जब उसकी चूत में माल गिराया

जब उसकी चूत में माल गिराया

Antarvasna, hindi sex stories: मैं जब अपने ऑफिस से घर लौटा तो मैंने देखा कि मेरी पत्नी बहुत बीमार है वह आराम कर रही थी। जब मैं घर आया तो मैंने मोनिका से पूछा कि मोनिका क्या हुआ आज तुम काफी गुमसुम हो। मोनिका ने मेरी बात का कोई जवाब नही दिया मैं जब मोनिका के पास गया तो मैंने देखा कि उसे बहुत तेज बुखार है। उसकी हालत देखकर मैं बहुत घबरा गया था क्योकि घर पर कोई भी नही था मेरे मम्मी पापा गांव में ही रहते है और हम लोग दिल्ली में रहते है। मैं तुरन्त ही अपनी पत्नी को लेकर अस्पताल चला गया, जब मैं उसे अस्पताल ले गया तो डॉक्टर ने मोनिका को देखा और कहा कि इन्हें तो काफी तेज बुखार है और इनकी हालत भी बहुत खराब है। उस दिन मुझे अपनी पत्नी के साथ अस्पताल में ही रुकना पड़ा, दो दिन तक हम लोग अस्पताल में रहे और जब दो दिन बाद मोनिका थोड़ा ठीक हो गयी तो मैं मोनिका को घर ले आया था। मैंने अपने ऑफिस से कुछ दिनों की छुट्टी ले ली थी ताकि मैं मोनिका की देख भाल कर सकूं, मैं घर ही था और मोनिका की देख भाल कर रहा था। मोनिका भी अब ठीक होने लगी थी पर फिर भी कुछ समय तक मैंने उसे घर का कोई काम नही करने दिया मैं ही घर मे सब कुछ देख रहा था।
एक दिन मोनिका मुझे कहने लगी कि अभय आप काफी थक जाते होंगे, मेरी वजह से आपको कितनी परेशानियां झेलनी पड़ रही है सब मेरी ही वजह से हो रहा है। मैंने मोनिका से कहा कि ऐसा कुछ भी नही है तुम मेरी पत्नी हो और तुम्हारी ज़िम्मेदारी मेरे ऊपर है भला इसमे परेशानी की क्या बात है और जितना मुझे हो सकेगा उतना मैं करूँगा। मैंने मोनिका को समझाया तो वह कहने लगी कि अभय आपके जैसा पति मिल पाना मुश्किल है आप बहुत ही अच्छे पति हो। मैं और मोनिका आपस मे बाते कर रहे थे मोनिका मुझसे शादी कर के बहुत खुश थी। मैं मोनिका से बहुत प्यार करता हूँ मोनिका को अपनी पत्नी के रूप में पाकर मैं बहुत खुश हूं मोनिका मेरे लिए हर वह चीज करने को तैयार रहती है जो मुझे पसंद है। मोनिका और मेरी शादी हमारे घर वालो की मर्जी से हुई थी मोनिका के पिता जी और मेरे पिताजी एक ही दफ्तर में काम करते थे और उसी दौरान उन दोनों की दोस्ती भी हो गयी। अपनी दोस्ती को आगे बढ़ाने के लिए उन दोनों ने अपनी दोस्ती को रिस्तेदारी में बदल दिया और उन्होंने मोनिका और मेरी शादी करवाने का फैसला कर लिया। जब मैंने पहली बार मोनिका को देखा तो पहली ही नजर में मुझे मोनिका पसन्द आ गयी थी और मोनिका ने भी मुझे देखते ही पसन्द कर लिया था उसके बाद हम दोनों की शादी तय हो गयी। शादी हो जाने के बाद हम दोनों एक दूसरे के साथ काफी खुश है और हम लोग एक दूसरे के साथ अक्सर समय बिताते है।
जब भी मैं अपने काम से फ्री होता तो मैं हमेशा ही मोनिका को अपने साथ या तो मूवी दिखाने ले जाता या फिर हम लोग कहीं घूमने जाते जिससे कि मोनिका भी खुश रहती और उसे मुझसे कोई शिकायत नही होती। मोनिका की भी तबीयत अब ठीक हो चुकी थी और मुझे भी इस बात से अच्छा लग रहा था कि अब मोनिका की तबीयत ठीक हो चुकी है। मोनिका और मैं एक दूसरे के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताया करते थे जिससे कि मोनिका और मेरे बीच हमेशा ही प्यार बना रहता था। एक दिन हम लोग हमारी कॉलोनी के पार्क में टहल रहे थे उस दिन मोनिका और मैं एक दूसरे से बात कर रहे थे तो मोनिका ने मुझे बताया कि वह चाहती है कि कुछ दिनों के लिए वह अपने पापा मम्मी से मिल आये। मैंने मोनिका को कहा कि अगर तुम पापा और मम्मी से मिलना चाहती हो तो तुम उनसे मिलने चली जाओ। मोनिका ने मुझे कहा कि लेकिन अभी मुझे मम्मी से बात करनी पड़ेगी तो मैंने मोनिका से कहा की ठीक है तुम मम्मी से बात कर लो। मोनिका मुझे कहने लगी की कल घर पर दीदी आ रही है मैंने मोनिका से कहा की अनीता दीदी घर पर आ रही है तो मोनिका कहने लगे कि हां। मैंने मोनिका को कहा ठीक है मैं मम्मी से बात कर लूंगा। हम लोग बातें करते करते घर चले आए और जब हम लोग घर आए तो रात के वक्त हम दोनों साथ में डिनर करने लगे। जब हम लोग डिनर कर रहे थे तो मैंने उस वक्त मां से कहा कि मां कल मोनिका घर जाना चाहती है वह अपने मम्मी पापा से मिलना चाहती है। मां ने कहा कि अगर मोनिका को अपने घर जाना है तो क्या मोनिका मुझसे यह बात नहीं कह सकती थी। मैंने मां से कहा कि मां क्या कल दीदी घर आ रही है तो मां कहने लगी कि हां कल अनीता घर आ रही है।
खैर, दोस्तों ये कहानी मोनिका या अनीता के बारे नही बल्कि किसी और के बारे में है। मैं अपने ऑफिस के काम के सिलसिले में अक्सर बाहर जाया करता। एक बार मैं अपने ऑफिस की ट्रिप से कोलकाता गया हुआ था कोलकाता जिस होटल में ठहरा हुआ था उसी होटल में एक महिला भी ठहरी हुई थी वह अपने पति के साथ आई हुई थी। उसकी नजरे कुछ ठीक नहीं थी वह मेरे रूम के बिल्कुल सामने वाले रूम में रूकी हुई थी। उसने मुझे अपना नंबर दे दिया रात को वह मुझे अपनी नंगी तस्वीरें भेजने लगी। रात के वक्त उसके पति सो चुके थे उसने मुझे अपने पास बुलाया।
पहले मुझे कुछ ठीक नहीं लगा लेकिन फिर मैं उस महिला के पास चला गया। जब मैं उस महिला के रूम में गया तो मैंने उसे कहा तुम मेरे रूम में आ जाओ। वह मेरे रूम में आ गई जब वह मेरे रूम में आई तो वह मेरे सामने अपने कपड़े उतारने लगी। वह शराब के नशे में भी लग रही थी उसने मेरी पैंट की चैन को खोलते हुए मेरे लंड को बाहर निकाला और उसे हिलाना शुरू किया। वह मुझे कहने लगी तुम्हारा लंड बड़ा ही दमदार है। मैंने उसे कहा तुम मेरे मोटे लंड को अपने मुंह में ले लो। उसने तुरंत ही अपने मुंह को खोलते हुए मेरा मोटे लंड को अपने मुंह में समा लिया और उसे बड़े ही अच्छी से चूसने लगी। जब वह मेरे लंड को चूस रही थी तो मुझे मज़ा आ रहा था और उसे भी काफी मजा आने लगा था। वह मुझे कहने लगी मुझे बहुत ज्यादा अच्छा लग रहा है उसने मेरे मोटे लंड को चूसकर उससे पूरी तरीके से गर्मी को बाहर निकाल दिया था। मैं समझ चुका था मैं बिल्कुल भी रह नहीं पाऊंगा। मैंने जैसे ही उसकी चूत के अंदर अपने लंड को डाला तो वह जोर से चिल्लाई। मैंने उसके दोनों पैरों को कस कर पकड़ा हुआ था मैं उसे बड़ी तेजी से धक्के मार रहा था। मुझे उसे धक्का मारने में मजा आ रहा था। वह बहुत ही मादक आवाज मे सिसकारिया ले रही थी और वह बहुत ज्यादा उत्तेजित हो गई थी। मैंने अब तक उस महिला का नाम नहीं पूछा था लेकिन चोदने के दौरान मैंने उसका नाम पूछा। उसने मुझे अपना नाम बताया उसका नाम लता है।
वह मेरा साथ दे रही थी उसने मुझे कहा तुम मुझे बस ऐसे ही धक्के मारते रहो। वह बहुत ज्यादा खुश थी मैंने उसके दोनों पैरों को अपने कंधों पर रख लिया था। मैंने जब उसके दोनों पैरों को अपने कंधे पर रखकर उसे तेजी से चोदना शुरु किया तो वह मुझे कहने लगी मुझे बहुत ही ज्यादा मजा आ रहा है। मैंने उसे कहा मुझे बहुत ज्यादा मजा आ रहा है। मैं उसे ऐसे ही धक्के दिए जा रहा था। मैंने उसकी चूत के अंदर की गर्मी को पूरी तरीके से बढ़ा कर रख दिया था। वह बहुत ज्यादा खुश हो गई थी और मुझे कहने लगी मै तुम्हारे लंड की गर्मी को झेल नहीं पाऊंगी। मैंने उसे कहा मैं तुम्हारी चूत में अपने माल को गिरा रहा हूं और यह कहकर मैंने उसकी चूत के अंदर अपने माल को गिरा दिया। जब मेरा माल उसकी चूत के अंदर गिरा तो वह खुश हो गई और कहने लगी आज मुझे मजा आ गया।
मैंने उसे कहा मजा तो मुझे भी बहुत ज्यादा आ गया। अब ऐसा लग रहा है जैसे कि तुम्हें दोबारा से चोदू। मैंने दोबारा से उसकी योनि के अंदर अपने लंड को डाला और उसे बड़ी तेजी से धक्के मारने शुरू कर दिए। मैं बहुत तेज गति से उसे धक्के मार रहा था और मुझे बहुत ही ज्यादा आनंद आ रहा था।श जब मैं उसे चोद रहा था। वह बहुत ज्यादा खुश हो गई थी वह मुझे कहने लगी आज तुम्हारे साथ सेक्स कर के मजा आ गया ऐसा लग रहा है जैसे कि तुमने आज मुझे जन्नत की सैर करवा दी हो। मैंने उसे कहा मजे तो तुमने भी मुझे बहुत दिए। हम दोनों की इच्छा पूरी हो जाने के बाद वह अपने रूम में चली गई और मुझे लता की चूत मार कर बहुत ही अच्छा लगा। उसके बाद मैं अपने रूम में लेट चुका था मुझे बहुत गहरी नींद आ गई। उसके अगले दिन लता अपने पति के साथ वहां से जा चुकी थी लेकिन लता का जादू मेरे सर चढ़कर अब भी बोल रहा था।