Antarvasna, savita bhabhi xxx: मेरे पति थके हरे घर आए वह कहने लगे सविता आज मैं बहुत थक चुका हूं। मैंने अपने पति से कहा लेकिन आज ऐसा क्या हो गया जो आप इतने थके हुए हैं। वह कहने लगे बस तुम्हें क्या बताऊं आज ऑफिस में इतना ज्यादा काम था कि मेरे सर में बड़ा दर्द हो रहा है। मैंने उन्हें कहा मैं आपके सर को दबा देती हूं वह कहने लगे तुम मेरे सर की तेल से मालिश कर दो। मैंने उन्हें कहा ठीक है, मैं सरसों का तेल ले आई मै अपने पति के सर कि मालिश कर रही थी। वह कहने लगे मुझे बड़ा अच्छा लग रहा है मैने काफी देर तक उनकी मालिश की मैंने उन्हें कहा कि चलिए मैं आपके बदन की मालिश कर देती हूं। वह कहने लगे अगर ऐसी बात है तो चलो, बेडरूम में आने के बाद जब मैं राजीव की मालिश करने लगी तो वह बड़े खुश नजर आ रहे थे उनके चेहरे की मुस्कुराहट देखकर मुझे लगा था आज वह मुझे बड़े अच्छे से चोदने वाले हैं।
मैं इस बात से बहुत ही ज्यादा खुश हो गई थी मैंने राजीव के बदन की अच्छे तरीके से मालिश की वह बड़े ही खुश नजर आ रहे थे मैने उनके बदन को पूरी तरीके से गर्म कर दिया उसके बाद उन्होंने मुझे अपने नीचे लेटाया और मेरे स्तनों को लह अपने हाथों से दबाने लगे। मैंने राजीव से कहा तुम्हें अभी क्या हो गया तुम तो कह रहे थे मुझे बहुत थकान हो रही है। मैंने जब राजीव को यह बात कही तो राजीव कहने लगे अब तुम्हें देखकर मुझे बड़ा अच्छा लग रहा है तुम समझ चुकी हो मैं तुम्हारी चूत मारना चाहता हूं। मैंने भी राजीव को मुस्कुरा कर जवाब दिया उसके लिए तो मैं हमेशा ही तैयार रहती हूं मैं हमेशा ही राजीव से चूत मरवाने के लिए तैयार रहती हूं। राजीव ने मेरे ब्लाउज को फाडकर एक किनारे रख दिया जब राजीव ने मेरी ब्रा उतारकर मेरे गोरे स्तनों को अपने हाथों से सहलाना शुरू किया तो मुझे अच्छा लग रहा था। वह जब मेरे स्तनों को अपने मुंह में लेकर उसका रसपान कर रहे थे और उसे अच्छी तरीके से चूस रहे थे तो मेरी चूत से निकलता हुआ पानी अब कुछ ज्यादा ही अधिक होने लगा था। मैंने अपने पति राजीव से कहा आप मेरी चूत को चाट लीजिए उन्होंने कहा अभी रुको अभी मैं तुम्हारे स्तनों से दूध निकालना चाहता हूं।
वह मेरे स्तनों का चूस रहे थे जिस से मेरी चूत से पानी बाहर निकाल रहा था। उन्होंने मेरे स्तनो से दूध बाहर निकाला तो मैंने उन्हें कहा मुझे बहुत ही ज्यादा गर्मी महसूस हो रही है मेरी गर्मी बढ़ती जा रही है और मेरे अंदर की गर्मी इस कदर बढ़ चुकी थी मैंने अपने पैरों को को खोलना शुरू कर दिया था। जब वह मेरी चूत को चाटने लगे तो वह कहने लगे तुम्हारी चूत आज भी उतनी कमाल की है जितनी की पहली थी। मैं आज तक ना जाने कितने ही लोगों से अपनी चूत मरवा ली थी। मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था जब मैं अपने पति के बालों को खींच रही थी मै राजीव के बालों को खीचती तो वह मेरी चूत को और भी अच्छे से चाटते। अब मेरी चूत से उन्होंने पूरा पानी बाहर निकाल दिया था मैंने राजीव को कहा राजीव तुमने तो मेरी चूत को पूरी तरह गर्म कर दिया है। अब राजीव ने मेरी चूत के बीच में लंड को लगाया और अपने लंड को रगड़ना शुरू किया तो मेरी गुलाबी चूत का रंग बदलने लगा था और राजीव का लंड भी अब लाल होने लगा था। जब राजीव मेरी चूत पर अपने लंड को रगडते तो मेरी चूत से निकलता हुआ पानी कुछ ज्यादा ही अधिक हो चुका था। मेरी चूत से निकलता हुआ पानी इतना अधिक हो चुका था कि मैं अपने आपको बिल्कुल भी नहीं रोक पा रही थी। राजीव ने जैसे ही मेरी योनि पर अपने लंड को अंदर की तरफ धकेलना शुरू किया तो मैंने राजीव को कहा तुम अब जोरदार झटके के साथ मेरी चूत को फाड़ दो। राजीव का लंड धीरे-धीरे मेरी चूत के अंदर चला गया मुझे अब पता चल चुकी थी कि राजीव मेरी चूत का भोसड़ा बनाने वाले हैं। मैंने अपने पैरों को खोल रखा था तो राजीव उसका पूरा फायदा उठा रहे थे उन्होंने मुझे इस तरीके से चोदना शुरू कर दिया था जैसे वह मेरी चूत को फाड़ कर ही रख देंगे।
राजीव का मोटा लंड मेरी योनि के अंदर जा रहा था मैं राजीव का साथ बड़े ही अच्छे तरीके से निभा रही थी और वह बहुत ज्यादा खुश थे। वह मुझे बहुत अच्छे से चोद रहे थे हम दोनों के अंदर की गर्मी पूरी तरीके से बढ़ने लगी थी। मेरी चूत और राजीव के लंड से जो गर्मी उत्पन्न होती उससे मेरी चूत से पानी बाहर निकल रहा था। जैसे ही राजीव का वीर्य बाहर निकला तो मैंने अपने मुंह में ले राजीव के माल को ले लिया। वह मुझे कहने लगे आज तो तुमने मेरे अंदर की आग को बढ़ा दिया है हम दोनों एक दूसरे की बाहों में लेटे हुए थे। जब हम दोनों एक दूसरे की बाहों में थे तो मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था। राजीव ने मेरे होठों को दोबारा से चूमना शुरू कर दिया। जब राजीव मेरे होठों को चूम रहे थे तो राजीव ने मेरे होठों से भी खून निकाल लिया था लेकिन जब राजीव ने मुझे बताया कि उनका ट्रांसफर पुणे हो चुका है तो मैंने राजीव को कहा लेकिन मैं घर पर अकेले क्या करूंगी। राजीव कहने लगे सविता बस कुछ समय की ही तो बात है उसके बाद मैं तुम्हें लेने के लिए आ जाऊंगा जब मुझे वहां पर सरकारी क्वार्टर मिल जाएगा तो मैं तुम्हें लेने के लिए आ जाऊंगा और हम लोग साथ में रहेंगे।
यह बात सुन मैं बहुत ज्यादा खुश थी क्योंकी मुझे किसी नए शहर में जाने का मौका मिलने वाला था इतने सालों से हम लोग लखनऊ में ही अपनी जिंदगी बिता रहे थे हालांकि लखनऊ में मेरे बड़े आशिक हैं और वह मुझे बहुत प्यार भी करते हैं। यह बात सुनकर मैंने राजीव के गाल पर पप्पी दी मैने राजीव को कहा कम से कम इस बहाने हम लोग नई जगह तो जाएंगे। राजीव को यह बात अच्छे से पता थी कि मुझे घूमने का बड़ा शौक है तो राजीव मुझे कहने लगे तुम्हारे साथ मुझे भी घूमने का मौका तो मिल जाएगा। मैं इस बात से थोड़ा उदास हुई थी क्योंकि हमारे आस पड़ोस में मेरे दीवाने रहते हैं जिनसे कि मैं अपनी चूत मरवाया करती हूं सबसे ज्यादा मजा तो मुझे गोलू के साथ आता है। वह मुझे कहता भाभी जब भी मैं आपको चोदता हूं तो मुझे बहुत अच्छा लगता है गोलू के साथ मुझे सेक्स का मजा लेना था और मेरे पति भी जाने वाले थे।
मैंने गोलू से कहा कुछ दिनों बाद तुम घर पर आ जाना गोलू कहने लगा ठीक है भाभी मैं आपसे मिलने के लिए घर पर आ जाऊंगा। राजीव पुणे जाने वाले थे जब वह चले गए तो उसके बाद मैंने गोलू को घर पर बुलाया लेकिन गोलू आ नहीं पाया उसकी तबीयत खराब थी। मैंने उस समय अपनी चूत में उंगली डालकर ही काम चलाया मुझे बड़ा ही मजा आया। उस समय मै अपने पति के साथ फोन सेक्स कर के ही काम चलाती रही लेकिन मेरी चूत बहुत ज्यादा मचलने लगी थी जल्द ही मैं किसी से अपनी चूत मरवाना चाहती थी क्योंकि मेरे पति तो घर पर नहीं थे इसलिए मुझे किसी से तो अपनी चूत मरवानी थी गोलू भी कुछ दिनों से मुझे मिल नहीं रहा था जिसके कारण मै गोलू के लंड का मजा नहीं ले पा रही थी और चूत में उंगली डालकर ही में काम चला रही थी। एक दिन गोलू का मुझे रात को फोन आया वह मुझे कहने लगा सविता भाभी मुझे माफ कर दो मैं आजकल काम में कुछ ज्यादा ही उलझा हुआ था इसलिए मुझे बिल्कुल समय नहीं मिल पा रहा था लेकिन जल्द ही मैं आपसे मिलने के लिए आपके घर पर आऊंगा। यह बात सुनकर मैंने उसे कहा अगर तुम्हारे पास मेरे लिए भी समय नहीं है तो जाओ मुझे तुमसे बात नहीं करनी है मैंने उसका फोन काट दिया। उसके बाद वह मुझे फोन करता रहा लेकिन मैंने उसका फोन ही नहीं उठाया। गोलू ने मुझे काफी फोन किए परंतु मैं उसका फोन नहीं उठा रही थी मैं अपने पति से ही बात करती और अपनी चूत में उंगली डालकर ही काम चला लिया करती मुझे अपनी चूत में उंगली डालने में बहुत मजा आता और मेरी इच्छा भी पूरी हो जाती थी।