा दीपक में बेडरूम में ही तौलिया भूल आई हूं। दीपक ने मुझे जैसे ही तौलिया दिया मैंने उसे अपने नंगे बदन को दिखाया वह मेरी तरफ अपनी आंखें फाड़ कर देखने लगा शायद वह भी अपने आपको रोक ना पाया वह भी बाथरूम में आ गया। बाथरूम में कुछ दिन पहले ही मेरे पति ने बाथ टब लगाया था दीपक भी अपने आपको रोक नहीं पाया उसने मेरे होंठों को चूमना शुरू किया मैंने दीपक से कहा दीपक तुम यह क्या कर रहे हो?
दीपक मुझे कहने लगा भाभी आज आप मुझे मत रोकिए दीपक बड़ा ही नादान और भोला है वह अपने लंड को चूत में डालने के लिए तैयार बैठा था। दीपक मेरे होठों को जिस प्रकार से चूम रहा था उससे मेरी चूत से लगातार पानी बाहर निकलने लगा था दीपक ने मेरे होठों को काट भी दिया था। मैंने दीपक को कहा तुमने मेरे होठों को काट दिया है दीपक मुझे कहने लगा भाभी आपके साथ आज मुझे मजा आ रहा है आज मुझे आप मत रोकिए कितने समय से मैं आपको देख रहा था और आज आपकी बड़ी चूतडो को देख कर मैं अपने आपको रोक नहीं पा रहा हूं। दीपक ने जैसे ही मेरी चूतड़ों को दबाना शुरू किया मैंने दीपक को कहा तुम मेरे स्तनों को भी दबा दो? दीपक ने मेरे स्तनों को दबाया उसने मुझे बाथ टब में लेटने के लिए कहा वह मेरे स्तनों को अपने मुंह में लेकर चूस रहा था और जिस प्रकार से वह मेरे स्तनों को अपने मुंह में लेकर चूस रहा था उसके अंदर की गर्मी भी बढ़ने लगी थी। मैने दीपक से कहा तुम्हारे कपड़े गिले हो चुके हैं दीपक कहने लगा कोई बात नहीं भाभी कपड़े तो मैं अभी उतार दूंगा और दीपक ने अपने कपड़े उतार दिए। दीपक के लंड को मैंने देखा दीपक ने अपने लंड को मेरे स्तनों के बीच में रगड़ना शुरू किया मैंने भी अपने स्तनों को दबाना शुरू कर दिया था। जब दीपक अपने लंड को मेरे स्तनों पर रगडता तो मुझे अच्छा लगता और दीपक को भी बड़ा मजा आ रहा था जिस प्रकार से दीपक ने मेरे स्तनों पर अपने लंड को रगडा तो मेरी चूत से गर्म पानी बाहर की तरफ को निकलने लगा। दीपक ने अपने लंड को मेरा मुंह के अंदर डाला मैं बाथ टब के अंदर ही लेटी हुई थी दीपक खडे होकर मेरे मुंह के अंदर अपने लंड को डाल रहा था। जब मैं दीपक के खड़े लंड को अपने मुंह के अंदर ले कर चूस रही थी तो मुझे बहुत आनंद आता और दीपक को भी बड़ा मजा आ रहा था।
दीपक ने बहुत देर तक मुझसे अपने लंड को चुसवाया दीपक के लंड से मैंने पानी बाहर निकाल दिया था। जब दीपक ने मेरी चूत के अंदर अपनी उंगली को डालना शुरू किया तो मेरी चूत के अंदर दीपक की उंगली घुसने लगी। दीपक मुझे कहने लगा भाभी आपकी चूत को मुझे चाटना है? दीपक ने अपने दोनों पैरों के बीच में मेरे पैरो को रखा और मेरी चूत के अंदर बाहर अपनी उंगली को किया मैं अपने आपको बिल्कुल रोक नहीं पा रही थी मेरे मुंह से लगातार सिसकियां बाहर की तरफ को निकलती मुझे नहीं पता था कि दीपक भी मेरी चूत का रसपान करेगा। जब दीपक ने मेरी चूत को चाटा तो मैंने दीपक को कहा दीपक तुम जैसे मेरी चूत को चाट रहे हो मै बिल्कुल भी रह नहीं पा रही हूं लेकिन दीपक मेरी बात कहां मानने वाला था वह मेरी चूत के अंदर तक अपनी जीभ को डाल रहा था और मेरी चूत से पानी बाहर की तरफ को निकालता जाता। मैं भी अपने आपको बिल्कुल रोक ना सकी मैंने दीपक से कहा तुम अपने लंड को मेरी चूत में डालो दीपक ने अपने लंड को मेरी चूत पर सटाया और दीपक का मोटा लंड मेरी चूत की के अंदर घुसने के लिए तैयार था दीपक ने धीरे से धक्का मारा मेरी चूत के अंदर दीपक आधा लंड घुस चुका था। हम दोनों बाथ टब के अंदर लेटे हुए थे जब दीपक ने तेज गति से धक्का मारा तो दीपक का पूरा लंड मेरी चूत के अंदर जा चुका था।
दीपक का लंड मेरी चूत के अंदर घुसा मैं चिल्लाने लगी वह मुझे कहने लगा भाभी कोई आ ना जाए। दीपक ने जब मुझे कहा कहीं कोई आ जाए मैंने दीपक को कहा कोई नहीं आने वाला तुम भी अपनी पूरी ताकत से मुझे चोदो। दीपक ने भी अपनी पूरी ताकत मेरे ऊपर झोक दी जिस प्रकार से वह मेरी चूत पर प्रहार कर रहा था उससे मेरे चेहरे की खुशी बढ़ती जा रही थी मैं अपने मुंह से लगातार आवाजे निकाल रही थी। दीपक का कठोर और कड़क लंड मेरी चूत के अंदर बाहर होता मैं चिल्लाती और दीपक मुझे कहते भाभी जी आज तो आपको चोद कर मजा आ गया। मैंने दीपक को कहा मुझे तो बहुत मजा आ रहा है लेकिन तुम्हे भी तो आज मजा आ रहा होगा। दीपक कहने लगा भाभी आपने मेरे अंदर जो आग जलाई है अब मैं अपनी इस आग को आपकी चूत के अंदर डालकर ही बुझाना चाहता हूं। दीपक ने पहली बार किसी की चूत में अपने लंड को घुसाया था। हम दोनों जिस प्रकार से पानी मे सेक्स का मजा ले रहे थे उससे दीपक के अंदर की फुर्ती बहुत बढ़ती जा रही थी और लगातार तेजी से वह मेरी चूत पर प्रहार कर रहा था। मैंने दीपक को कहा आज तो मुझे मजा आ गया दीपक कहने लगा भाभी अभी थोड़ी सी कमी है। दीपक ने जब मुझे यह बात कही तब दीपक ने मुझे खडा किया मेरी चूतड़ों को कसकर पकड़ते हुए मेरी चूत के अंदर अपने लंड को घुसाया और अंदर बाहर करना शुरू किया मेरी चूत से लगातार पानी बाहर की तरफ को निकल रहा था और दीपक के धक्कों में भी तेजी आती जा रही थी लेकिन थोड़े ही समय बाद दीपक ने भी अपने वीर्य को मेरी चूत के अंदर गिरा दिया। उसके बाद तो दीपक मेरा ध्यान हमेशा रखता वह मुझे कहता भाभी आप ही मुझे समझती हैं दीपक का प्यार मेरे लिए बहुत जरूरी है और मैं अपने प्यारे देवर का ख्याल रखना चाहती हूं इसलिए मैं दीपक को कोई कमी महसूस नहीं होने देती।