Savita bhabhi, hindi sex kahani: सविता देखना दरवाजे पर कौन है? सुबह के 6:00 बज रहे थे जैसे ही मैंने दरवाजा खोला तो सामने देखा दूध वाला खड़ा है। मैंने राजेश को कहा राजेश अंदर से दूध का पतीला ले आना। राजेश दौड़ते हुए दूध के पतीले को ले आए मैंने उस दूध वाले से दूध लिया वह मेरी तरफ देख रहा था जैसे कि वह मुझे अपनी बाहों में लेना चाहता हो। मैं भी उसे देख रही थी कुछ समय पहले ही हम लोगों ने उस से दूध लगवाया था हमारे पहले दूध वाले ने दूध में कुछ ज्यादा ही मिलावट कर दी थी इसलिए मैंने उसे मना कर दिया था। मैंने जब दूधवाले से नाम पूछा तुम्हारा नाम क्या है? वह कहने लगा मैडम मेरा नाम अजय है अजय सुबह दूध लेकर आता। एक दिन मेरे पति ने कुछ ज्यादा शराब पी ली थी और सुबह के वक्त वह उठे नहीं थे मैं दूध लेने के लिए गई तो मैंने अजय को देखा अजय की आंखों में उस दिन मेरे लिए प्यार था। मैं जैसे ही दूध लेकर वापस लौट रही थी तो अजय ने डोर बेल बजाई और मुझे कहा मेम साहब मुझे आपसे कुछ कहना था।
मैंने अजय को कहा हां अजय कहो तुम्हें क्या कहना था। वह मुझे कहने लगा आप बड़ी सुंदर हैं मैंने उसे कहा मेरी सुंदरता की तारीफ तो पूरी कॉलोनी करती है इसमें भला ऐसी कौन सी नई बात है। अगले दिन से वह मुझे दूध कुछ ज्यादा ही देने लगा मैंने भी सोचा कि क्यों ना मैं भी अजय को अपने दूध का सेवन करवा दूं। एक दिन राजेश घर पर नहीं थे उस दिन अजय सुबह दूध लेकर आया दूध वाले ने जब मेरे पतले में दूध डाला तो मैंने उसे कहा तुम थोड़ा बहुत दूध मेरे स्तनों से भी निकाल लो। वह मेरी तरफ देखते हुए कहने लगा भाभी आप भी सुबह के वक्त इस प्रकार का मजाक कर रही है। मैंने उसे कहा मैं मजाक नहीं कर रही मैं सच कह रही हूं अजय अंदर आया। जब वह अंदर आया तो मैंने उसके हाथों को अपने हाथ में लिया और कहा जरा मुझे अपना लंड तो दिखाओ?
उसने भी अपनी पैंट की चैन खोलते हुए अपने लंड को अपने अंडरवियर से बाहर निकाला जब उसका लंड मैंने देखा तो मैंने उसे कहा तुम्हारा लंड तो बड़ा ही मोटा और काला है। वह मुझे कहने लगा भाभी आप इसे अपने मुंह में ले लीजिए? उसने मुझे यह कहा तो मैंने भी उसे कहा मैं तुम्हारे लंड का स्वाद चखना चाहती हूं मैंने उसके लंड को अपने मुंह के अंदर समाते हुए चूसना शुरू किया तो उसे भी अच्छा लग रहा था। मैंने उसके लंड को बहुत देर तक चूसा मैं पूरी तरीके से उत्तेजित हो चुकी थी मैंने अजय के लंड से भी पानी निकाल दिया था मैंने उसे कहा तुम भी तो मेरे स्तनों का रसपान करो मैंने तुम्हें कहा नहीं था तुम मेरे स्तनों से थोड़ा बहुत दूध बाहर निकाल देना। वह मुझे कहने लगा भाभी मैं आपके स्तनों से दूध निकालकर पूरा ही पी जाऊंगा। अजय ने मेरे कपड़ों को उतारना शुरू किया जब उसने मेरी पिंक ब्रा को उतारा तो मैंने उसे कहा तुम्हें मेरे स्तन कैसे लगे? वह मेरी तरफ देखते हुए कहने लगा भाभी आप तो लाजवाब है और आपका कोई भी जवाब नहीं मैंने उसके हाथों को पकड़ते हुए कहा तुम मेरे स्तनों को चूस लो। उसने भी मुझे बिस्तर पर लेटाया और मेरे स्तनों पर वह अपने दांतों के निशान मारने लगा वह मेरे निप्पल को अपने मुंह में लेकर बड़े अच्छे तरीके से चूस रहा था। वह मुझे कहता सविता भाभी आपका बदन एक नंबर है। मैंने उसे कहा मेरा बदन तो एक नंबर है लेकिन तुम भी कम नहीं हो। यह कहते ही उसने मेरे स्तनों से मेरे दूध को बाहर निकालना शुरू कर दिया जब वह मेरे बड़े और भारी भरकम स्तनों से दूध को बाहर निकाल रहा था मैं पूरी तरीके से उत्तेजित हो चुकी थी। मैंने उसे कहा तुम वाकई में कमाल के हो मैंने उससे कहा तुम मेरी पैंटी को उतार दो? उसने मेरी पैंटी को नीचे उतारा वह मेरी चूत की तरह बहुत देर तक देखता रहा फिर उसने अपनी जीभ से मेरी चूत को चाटना शुरु किया और जिस प्रकार से वह मेरी चूत का रसपान कर रहा था उससे मेरी चूत से बहुत सारा पानी बाहर की तरफ को निकलने लगा था मैंने उसे कहा तुम मेरी चूत को ऐसे ही चाटते रहो मुझे बहुत मजा आ रहा है।
वह मेरी चूत के अंदर अपनी जीभ को डालता मेरी चूत से बहुत ज्यादा तरल पदार्थ बाहर की तरफ को निकल रहा था उसने मेरी चूत पर अपनी उंगली को लगाते हुए अंदर की तरफ को डालना शुरू किया मेरे मुंह से हल्की सी आह की आवाज निकली मैंने उसे कहा तुम अपने लंड को अंदर डाल दो वह मुझे कहने लगा भाभी आपकी चूत की गहराई को तो मैं देखना चाहता हूं। मैंने उसे कहा तुम मेरी चूत की गहराई को नहीं देख पाओगे लेकिन तुम अपने लंड को मेरी चूत के अंदर डालो। वह मुझे कहने लगा भाभी आप वाकई में बड़ी गजब की माल है आपकी हर एक अदा बड़ी कमाल है उसने भी देर नहीं की और मेरी चूत के अंदर जैसे ही उसने अपने मोटे और काले लंड को प्रवेश करवाया तो धीरे-धीरे उसका लंड मेरी चूत के अंदर घुसता चला गया जैसे ही उसका लंड मेरी चूत की दीवार से टकराने लगा तो मैंने उसे कहा तुम्हारे अंडकोष मेरी चूत की दीवार से टकराने लगे हैं। वह खुश हो गया और मुझे कहने लगा मैं आपको चोदना चाहता हूं मैंने उसे कहा तुम जितनी तेजी से मुझे चोद सकते हो उतनी तेजी से मुझे धक्के मारो। उसने भी अपने लंड को तेजी से अंदर बाहर किया अब वह बड़ी तेज गति से मेरी चूत के अंदर बाहर अपने लंड को करता। मैंने अजय को कहा तुम्हारा लंड तो बड़ा ही कड़क और कठोर है वह जब मेरी चूत के अंदर जा रहा था तो मुझे ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे मेरी चूत के अंदर तक उसका लंड पूरी तरीके से जा चुका था।
वह मुझे कहने लगा भाभी मुझे आपको चोदने में जो आनंद की अनुभूति हो रही है वैसा मैंने कभी अपने जीवन में सोचा नहीं था। मैंने उससे कहा मेरा नाम सविता है और सविता जिसके साथ भी रंगरलियां मनाती है उसे वह जन्नत की सैर करवा देती है तुम बहुत खुश नसीब हो आज मेरे पति घर पर नहीं है मैंने तुम्हें अपने बदन को छूने का मौका दिया मेरे बदन को छूने के लिए अच्छे-अच्छे लोग तरस जाते हैं लेकिन तुम बहुत खुश किस्मत हो जो तुम्हें इतनी आसानी से मेरा बदन छूने का मौका मिला। वह मेरी चूत पर इतनी तेजी से प्रहार कर रहा था मेरी चूत से लगातार तेज आवाज आ रही थी मेरी चूत से पानी भी बाहर की तरफ को निकल रहा था मैं बहुत ज्यादा खुश हो गई थी। अजय बहुत ज्यादा गर्म हो चुका था उसने मुझे कहा भाभी आज आपकी चूत के अंदर ही मे अपने वीर्य को गिराना चाहता हूं। मैंने उसे कहा तुम अपने वीर्य को मेरी चूत के अंदर मत गिराना वह कहने लगा भाभी मेरा वीर्य बाहर की तरफ को निकलने वाला है।
मैंने उसे कहा तुम अपने लंड को मेरे मुंह के अंदर डालो उसने मेरी चूत से लंड को बाहर निकाला मेरी चूत से निकलता हुआ पानी मेरे अंदर की गर्मी को बुझा रहा था और जैसे ही अजय ने मेरे मुंह के अंदर अपने लंड को डाला मैंने उसके लंड को अपने मुंह के अंदर तक लेकर बड़े अच्छे से उसका रसपान करना शुरू किया। उसने मेरे बालों को अपने हाथ से पकड़ा हुआ था वह मेरे मुंह के अंदर अपने लंड को डाल रहा था उसका लंड मेरे मुंह के अंदर तक जा रहा था जिस प्रकार से उसका लंड मेरे मुंह के अंदर बाहर होता मैं उससे कहती तुमने आज मेरी चूत की खुजली को मिटा दिया है मैं आगे भी तुमसे ऐसी ही उम्मीद करती रहूंगी तुम मेरी चूत की खुजली को मिटाओ मुझे हमेशा ही तुम ऐसे खुश रखो तो ही मैं तुमसे दूध लेती रहूंगी। वह मुझे कहने लगा भाभी भला आप जैसी हसीना को कौन नहीं चोदना चाहेगा आपको चोद कर आज मेरे अंदर की आग को आपने पूरी तरीके से बुझा दिया है मेरे अंदर आपको चोदने कि इच्छा इतने दिनों से पनप रही थी उसे आपने पूरा कर दिया है। उसने भी मेरे मुंह के अंदर अपने वीर्य को गिरा दिया जिस प्रकार से उसका वीर्य गिरा मुझे बहुत खुशी हुई। उसने मुझे कहा भाभी मैं आपको आपकी ब्रा पहना देता हूं उसने मुझे मेरी ब्रा पहनाई और मैंने अपने कपड़े पहन लिए उस दिन के बाद वह मुझे हमेशा ही दूध ज्यादा दिया करता और उसके दूध में कभी कोई शिकायत नहीं आती। मेरे पति हमेशा कहते कि दूध वाला बहुत गाढा दूध देकर जाता है वह बड़ा ईमानदार है। मैं इस बात से मुस्कुरा दिया करती मुझे ही पता था कि वह कितना ज्यादा ईमानदार है यदि मैं उसे अपने स्तनों का दूध नहीं पिलाती तो शायद वह भी दूध में मिलावट कर देता।