चाची की सहेली की आग बुझाई

हाय दोस्तों, मैं आपका दोस्त विक्की फिर से हाज़िर हूँ आपको अपनी एक और नई कहानी बताने | अगर आपने मेरी पिछली नहीं पढ़ी है तो उसको जरुर पढ़े जिसमे मैंने बताया कि कैसे मैंने चाची को चोदा और उनको माँ बनाया | और जिन्होंने मेरी पिछली पढ़ी है उनको मैंने वादा किया था कि मैं आपको बताऊंगा की मैंने कैसे अपनी चाची की सहेली को चोदा | तो बिना किसी बकचोदी के मैं अपनी कहानी पे आता हूँ और आपको बताता हूँ कैसे मैंने चाची की सहेली की वीरान ज़िन्दगी में रंग भरे |
जैसा की मैंने पिछली कहानी में आपको बताया कि मैंने अपनी चाची को कैसे चोदा और कैसे हमारे बीच शारीरिक सम्बन्ध बना | मैं और चाची जब भी मौका मिली चुदाई मचा लिया करते थे और मज़े ले लिया करते थे | हम दोनों कभी कभी बाहर साथ घूमने जाया करते थे और चुदाई मचा के वापस आ जाया करते थे | एक बार मैं बाहर जाने को हुआ तो चाची ने मुझ से कहा कि विक्की कहाँ जा रहे हो ? तो मैंने कहा कहीं नहीं चाची बस ऐसे ही | तो चाची ने कहा मुझे थोडा मेरी सहेली के यहाँ तक ले चलो ज्यादा देर नहीं लगेगी | तो मैंने कहा हाँ ठीक है चलो और हम दोनों घर से निकल गए |
रास्ते में जाते वक़्त चाची पीछे से मेरे लंड पे हाँथ लगा रही थी और मैं चाची के दूध का एहसास अपनी पीठ पर कर रहा था | फिर मैंने कहा चाची हाँथ हटाओ किसी ने देख लिया तो प्रॉब्लम हो जाएगी | तो चाची ने कहा अच्छा देख लेने दो और फिर अपना हाँथ हटा लिया | थोड़ी देर में हम चाची की सहेली के घर पहुँच गए तो मैंने कहा ठीक है चाची मैं जाता हूँ जब चला हो तो मुझे फ़ोन लगा लेना | तो चाची ने कहा कहाँ जायेगा ! बस अपने दोस्तों के साथ अवारागिरी करेगा, चल मेरे साथ मैं अपनी दोस्त से मिलवाती हूँ तुझे | तो मैंने कहा मैं क्या करूँगा उससे मिल के, तो चाची ने मेरा हाँथ पकड़ा और मुझे खींच के अन्दर ले गई |
मैं अन्दर जाते समय सोच रहा था कि अन्दर ऐसा कौन मिल जायेगा मुझे, मेरे को चले ही जाना था | फिर जैसे ही चाची की सहेली ने दरवाज़ा खोला तो चाची की सहेली को देख कर मैं हैरान हो गया और मेरे मैंने मन में बोला बहनचोद, मैं इसे छोड़ कर जा रहा था अच्छा हुआ चाची ने मुझे रोक लिया | उस वक़्त मुझे चाची पे और प्यार उमड़ने लगा | चाची कि सहेली बहुत मस्त लग रही थी मेरी चाची से भी ज्यादा अच्छी | फिर मैं अन्दर गया और हम सोफे पे बैठ गए | हम चाय पे रहे थे तभी चाची की सहेली जिसका नाम सुनैना है, उसने चाची को इशारा किया कि मुझे कुछ प्राइवेट बात करनी है ज़रा कहीं अकेले में आओ | तो चाची ने कहा बोल दो ये भी अपना ही है मेरे और इसके बीच में कुछ भी प्राइवेट नहीं है |
तो सुनैना ने कहा कि ये थोड़ी अलग बात है और इसके सामने मुझे शर्म आ रही है | तो चाची ने कहा अरे शर्म छोडो, हम दोनों तो क्या क्या करते हैं तुम्हें नहीं पता ? तो उसने हैरानी से मेरी तरफ देखा और फिर चाची की ओर नज़रें घुमा कर कहा उतना तो नहीं करते होगे | तो चाची ने मुझे पकड़ा और किस कर दिया | अब सुनैना का मुंह फटा रह गया और वो हमारी तरफ हैरानी से देखने लगी | तभी चाची ने कहा ठीक है इतना कि और करके बताऊँ ? तो उसने कहा बस मैं समझ गई | तो चाची ने कहा ठीक है अब बताओ | तो सुनैना ने कहा मेरे पति ज्यादातर बाहर रहते हैं और जब भी आते हैं मुझे बहुत काम समय देते हैं और मुझे चोदते भी कभी कभी ही हैं |
तो चाची ने पूछा उनका कितना बड़ा है तो सुनैना ने अपनी ऊँगली से अपने पति के लंड का नाप बताया | तो चाची हसने लगी और कहा मेरे पति का तो और भी छोटा है | तो उसने चाची से पूछा कि तुम खुश कैसे रहती हो फिर ? तो चाची ने मेरे कंधे पे हाँथ रखा और कहा ये है ना | तो सुनैना ने पूछा अच्छा इसका कितना बड़ा है | तो चाची मेरे लंड पे हाँथ रखा और कहा ये तो तुम देख के बताना कितना बड़ा है | फिर मैं और सुनैना एक दुसरे को एक टक देखने लगे | फिर चाची ने कहा बस देखना शुरू हो गया अब आगे क्या ? तो सुनैना उठी और मेरे पास आने लगी तो चाची ने कहा इतना आसान नहीं है इससे चुदना, पहले इससे भी तो पूछ लो ?
तो उसने मेरी तरफ देखा और कहा प्लीजजज्ज, तो मैंने सोचा चलो थोडा परेशान कर लेते है | तो मैंने कहा अच्छा मैं अपना आपको दे दूंगा तो मुझे क्या मिलेगा ? तो उसने कहा तुम्हें मेरी मिलेगी | तो मैंने चाची की तरफ देखा और मुस्कुराने लगा | तो उसने कहा अच्छा नहीं करना तो रहने दो | तो मुझे लगा अबे मेरा प्लान मुझी पर उल्टा पड़ रहा है | तो मैंने कहा अरे मैं तो ऐसे ही बोल रहा था वैसे आपको चोदने का मन तो मेरा तब से कर रहा है जब से मैंने आपको देखा है | तो उसने पूछा कब से देखा है तुमने मुझे ? तो मैंने कहा अभी देखा है और मेरा मन बन गया | फिर चाची ने कहा अब खड़े मत रहो शुरू हो जाओ |
तो वो मेरे पास आई और मेरी जीन्स के ऊपर से मेरे लंड पे हाँथ फिरने लगी और कहने लगी ये तो मुझे बहुत बड़ा लग रहा है | फिर उसने मेरी जीन्स की ज़िप खोली और मेरी चड्डी नीचे करके मेरा लंड बाहर निकला | जैसे ही उसने मेरा लंड बाहर निकाला तो उसने अपने मुंह पर हाँथ रख लिया और फिर कहा बाप रे! इतना मस्त लंड है तुम्हारा और तुम्हारी चाची इसे अब लाई है मेरे पास, मैं इसे कब से कह रही थी कि मुझे कोई ऐसा ही लंड चाहिए | तब जाके मेरे दिमाग में बात घुसी कि मैं यहाँ आया नहीं हूँ, मुझे लाया गया है और ये एक सोची समझी साज़िश है | फिर उसने मेरा लंड पकड़ा और ऊपर नीचे करने लगी तो मैंने चाची को पास बुलाया और उनको किस करने लगा |
फिर वो मेरा लंड चूसने लगी और वो मेरा लंड बहुत ज़ोर ज़ोर से चूस रही थी जैसे की पहली बार ऐसा लंड मिला है | फिर वो उठी और अपने कपडे उतारने लगी, तो मैंने कहा रुको और चाची से कहा कि चाची तुम भी जाओ और दोनों एक दुसरे के कपडे उतारो | चाची भी जल्दी से उठी और सुनैना के पास चली गई | चाची सुनैना के पास गई और दोनों किस करने लगे तो मुझे लगा बेटा, ये दोनों तो लेस्बियन है | फिर दोनों ने एक दुसरे के कपडे उतारना शुरू कर दिए और मैं देख कर मज़े ले रहा था और अपना लंड पकड़ के हिला रहा था | सुनैना चाची से ज्यादा गोरी थी और उसके दूध चाची के बराबर ही थे | जैसे ही उसने अपने कपडे उतारे मैंने इतनी ज़ोर से अपना लंड हिलाना शुरू कर दिया जिससे मेरा वहीँ छूट गया |
फिर मैं उनके पास गया और सुनैना के होंठों को चूमने लगा | मुझे उसके होंठ चूसने में बहुत मज़ा आ रहा था और चाची पीछे से मेरा लंड पकड़ के हिला रही थी तो मेरा मज़ा दुगना हो गया | फिर मैंने उसके दूध को चूसा और खूब दबाया और उसमें से दूध भी निकल रहा था तो मैं दूध से दूध पीने लगा | फिर मैंने सुनैना को सोफे पे बैठाया और खुद घुटने के बल बैठ गया | फिर मैंने उसकी चूत पे अपना लंड रखा और अन्दर डाल दिया | सुनैना ने ज़ोर से चीख दिया और सोफे को कसके पकड़ने लगी | फिर मैंने सुनैना को थोड़ी देर चोदा और फिर चाची को सुनैना को ऊपर बैठा दिया और वहीँ पर चाची कि भी चूत मारी | लेकिन सुनैना की चूत चाची की चूत से ज्यादा टाइट थी और साफ़ भी |
फिर मैंने चाची को हटा दिया और सुनैना को पलटा के लिटा दिया | फिर मैं सुनैना के ऊपर लेट गया और फिर उसके ऊपर लेट कर उसकी चूत चोदने लगा | चाची वहीँ सोफे पे बैठ के अपनी चूत रगड़ रही थी | फिर हमने एक करवट ली और फिर हम लेटे लेटे चुदाई करने लगे | फिर जैसे ही मुझे लगा कि मेरी निकलने वाला है तो मैंने उससे कहा कहाँ गिरा दूँ ? तो वो बोली अन्दर ही गिरा दो और फिर मैंने अन्दर ही अपना माल झडा दिया | जैसे ही मेरा माल अन्दर गिरा वो पीछे घूमी और हम दोनों किस करने लगे |
फिर हम उठे और कपडे पहन लिए | फिर सुनैना ने कहा मुझे तुम अपना नंबर दे दो मैं जब भी कॉल करूँ आ जाना और ऐसे ही मुझे चोदना | फिर सुनैना ने चाची की तरफ देखा और कहा यार ये तो सच में बहुत बढ़िया है | तो दोस्तों कैसी लगी ये वाली स्टोरी और अगर मैंने कोई और नई चुदाई की तो आपको जरुर बताऊंगा |