खड़ा लंड को भाभी के चूत पे रगड़ा

एक दिन दोबारा मेरे पूरे घर वाले एक सप्ताह के लिए कहीं बाहर चले गये थे और वो भी पूरे परिवार वाले उनके गाँव चले गए, इसलिए में घर पर एकदम अकेला था। फिर ऐसा ही मेरे साथ 2-3 बार हो चुका था।

फिर एक रात को मेरे दरवाजे की घंटी बजी। फिर मैंने उठकर दरवाज़ा खोला और जब मैंने देखा तो मेरे पास वाले भैया और भाभी बाहर खड़े हुए थे, तो मैंने उनसे कहा कि अरे आप लोग और मैंने उन्हें अंदर बुला लिया। भैया ने कहा कि ऑफिस के काम की वजह से हमे थोड़ा जल्दी आना पड़ा और अब उनके घर वाले 3-4 दिन बाद आयेंगे और वो उनके घर की चाबी भी अपने साथ लेकर चले गये है और फिर मैंने उनको अपने पास से उनकी चाबी दे दी, क्योंकि हम में से कोई भी बाहर जाता है तो दूसरी चाबी को एक दूसरे के घरे पर रखते है।

फिर अगले दिन 10 बजे में उनके घर पर गया तो मैंने देखा कि उस समय भाभी किचन में थी। मैंने उनसे पूछा कि भैया कहीं नज़र नहीं आ रहे है? तो उन्होंने मुझसे कहा कि उनको ऑफिस के काम के लिए एक वीक के लिए बाहर जाना था तो इसलिए वो सुबह ही चले गये। फिर मैंने कहा कि अरे उन्होंने मुझे बताया नहीं कल रात को जब आप हमारे घर आए थे, तब बता देते तो में उन्हें एरपोर्ट तक छोड़ देता। फिर भाभी ने कहा कि नहीं, वो भूल गये थे और वैसे भी उन्होंने एक टेक्सी बुक करवा ली थी।

अब मैंने कहा कि ठीक है और उनसे पूछा कि मीनल कब आ रही है? उसने मुझसे कहा कि वो अभी 3-4 दिन बाद आएगी और हम दोनों ऐसे ही बातें करने लगे।

फिर में कुछ देर बाद अपने घर चला गया और घर पर आकर में उनके नाम की मुठ मारने लगा और मैंने मन ही मन सोचा कि यही अच्छा मौका है भाभी को दोबारा चोदने का। फिर रात हो गयी और करीब 8 बजे भाभी मेरे घर पर आई और उन्होंने मुझसे कहा कि अमन चलो मार्केट मुझे कुछ सामान लेना है तो फिर मैंने कहा कि ठीक है।

फिर हम दोनों मेरी बाईक पर निकल गये और फिर जब भी ब्रेकर आता तो में अचानक से ब्रेक लगा देता तो उसके बूब्स मेरी कमर से टकराते और मुझे बहुत मज़ा आता। दोस्तों उस वक़्त उसने काली कलर की साड़ी और काले कलर का ब्लाउज पहना हुआ था और उसकी लाल कलर की ब्रा मुझे साफ साफ नज़र आ रही थी। फिर हम दोनों मार्केट में करीब एक घंटा घूमे और हम घर के लिए निकल गये।

तभी अचानक से बारिश शुरू हो गयी, क्योंकि वो बारिश का मौसम था, इसलिए हम अपने घर पर पहुंचते पहुंचते पूरे भीग गये थे और भाभी भी बारिश में पूरी भीग चुकी थी और उनकी वो साड़ी उनसे बिल्कुल चिपक गयी थी और वैसे भी वो थोड़ी टाईट साड़ी पहनती है, इसलिए भाभी भीगने की वजह से बहुत मस्त सेक्सी लग रही थी, उसके बाल खुल चुके थे और उनसे पानी टपक रहा था…

में तो बस उसे ही देखता रहा, वो उसकी काली कलर की साडी और उसका वो गोरा बदन जिसमें वो एकदम पटाका लग रही थी। फिर हम घर पर आ गये और हम सीधे उनके घर पर चले गये और सामान रख दिए।

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तभी उन्होंने मुझसे कहा कि में अपने कपड़े बदलकर अभी आती हूँ और तब तक तुम भी फ्रेश होकर आ जाओ, लेकिन दोस्तों मेरा पूरा ध्यान अब उसकी कमर पर ही था। फिर उसने मुझसे कहा कि हैल्लो तुम्हारा ध्यान कहाँ है? तो मैंने कहा कि कुछ नहीं भाभी और फिर वो जाने लगी। तभी मैंने हिम्मत करके बोल दिया कि क्यों भाभी, भैया को तो रात को बहुत मज़ा आ जाता होगा ना? तो वो मुझसे कहने लगी कि तुम क्या कहना चाहते हो?

फिर मैंने उनसे पूछा कि भाभी उस दिन आपको कुछ महसूस हुआ था, जब आपको चक्कर आ रहे थे? तो उन्होंने कहा कि हाँ थोड़ा बहुत, लेकिन तुम यह सब मुझसे क्यों पूछ रहे हो? तो मैंने बहुत हिम्मत करके उनको बोल ही दिया कि उस वक़्त मैंने आपकी चुदाई की थी और मुझे आपके चेहरे से बहुत संतुष्ट लगी थी, जब आप मेरे घर पर आई थी। दोस्तों वो तो मेरी पूरी बात सुनकर एकदम से चकित हो गई और वो मुझसे बोली कि क्या तुमने मेरे साथ ऐसा क्यों किया, में यह सभी बातें तुम्हारे घरवालों को बता दूँगी, लेकिन मेरा ध्यान अब भी उसके उभरते हुए बूब्स पर ही था।

फिर उन्होंने मुझसे बहुत गुस्से में आकर कहा कि निकल जा अभी मेरे घर से और वो मुझसे इतना कहकर बाथरूम में जाने लगी। तभी मैंने झट से उसका एक हाथ पकड़ लिया और उसे तुरंत मेरी तरफ खींच लिया और हाथ पेट से होते हुए कमर पर रख दिया और में अब किस करने लगा और अब भी वो मुझसे दूर जाने की कोशिश कर रही थी, लेकिन मैंने उसके होंठो को ज़बरदस्ती चूमा और काटने लगा। फिर 5 मिनट के बाद मैंने जैसे ही उसे छोड़ा तो वो मुझसे कहने लगी कि चले जाओ यहाँ से निकल जाओ मेरे घर से।

फिर मैंने उनसे कहा कि भाभी अब मुझसे और नहीं रहा जाता, प्लीज मुझे एक बार आपके साथ सेक्स करना है तो वो बोलने लगी कि में तुम्हें बहुत अच्छा लड़का समझ रही थी, लेकिन तुम तो साले धोखेबाज निकले, में उसे ज़बरदस्ती पकड़कर बाथरूम ले गया और ज़ोर ज़ोर से उसके भीगे बदन पर किस करने लगा और वो रोने लगी और मुझसे कहने लगी, प्लीज़ मुझे छोड़ दो। फिर मैंने कहा कि देखो में तुम्हें आज चोदकर ही रहूँगा, इसलिए अब तुम चुपचाप मेरा साथ दो, वो तो बार बार सिर्फ एक ही बात बोलने लगी, प्लीज मुझे छोड़ दो, में ऐसा नहीं कर सकती, लेकिन में उसे लगातार किस करता रहा।

दोस्तों में तो अब सातवें आसमान पर पहुंच चुका था, मुझे उसके भीगे हुए बदन को किस करते हुए बहुत मज़ा आ रहा था। फिर मैंने पानी चालू कर दिया और में उनके बूब्स को साड़ी के ऊपर से ही किस करने लगा था और ज़ोर ज़ोर से दबाने लगा था, लेकिन कुछ देर बाद अब वो थोड़ा शांत होने लगी थी और धीरे धीरे सिसकियाँ भी लेने लगी थी, आह्ह्ह्हह्ह आईईईइ।

फिर मैंने उसकी साड़ी को पूरी उतार दिया और पेटिकोट को भी निकाल दिया और अब वो ब्लाउज में और पेंटी में थी और अब में ब्लाउज के ऊपर से ही ज़ोर ज़ोर से बूब्स को दबाने लगा था, जिसकी वजह से वो धीरे धीरे बोल रही थी, उफ्फ्फ्फ़ प्लीज थोड़ा धीरे दबाव आईईईईइ मुझे बहुत दर्द हो रहा था आह्ह्ह्ह्ह, लेकिन में तो और ज़ोर से दबाने लगा…

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में कुछ देर दबाता और फिर उसकी नाभि पर भी किस करता। फिर मैंने जोश में आकर उस ब्लाउज को फाड़ डाला और ब्रा भी पूरा फाड़ दिया और अब मैंने उसे अपने सामने पूरा नंगा कर दिया था। अभी भी वो कभी कभी बोलती प्लीज़ छोड़ दो मुझे, अगर मेरे पति को पता चल गया तो में क्या करूंगी? लेकिन में उस समय तो पूरे जोश में था, में नीचे उसकी चूत पर गया और उसे जीभ से चाटने लगा और वो सिसकियों की आवाज़ करने लगी, आहहहहह उफफ्फ्फ्फ़ प्लीज छोड़ दो मुझे, आह्ह्ह्ह अब में धीरे धीरे चूत में उंगली करने लगा और उसके बाद मैंने करीब दस मिनट तक उसकी चूत को चाटी।

फिर में वापिस खड़ा हुआ और बूब्स को दबाने लगा और साथ ही उसे किस भी करने लगा। मैंने कुछ देर ऐसा ही किया और फिर मैंने पानी को बंद करके उसे अपनी गोद में उठा लिया और बेडरूम में लाकर पटक दिया, हम अभी भी पूरे भीगे हुए थे। मैंने अपना लंड उसकी चूत के मुहं पर रखा और एक ज़ोर का धक्का दे दिया और गीली चूत में मेरा लंड फिसलता हुआ पूरा अंदर चला गया और वो चीखी अहहह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ ऊउईईईईईइ माँ मार डाला। अ

ब में ज़ोर ज़ोर से धक्के देने लगा। कुछ देर बाद मैंने अपनी स्पीड को बढ़ा दिया और वो भी ऑश उफ्फ्फ हाँ चोदो मुझे उफ्फ्फ्फ़ हाँ आहउहह ज़ोर से चोदो मुझे करने लगी। दोस्तों मैंने करीब 15 मिनट उसे लेटे लेटे चोदा और साथ में बूब्स को चूसता, दबाता भी रहा। फिर हम दोनों खड़े हुए और में नीचे ले गया और अब उसे मैंने अपने लंड के ऊपर बैठा दिया। उसने धीरे धीरे नीचे बैठते हुए मेरा पूरा का पूरा लंड अपनी चूत में डाल लिया और वो अब ऊपर नीचे होने लगी थी।

फिर हमने अपनी स्पीड को बढ़ा दिया और वो बहुत जोरदार स्पीड से ऊपर नीचे होने लगी थी और अब उसे भी बहुत मज़ा आने लगा था। फिर मैंने कहा कि भाभी मुझे आपको उस दिन बेहोशी में चोदने में ज्यादा मज़ा नहीं आया था, इसलिए आज मैंने आपके साथ ज़बरदस्ती की, लेकिन आज मुझे बहुत मज़े आ रहे है।

फिर भाभी ने कहा कि बस एक ही बार इसके बाद दोबारा कभी नहीं, तुम्हें आज जितना भी करना है कर लो, में इसके बाद तुम्हारे झांसे में कभी नहीं आउंगी, क्योंकि मुझे मेरी इज्जत भी बचानी है और तुम्हारे साथ यह सब करने के बाद मेरी बहुत बेज्जती होगी और में ऐसा कभी भी नहीं करूंगी।

फिर मैंने उनसे कहा कि भाभी जी अब तो मेरा जब भी मन करेगा, में आपको ही बुलाऊंगा, क्योंकि मेरे पास आपकी फोटो है और मैंने उनको वो फोटो भी दिखाई और उनसे कहा कि अगर आप नहीं मानी तो में यह फोटो सबको दिखा दूंगा और हम बातें करते करते ही चुदाई कर रहे थे।

फिर उन्होंने मुझसे कहा कि प्लीज़ तुम यह फोटो किसी को मत बताना। फिर मैंने कहा कि ठीक है, लेकिन में जब भी चुदाई करने की कहूँगा आप मुझे ना नहीं करोगे? तो उन्होंने कहा कि हाँ ठीक है, में तुम्हें अपने साथ वो सब कुछ करने दूंगी। फिर में खड़ा हुआ और हमने 2 अलग अलग पोज़िशन में चुदाई की, तब तक भाभी ने 3-4 बार अपनी चूत का पानी छोड़ दिया था और फिर मैंने उनसे कहा कि अब मेरा भी निकलने वाला है तो उन्होंने मुझसे कहा कि तुम मेरे अंदर ही डाल दो।

फिर मैंने कहा कि नहीं तुम मेरा पूरा वीर्य चाट जाओ तो वो मना करने लगी, लेकिन मैंने तुरंत लंड को चूत से बाहर निकाल लिया और उसके मुहं की तरफ ले गये और तेज़ी से हिलाते हुए मैंने अपना स्पर्म उसके मुहं में निकाल दिए और वो अब मेरा लंड चाटने लगी। उसके बाद हम एक दूसरे से चिपककर लेट गये।

फिर रात को भी हमने बहुत जमकर चुदाई की और इस बार मैंने उसे अपना ज़बरदस्त लंड भी चुसवाया। फिर 2-3 दिन हम ऐसे ही लगातार चुदाई करते रहे, जब तक हमारे पास समय था तब तक, लेकिन फिर उसके बाद उनके परिवार वाले आ गए।

अब उसके बाद में उसे चुपके से किसी होटल में बुला लेता और उसकी बहुत जमकर चुदाई करता हूँ, क्योंकि घर पर हमे कभी मौका नहीं मिलता।

दोस्तों फिर एक बार मीनल को हमारे ऊपर शक हो गया कि कुछ गड़बड़ है तो इसलिए एक दिन उसे भी भाभी ने बुलाया और फिर उन्होंने उसको बहुत समझाया, वो जब मान गई तो मैंने उसकी भी बहुत जमकर चुदाई कर दी और तब उन्होंने मान लिया कि मुझे चुदाई करने का बहुत अच्छा अनुभव है और मैंने एक बार उनके घर पर दोनों की बहुत बार जमकर चुदाई की और उन्हें अपनी चुदाई से पूरी तरह से संतुष्ट किया।

अब में हर कभी जब भी मुझे मौका मिलता है, कभी एक एक करके तो कभी उन दोनों को एक साथ चोदता हूँ और हम तीनों सेक्स के पूरे पूरे मज़े लेते है ।